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दिल्ली से रोहतक तक LIVE देखिए कहां कैसे हो रहा वेलकम, मेडल जीत पहुंची साक्षी

दिल्ली से रोहतक तक  लाइव.रियो में बॉन्ज मेडल जीतने के बाद साक्षी मलिक भारत पहुंच गई हैं। दिल्ली एयरपोर्ट पर उनका जोरदार वेलकम हुआ तो बहादुरगढ़ में हरियाणा सरकार ने उन्हें ढाई करोड़ देकर सम्मानित किया। साक्षी गांव में भी उनके स्वागत की तैयारियां चल रही हैं। साक्षी के गांव मोखरा और आसपास के गांवों से ग्रामीण, जिनमें महिलाओं की तादाद ज्यादा है, ट्रैक्टर-ट्रॉलियों में भरकर नाचते-गाते पहुंच रहे हैं। यहां ऐसा नजारा है जैसे कोई मेला लगा हो। खुली जीप में ले जाया गया मेडल क्वीन बेटी को…

– साक्षी की फ्लाइट बुधवार अल सुबह 2 बजकर 50 मिनट दिल्ली एयरपोर्ट पर पहुंची।

– करीब साढ़े 3 बजे एयरपोर्ट पर जैसे ही वो बाहर निकलीं हरियाणवी लोक कलाकारों, सरकार के पांच मंत्रियों और बड़ी संख्या में प्रशंसकों ने भव्य स्वागत किया।
– वहीं साक्षी मलिक ने भी हाथ हिलाकर उनका अभिवादन स्वीकार किया। वह बड़े गर्व से अपना ओलंपिक पदक सबको दिखा रही थीं।
– हवाई अड्डे पर अपने जोरदार स्वागत को देखकर भावुक साक्षी ने कहा कि यह उनके लिए गर्व का पल है। पूरे हिंदुस्तान ने मेरा साथ दिया है, मैं सबको को शुक्रिया कहना चाहती हूं।
– दिल्ली एयरपोर्ट से सबसे पहले साक्षी अपने पिता के कार्यस्थल नांगलोई डिपो गईं, जहां उनके पिता सुखबीर मलिक डीटीसी में कार्यरत हैं।
– वहां से चलकर जैसे ही काफिला हरियाणा की सीमा बहादुरगढ़ में दाखिल हुआ तो छोटे-छोटे स्कूली बच्चे हाथों में झंडी लिए स्वागत किया।
– गेटवे ऑफ हरियाणा पर खुद मुख्यमंत्री मनोहर लाल भी मौजूद रहे, फिर सेक्टर-6 के कम्युनिटी सेंटर में आयोजित सम्मान समारोह में सीएम ने साक्षी, उनके परिजनों और कोच को सम्मानित किया।
– इसके बाद सुबह करीब साढ़े 10 बजे वह अपने ननिहाल इस्माइला पहुंची, जहां स्वागत में एक बड़ा समारोह रखा गया था। काफिले में शामिल लोगों यहीं जलपान किया।
– दोपहर बाद साक्षी का काफिला खरावड़, तिलियार लेक, एमडीयू गेट होते हुए रोहतक के सेक्टर-4 स्थित उनके घर पहुंचेगा।
– रोहतक के कैनाल रेस्ट हाउस में सम्मान समारोह के बाद साक्षी खुली जीप में दोपहर करीब 3 बजे अपने गांव मोखरा के लिए रवाना होंगी।
51 किलो की गदा से होगा सम्मान, साक्षी का मंच होगा सबसे ऊंचा
– साक्षी को सम्मान में 51 किलो की गदा दी जाएगी, क्योंकि एक पहलवान का सम्मान गदा देकर करना सबसे बेहतर माना जा रहा है।
– मोखरा के रहने वाले फूलकुमार मलिक ने बताया कि पंडाल में तीन मंच बनाए जाएंगे। साक्षी का मंच सबसे ऊंचा होगा। एक मंच वीआईपी लोगों के लिए होगा तो तीसरा मंच गणमान्य व्यक्तियों और प्रेस के लिए।