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जिला निर्वाचन अधिकारी ने प्रशिक्षण पा रहे पीठासीन, मतदान अधिकारियों को किया संबोधित

मैनपुरी- जिला निर्वाचन अधिकारी अविनाश कृष्ण सिंह ने सुदिति ग्लोबल एकेडेमी में पीठासीन, मतदान अधिकारियों के प्रथम दिवस के प्रशिक्षण सत्र को संबोधित करते हुए कहा कि विश्व के सबसे बड़े लोकतंत्र के महापर्व में हम सबको अपना योगदान देने का सौभाग्य प्राप्त हुआ है, हम सबके लिए गौरव की बात है, संवैधानिक दायित्व का सभी कार्मिक पूरी निष्ठा, पारदर्शिता के साथ निर्वहन करें। उन्होने कहा कि मतदान प्रक्रिया को शान्तिपूर्ण, निष्पक्ष, स्वतंत्र रूप से सम्पन्न कराने के लिये सबसे अहम भूमिका पीठासीन अधिकारी, मतदान कार्मिकों को निभानी है, इसलिए मतदान के दिन होने वाली विभिन्न गतिविधियों, सामान्य कार्यों, ईवीएम संचालन, लिफाफे पेकिंग, सीलिंग, मतदान अभिकर्ताओं के दायित्वों आदि के बारे में प्रत्येक मतदान कार्मिक को जानकारी होना आवश्यक है, मतदान कार्मिकों की लापरवाही, ईवीएम के कनेक्ट करने में बरती गयी कोताही मतदान प्रक्रिया को प्रभावित कर सकती है, इसलिए सभी मास्टर ट्रेनर्स पीठासीन, मतदान अधिकारियों को प्रत्येक गतिविधि से बाकिफ करा दें, बार-बार कंट्रोल यूनिट, वेलिट यूनिट, वीवी पैट को आपस में कनेक्ट करके देखें, मतदान कार्मिक अपने दायित्वों के प्रति जितने सजग होंगे, मतदान प्रक्रिया उतनी ही आसानी से सम्पन्न होगी।
  श्री सिंह ने पीठासीन, मतदान अधिकारियों से प्रशिक्षण के दौरान संवाद करते हुए कहा कि मॉक-पोल प्रक्रिया निर्धारित समय पर मतदान एजेंटों की उपस्थिति में संपन्न कराएं यदि अभिकर्ता समय से उपस्थित न हो तो 15 मिनट तक प्रतीक्षा करने के बाद मॉक-पोल की प्रक्रिया प्रारंभ करें, प्रक्रिया के दौरान प्रत्येक प्रत्याशी सहित नोटा में भी मत डाले जायें, मॉक-पोल प्रक्रिया की निरंतर वीडियोग्राफी करायी जाये यदि बूथ पर वीडियोग्राफर तैनात न हों तो मतदान कार्मिक मोबाइल से मॉक-पोल प्रक्रिया की वीडियोग्राफी कर डेटा सुरक्षित रखें, मॉक-पोल प्रक्रिया का अंकन पीठासीन डायरी में अवश्य किया जाये। उन्होने कहा कि वास्तविक मतदान प्रक्रिया प्रातः 07 बजे प्रारंभ की जाये, मतदान प्रक्रिया के प्रारंभ होने की उद्घोषणा अवश्य की जाये यदि 06 बजे के उपरांत बूथ पर कोई मतदाता मौजूद हो तो उससे मतदान कराने के उपरांत ही मतदान प्रक्रिया बंद की जाये। उन्होंने पीठासीन, मतदान अधिकारियों से कहा कि प्रत्याशी को प्रत्येक मतदान केंद्र पर 03 एजेंट नियुक्त करने का अधिकार है लेकिन बूथ पर एक समय में सिर्फ 01 एजेंट ही मौजूद रह सकता है, अपराह्न 03 बजे के बाद एजेंट बदला नहीं जा सकता, अपरान्ह 03 बजे से पूर्व एजेंट बदलने की दशा में उसे प्रमाणित मतदाता सूची दूसरे एजेंट को उपलब्ध करानी होगी, जारी किया गया पास जमा करना होगा। उन्होंने कहा कि कोई भी एजेंट बूथ से पर्ची आदि जारी नहीं कर सकेगा और नाहीं किसी के माध्यम से कोई संदेश बाहर भेज सकेगा, एजेंट के पास प्रत्याशी द्वारा जारी किया गया पास, फोटोयुक्त मतदाता पहचान पत्र, प्रमाणित मतदाता सूची, पेन ही उपलब्ध रहेंगा, कोई भी इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस एजेंट अपने पास नहीं रख सकेंगा।
जिला निर्वाचन अधिकारी ने कहा कि यदि मतदान प्रक्रिया के दौरान इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन खराब होने पर घबराएं नहीं बल्कि धैर्य रखें, उसके कनेक्शन दोबारा करें, कोई बटन, स्विच ढीला होने के कारण मशीन का सही प्रकार से संचालन नहीं होता इसलिए सभी कार्मिक तीनों मशीनों को आपस में भली-भांति कनेक्ट करने की विधि को अच्छी तरह समझ लें, यदि मतदान प्रक्रिया के दौरान ईवीएम में कोई कमी आये तो तत्काल सेक्टर, जोनल मजिस्ट्रेट के संज्ञान में लायें, ई.सी.आई.एल. के अभियंता 15 मिनट में मौके पर पहुंचकर समस्या का निदान करेंगे, मतदान के दिन पूरा प्रशासनिक अमला मतदान कार्मिकों की सहायता के लिए मौजूद रहेगा, इसलिए कोई भी मतदान कार्मिक अपने आपको अकेला न समझें। उन्होंने कहा कि पीठासीन, मतदान अधिकारी अपने संवैधानिक दायित्वों का निर्वहन ईमानदारी, निष्पक्षता के साथ करें, सभी मतदान केंद्रों की बेवकास्टिंग होगी, प्रत्येक कर्मी मतदान प्रक्रिया के दौरान सीसीटीवी कैमरे की जद में रहेगा, उसकी प्रत्येक गतिविधि कैमरे में कैद होगी इसलिए ऐसा कोई कार्य न करें, जिससे सत्यनिष्ठा पर सवाल उठे, सभी कार्मिक निष्पक्ष रहकर भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशों का अक्षरशः पालन सुनिश्चित कराते हुए मतदान प्रक्रिया को शांतिपूर्ण, निष्पक्ष एवं स्वतंत्र माहौल में संपन्न करायें।
        मुख्य विकास अधिकारी नेहा बंधु ने प्रशिक्षण के दौरान प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे पीठासीन अधिकारियों से बारी-बारी से कमरों मे जाकर पूछताछ की और उनके द्वारा पूछे गये सवालों का मौके पर समाधान किया। उन्होंने मास्टर ट्रेनर से कहा कि पीठासीन, मतदान अधिकारियों को उनके दायित्वों के साथ-साथ ईवीएम के संचालन, आपस में वायर कनेक्ट करने की प्रक्रिया से पूरी तरह भिज्ञ करा दें, बार-बार मुख्य बिंदुओं की जानकारी दें, उनसे संबंधित कई बार सवाल पूछे ताकि उन्हें प्रत्येक गतिविधि की सही ढंग से जानकारी हो और मतदान प्रक्रिया बिना किसी अवरोध के संपन्न हो सके।
 इस दौरान उप जिला निर्वाचन अधिकारी राम जी मिश्र, उप जिलाधिकारी सदर, करहल, भोगांव, किशनी अभिषेक कुमार, नीरज कुमार द्विवेदी, संध्या शर्मा, प्रसून कश्यप, डिप्टी कलेक्टर गोपाल शर्मा, उपायुक्त एन.आर.एल.एम. शौकत अली, जिला विकास अधिकारी अजय कुमार, परियोजना निदेशक सत्येन्द्र कुमार, अचार्य क्षेत्रीय ग्राम्य, विकास संस्थान डी.के. सचान, सुदिति ग्लोबल के प्रबन्ध निदेशक डा. राम मोहन, डा. कुसुम मोहन, लव मोहन आदि उपस्थित रहे।