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rishikesh murder case
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ऋषिकेश एम्स के बाहर भारी प्रदर्शन, विधायक की गाड़ी के शीशे तोड़े !

अंकिता हत्याकांड मामले में एम्स ऋषिकेश के बाहर लोग भारी संख्या में विरोध प्रदर्शन करने पहुंचे हैं। इस बीच एम्स पहुंची विधायक को लोगों का आक्रोश झेलना पड़ा। वहीं मामले में धामी सरकार ने बड़ा फैसला लिया है। आरोपी पुलकित आर्य के भाई अंकित की पिछड़ा आयोग से छुट्टी होगी। अंकित आर्य अभी पिछड़ा वर्ग आयोग का उपाध्यक्ष है।

अंकिता भंडारी का शव ऋषिकेश की चीला नहर से बरामद

ऋषिकेश में अंकिता भंडारी की हत्या की खबर से सनसनी फैली हुई है। उत्तराखंड रऊफा ने शनिवार की सुबह अंकिता भंडारी का शव ऋषिकेश की चीला नहर से बरामद कर लिया है। रऊफा के प्रवक्ता ने अंकिता भंडारी के शव को चिला नहर से बरामद किए जाने की पुष्टि की है। वहीं, मामले की जांच अब एसआईटी करेगी। शनिवार सुबह अंकिता का शव मिलने के बाद प्रदेशभर में जगह-जगह लोगों का गुस्सा दिखाई दे रहा है। सड़कों पर प्रदर्शन कर रहे लोग आरोपियों को फांसी देने की मांग कर रहे हैं। इस बीच एम्स ऋषिकेश के बाहर लोगों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी है। एम्स ऋषिकेश में अंकिता का शव पोस्टमाटर्म के लिए लाया गया।इस दौरान यमकेश्वर विधायक रेणु बिष्ट यहां पहुंची तो गुस्साई भीड़ ने उनकी गाड़ी के शीशे तोड़ दिए। लोगों के विरोध के बाद एम्स से विधायक को निकालना पड़ा। दूसरी ओर मामले में धामी सरकार ने बड़ा फैसला लिया है। आरोपी पुलकित आर्य के भाई अंकित की पिछड़ा आयोग से छुट्टी होगी। अंकित आर्य अभी पिछड़ा वर्ग आयोग का उपाध्यक्ष है।

वनंत्रा रिजॉर्ट में रिसेप्शनिस्ट थी अंकिता

एएसपी कोटद्वार शेखर सुयाल ने शुक्रवार को मामले का खुलासा करते हुए बताया कि पौड़ी गढ़वाल के नांदलस्यूं पट्टी के श्रीकोट निवासी अंकिता भंडारी (19) वनंत्रा रिजॉर्ट में रिसेप्शनिस्ट के तौर पर काम करती थी। वह गत 18 सितंबर को रहस्मय ढंग से लापता हो गई थी। रिजॉर्ट के मालिक पुलकित आर्य की ओर से उसकी गुमशुदगी राजस्व पुलिस चौकी में दर्ज कराई गई। बृहस्पतिवार तक अंकिता का कुछ पता नहीं चला। इसके बाद मामला लक्ष्मणझूला थाना पुलिस को ट्रांसफर कर दिया था। इसके बाद जब पुलिस ने जांच की तो रिजॉर्ट के संचालक और उसके मैनेजरों की भूमिका सामने आई।

रिजॉर्ट के कर्मचारियों से पूछताछ में पता चला कि 18 सितंबर को शाम करीब आठ बजे अंकिता रिजॉर्ट के मालिक पुलकित आर्य, मैनेजर अंकित और भाष्कर के साथ रिजॉर्ट से गई थी। इसके बाद करीब साढ़े दस बजे ये तीनों ही रिजॉर्ट में लौटे। अंकिता उनके साथ नहीं थी। इस आधार पर पुलिस ने तीनों को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो उन्होंने सारे घटनाक्रम को उगल दिया।

उन्होंने पुलिस को बताया कि अंकिता पर वह यहां आने वाले ग्राहकों से संबंध बनाने को कहते थे। यह बात अंकिता सबको बता रही थी। वह बार-बार रिजॉर्ट की हकीकत सामने लाने की धमकी दे रही थी। इस बात को लेकर विवाद चल रहा था। घटना वाले दिन दो अलग-अलग वाहनों पर चारों लोग चीला बैराज के पास गए। वहां पर उन्होंने फास्टफूड के साथ शराब पी। इसके बाद आगे चले और नहर किनारे रुक गए। यहां पर पुलकित और अंकिता का फिर से झगड़ा होने लगा।

अंकिता को नहर में दे दिया धक्का

इस बीच अंकिता ने पुलकित का मोबाइल फोन छीनकर नहर में फेंक दिया। इस बात पर पुलकित को गुस्सा आ गया और उसने अंकिता को नहर में धक्का दे दिया। अंकिता ने दो बार पानी से ऊपर आकर बचाने की आवाज लगाई। मगर, तीनों डर गए और वहां से भागकर रिजॉर्ट में आ गए। यहां पर उन्होंने कर्मचारियों को इस तरह से बताया कि अंकिता अपने कमरे में है। कुछ देर बाद तीनों ही राजस्व पुलिस चौकी में गुमशुदगी दर्ज कराने चले गए। एएसपी ने बताया कि लंबी पूछताछ के बाद पुलकित आर्य (निवासी स्वदेशी भवन, आर्यनगर, ज्वालापुर हरिद्वार), अंकित उर्फ पुलकित गुप्ता आर्य (निवासी दयानंद नगरी, ज्वालापुर, हरिद्वार) और सौरभ भास्कर (निवासी सूरजनगर, ज्वालापुर, हरिद्वार) को हत्या, साक्ष्य छुपाने आदि के आरोप में गिरफ्तार कर लिया गया। इधर, शुक्रवार देर शाम तक चीला नहर में अंकिता के शव को तलाश किया गया था। एसडीआरएफ ने आज शव को बरामद कर लिया।

शनिवार सुबह अंकिता का शव मिलने पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि इस हृदय विदारक घटना से मन अत्यंत व्यथित है। दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा दिलाने के लिए पुलिस उपमहानिरीक्षक के नेतृत्व में रकळ का गठन कर त्वरित जांच के भी आदेश दे दिए हैं। उन्होंने कहा कि हमारा संकल्प है कि इस जघन्य अपराध के दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा।

मुख्यमंत्री के आदेश पर रिजॉर्ट पर चला बुलडोजर

अंकिता हत्याकांड में लोगों को आक्रोश और विपक्ष की घेराबंदी के बाद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने देर शाम बड़ा निर्णय लिया। उनके आदेश पर आधी रात बुलडोजर चलाकर रिजॉर्ट को ढहा दिया गया। रिजॉर्ट ढहाने की कार्रवाई पौड़ी जिला प्रशासन और पुलिस ने की। उधर डीजीपी अशोक कुमार ने कहा कि राजस्व पुलिस से ट्रांसफर होकर मुकदमा जैसे ही पौड़ी पुलिस के पास आया तो इसमें त्वरित कार्रवाई की गई। तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया। अंकिता के शव की तलाश की जा रही है। बावजूद इसके बहुत से लोग सोशल मीडिया के माध्यम से लोगों को भड़का रहे हैं। ऐसे लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की जायेगी। इस संबंध में सभी जिला प्रभारियों को सोशल मीडिया की निगरानी के आदेश दिए गए हैं।