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US को 121 मेडल, भारत का 8 साल में सबसे खराब परफॉर्मेंस: खत्म हुआ रियो ओलिंपिक

रियो डि जेनेरियो.5 अगस्त से शुरू हुए ओलिंपिक गेम्स रविवार रात खत्म हो गए। आखिरी दिन मेडल की सबसे बड़ी उम्मीद पहलवान योगेश्वर दत्त पहले राउंड में ही हार गए। 65 किलो फ्रीस्टाइल इवेंट के क्वालिफिकेशन बाउट में मंगोलिया के पहलवान मन्दाखनारन गैंजोरिग ने योगेश्वर को 3-0 से हराया। योगेश्वर ने 2012 के लंदन ओलिंपिक में ब्रोंज मेडल जीता था। रियो में भारत का सफर केवल 2 मेडल के साथ खत्म हो गया। भारत के लिए पीवी सिंधू ने सिल्वर और साक्षी मलिक ने ब्रोंज मेडल जीता।कौन सा देश रहा टॉप पोजिशन पर…
– इस बार ओलिंपिक गेम्स में 206 देशों ने हिस्सा लिया था जिसमें सबसे ज्यादा मेडल अमेरिका के एथलीट्स ने जीते। अमेरिका मेडल टैली में पहली पोजिशन पर रहा। उसने 46 गोल्ड समेत कुल 121 मेडल्स जीते। ब्रिटेन दूसरी पोजिशन पर रहा, ब्रिटेन के एथलीट्स ने 27 गोल्ड समेत 67 मेडल्स जीते। चीन आश्चर्यजनक रूप से तीसरे नंबर पर खिसक गया। उसे 26 गोल्ड समेत कुल 70 मेडल्स मिले। भारत को 1 सिल्वर और 1 ब्रोंज समेत कुल 2 मेडल मिले और वो मेडल टेली में 67th नंबर पर रहा।
इस बार पिछले दो ओलिंपिक से भी कम मेडल
– रियो में भारत ने अपना अब तक का सबसे बड़ा दल (119 खिलाड़ी) भेजा था। इसमें से 117 खिलाड़ी खाली हाथ वापस लौटे।
– एथलीट्स के पीछे पैसे भी जमकर खर्च हुए थे। पहली बार कई फैसिलिटीज दी गई थीं। उम्मीद थी कि 12 मेडल मिलेंगे, लेकिन मेडल सिर्फ दो मिले।
– यह 8 साल में भारत का सबसे कमजोर प्रदर्शन है। 2012 के लंदन ओलिंपिक में भारत ने छह (दो सिल्वर और चार ब्रोंज) और 2008 के बीजिंग ओलिंपिक में तीन (एक गोल्ड और दो ब्रोंज) मेडल जीते थे।
– बीजिंग में भारत 50th और लंदन में 55th पोजिशन पर था। लेकिन इस बार हम 67वीं पोजिशन पर पहुंच गए। रियो में सिर्फ पीवी सिंधू (सिल्वर) और साक्षी मलिक (ब्रोंज) ही मेडल जीत पाईं। 16 सालों में ये पहला मौका है जब देश का कोई पुरुष खिलाड़ी मेडल नहीं जीत पाया। पिछली बार 2000 सिडनी ओलिंपिक में ऐसा हुआ था। जब कर्णम मल्लेश्वरी ने देश को इकलौता मेडल दिलाया था।
भारत साबित हुआ सबसे फिसड्डी
– ओलिंपिक में 100 से ज्यादा एथलीट भेजने वाले देशों में भारत सबसे फिसड्डी रहा। अलग-अलग देशों के प्लेयर्स और मेडल के अनुपात की बात करें तो अमेरिका का सक्सेस रेट 22% से ज्यादा है। जबकि हमारा सक्सेस रेट केवल 1.68% ही रहा। रियो में भारत समेत 34 देशों ने 100 से अधिक खिलाड़ी उतारे। इनमें भारत के बाद सबसे खराब प्रदर्शन मिस्र (3 मेडल) का रहा। मिस्र ने 122 खिलाड़ी उतारे थे।
100 से ज्यादा एथलीट भेजने वाले देशों का सक्सेस रेट :
देश एथलीट मेडल सक्सेस रेट
अमेरिका 554 120 22%
ब्रिटेन 374 67 18%
चीन 405 70 17%
रूस 286 56 20%
जर्मनी 441 42 9.29%
भारत 119 2 1.68%
मेडल टेली :
पोजिशन देश गोल्ड सिल्वर ब्रोंज टोटल
1 अमेरिका 46 37 38 121
2 ब्रिटेन 27 23 17 67
3 चीन 26 18 26 70
4 रूस 19 18 19 56
5 जर्मनी 17 10 15 42
67 भारत 0 1 1 2