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खनन माफिया राजस्व विभाग को भी लगा रहा अच्छा खासा चूना

 फतेहपुर:जनपद में खनन माफियाओं पर विभाग की तरफ से कोई नकेल न कसने के कारण उनके हौसले और भी ज्यादा बुलंदियों को छूते नजर आ रहे हैं।जहां एक तरफ खनन माफिया राजस्व विभाग को अच्छा खासा चूना लगा रहा है तो वहीं दूसरी ओर खनन विभाग को तथा ओवरलोड ट्रैक्टरों के कारण ग्राम पंचायतों के अंदर बनी सड़कें भी ध्वस्त होती जा रहीं हैं।जहां काफी इंतजार करने के बाद विभाग की तरफ से अल्टीमेट तैयार कर शासन को भेजा जाता है तो उस सड़क का बजट पास होता है तो वहीं ग्राम पंचायतों के अंदर निर्देशों को दरकिनार कर मिट्टी से लदे ओवर लोड ट्रैक्टर निकाले जाते हैं जिसके चलते सड़कें गड्ढों में तब्दील हो जाती हैं।

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जी हां हम बात कर रहे हैं जनपद के थाना जाफरगंज क्षेत्र तथा विकासखंड खजुहा के अंतर्गत आने वाले ग्राम दलेलखेडा़ गांव की जहां सूत्रों के माध्यम से मिली जानकारी के मुताबिक दलेलखेडा़ गांव राजस्व विभाग में आता है,जहां एक जेसीबी संचालक के द्वारा गांव की किनारे गांव के ही किसान के खेतों से करीब दो से तीन फीट की गहराई कर मिट्टी का खनन किया जा रहा है और राजस्व विभाग को अच्छा खासा चूना लगाया जा रहा है। वहीं दूसरी ओर इसी थाना क्षेत्र के केवाई गांव के समीप से रिंद नदी गई हुई है ठीक उसी के बगल से जाने वाले रास्ते से ठीक आगे मिट्टी का खनन किया जा रहा है। जहां के किसानों ने नाम न लिखने की शर्त व कैमरा के सामने न आने की शर्त पर बताया कि इस क्षेत्र में प्रतिदिन रात्रि लगभग 11:00 बजे के आस पास से लेकर सुबह करीब 09:00 –10:00 बजे तक मिट्टी खोदी जाती है और किसी को भनक तक नहीं लगती है।जहां लोगों ने बताया कि जेसीबी संचालक बड़े रौब झाड़ते हुए अपनी कालर टाइट कर यह कहता है कि जिसके जितनी हिम्मत हो अपनी हिम्मत देख ले और मुझे कुछ नहीं हो सकता क्योंकि स्थानीय थाना एवं खनन विभाग मेरे हाथों की कठपुतली बनी हुई और मैं उन्हें अपने इशारे पर नचाता हूं,आखिर क्यों?क्योंकि समय –समय पर इनकी हिस्सा इनके पास पहुंचा दिया जाता है जिस कारण ये लोग गांधी जी के तीन बंदर वाली कहानी चरितार्थ करते हुए नजर आते हैं।आखिर ऐसे दबंग माफियाओं पर शासन का चाबुक क्यों नहीं चलता?इसका मुख्य कारण क्या है?इस तरह से तो लोगों के मन में कई तरह से सवालिया प्रश्न चिन्ह उठते हैं और प्रश्न चिन्ह उठना लाजमी भी है क्योंकि इतना सुर्खियों में होने के बावजूद भी विभाग की तरफ से कोई कार्यवाही नहीं हो पाती है।आखिर मन में सवालिया प्रश्न कई उठ रहे हैं लेकिन उन सब सवालों का उत्तर शायद ही किसी के पास होगा।।