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अच्छे विचार व सच्छे समाचार

अपने आप को विचार सूचक हिंदी समाचार से अपडेट रखें। हम सबसे पहले विचार सूचक नवीनतम समाचार और ब्रेकिंग न्यूज को कवर करते हैं। आपको सभी विचार सूचक राजनीतिक समाचार और अपराध समाचार हिंदी में प्राप्त होंगे जो विशेष रूप से https://www.vicharsuchak.in/ पर उपलब्ध हैं।

हम सभी वर्तमान मामलों को उजागर करने के लिए प्रति दिन 100 से अधिक समाचार प्रकाशित करते हैं जो जमीनी हकीकत को उजागर करता है । हम अपने जीवन में समाचारों के मूल्य को समझते हैं और आपको उच्च् स्तरीय समाचार हिंदी में प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध हैं,

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हिन्दी पत्रकारिता के उपेक्षित, प्रदूषण ग्रसित व्यवसायोन्मुखी व कर्तव्यच्युत वतावरण में विचार सूचक अपनी एक अलग पहचान बना राष्ट्रीय विचारों तथा ग्रामीण जीवन को समर्पित होकर व्यवस्था से संघर्ष करते हुए अपने पाठकों के स्नेह संबल व विज्ञापनदाताओं के सहयोग से निरन्तर रूप से प्रगति पथ पर अग्रसरित है समाचार पत्र का साप्ताहिक संस्करण मर्यादा पुरूषोत्तम भगवान राम के जन्मस्थलीय जनपद सांकेत ( अयोध्या) के अंचल से वर्ष 1978 में अंकुरित होने के उपरान्त बीरवर लक्ष्मण की नगरी लक्ष्मणपुरी (लखनऊ) से निरन्तरता बनाये हुए है और सम्पूर्ण भारत के लगभग सभी अंचलों में अपने पाठकों, शुभचिन्तकों, वैचारिक समर्थकों , सहयोगियों तथा विज्ञापन दाताओं की एक लम्बी श्रंखला स्थापित करने में भी सफलता अर्जित कर रहा है।

समाचार पत्र विचार सूचक का लखनऊ व देहरादून महानगरीय सांध्य संस्करण होने के बावजूद अपने स्वस्थ व सशक्त वैचारिक लेखों एवं नवीनतम समाचारों को मर्यादित प्रस्तुतीकरण के कारण उ0प्र0 व उत्तराखण्ड के अनेकानेक जनपदों में प्रातः संस्करण के रूप में पाठकों के बीच सम्मान प्राप्त करने वाला पहला अखबार कहा जा सकता है। इसी कालखंड में विचार सूचक को विश्व की एक मात्र संस्था WAN की अधीनस्थ संस्था ‘‘द इण्डियन न्यूजपेपर्स सोसाइटी’’ नई दिल्ली का सदस्य बनने का अवसर प्राप्त हुआ।

समाचार पत्र के सभी संस्करण व्यवसायिक उन्नति व प्रचार प्रसार के सशक्त माध्यम है। इन संस्करणों के सभी विज्ञापन दाताओं आर्थिक सहयोगियों तथा प्रबुद्ध पाठकों से व्यापक स्तरीय सहयोग की अपेक्षा है।

समाचार पत्र विचार सूचक के प्रबुद्ध पाठकों की आवश्यकता एवं अपेक्षा की दिशा में अपनी जीवन्तता का परिचय देते हुए इसका एक प्रातः कालीन संस्करण देश के यशस्वी राष्ट्रकवि सूर्यकांत त्रिपाठी ‘निराला’ एवं महान क्रांन्तिकारी चन्द्र शेखर आजा़द की जन्मभूमि जनपद उन्नाव से 2006 से प्रारम्भ को अनवरत रूप से प्रकाशित हो रहा है।

इसके साथ ही इसका एक सांध्य संस्करण उत्तराखण्ड की राजधानी देहरादून से 2010 से निरन्तर प्रकाशित हो रहा है।