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35 साल बाद कोई भारतीय PM जाएगा केन्या, मोजाम्बिक पहुंचे मोदी

नई दिल्ली/मापुतो (मोजाम्बिक). चार अफ्रीकी देशों की विजिट पर निकले नरेंद्र मोदी गुरुवार सुबह मोजाम्बिक पहुंचे। मोदी बुधवार रात भारत से रवाना हुए थे। मोजाम्बिक के बाद पीएम साउथ अफ्रीका, तंजानिया और केन्या पहुंचेंगे। खास बात ये है कि 35 साल बाद कोई भारतीय पीएम केन्या जा रहा है। पांच दिन के इस दौरे में पेट्रोलियम, सी सिक्युरिटी, बिजनेस, इंवेस्टमेंट, एग्रिकल्चर और फूड सेक्टर्स में मदद बढ़ाने पर जोर रहेगा। मोजाम्बिक में भारत का बड़ा इंवेस्टमेंट…
#मोजाम्बिक
– मोजाम्बिक में मोदी की यहां के प्रेसिडेंट फिलिप न्यूसी के साथ मीटिंग होगी।
– मोजाम्बिक में भारत ने करीब 8 बिलियन डॉलर का इंवेस्टमेंट किया है। यह अफ्रीकी कॉन्टिनेंट में भारत के कुल इंवेस्टमेंट का करीब एक चौथाई है।
– मोजाम्बिक विजिट के दौरान मोदी का फोकस एनर्जी और फूड सिक्युरिटी पर होगा। मोजाम्बिक कतर और ऑस्ट्रेलिया के बाद तीसरा सबसे बड़ा नेचुरल गैस का एक्सपोर्टर है।
– भारत को मोजाम्बिक से दालों को खरीदने के लिए एक एमओयू होने की भी उम्मीद है। भारत में दालों की बढ़ती कीमतों को देखते हुए यह एमओयू अहम है।
#दक्षिण अफ्रीका
– मोजाम्बिक के बाद मोदी 8 जुलाई को साउथ अफ्रीका पहुंचेंगे। दो दिन की साउथ अफ्रीका विजिट में उनका प्रेसिडेंट जैकब जुमा और अन्य पॉलिटिकल पार्टी के नेताओं के साथ मिलने का प्रोग्राम है।
– साउथ अफ्रीका के जोहानसबर्ग में 8 जुलाई को मोदी इंडियन कम्युनिटी के लोगों को एड्रेस करेंगे। इस प्रोग्राम में करीब 10 हजार लोगों के मौजूद रहने की उम्मीद है।
– अपनी दो दिन की विजिट के दौरान मोदी डरबन से पीटरमेरित्जबर्ग के बीच ट्रेन का सफर भी करेंगे। पीटरमेरित्जबर्ग वह स्टेशन से हैं, जहां 1893 में महात्मा गांधी को ब्लैक इंडियन कह कर ट्रेन से बाहर फेंक दिया गया था।
#तंजानिया
– 10 जुलाई को मोदी तंजानिया पहुंचेंगे। यहां प्रेसिडेंट जॉन पोंबे जोसेफ मागुफुली के साथ बाइलेटरल डिस्कशन करेंगे। इसमें कुछ एग्रिमेंट्स पर साइन होंगे।
– यहां मोदी सोलर एनर्जी के दिग्गजों के एक ग्रुप से मुलाकात करेंगे।
– मोदी जिन चार देशों की यात्रा पर जा रहे हैं वे देश भारत की अगुवाई वाले इंटरनेशनल सोलर अलाइंस के मेंबर भी हैं।
– भारत देखना चाहता है कि सोलर एनर्जी के सेक्टर में इन देशों से किस तरह की मदद ली जा सकती है।
#केन्या
– 11 जुलाई को मोदी केन्या की राजधानी नैरोबी पहुंचेंगे। इस पूर्वी अफ्रीकी देश में 35 साल में किसी भारतीय पीएम की यह पहली यात्रा होगी। इससे पहले 1981 में इंदिरा गांधी यहां आई थीं।
– मोदी नैरोबी यूनिवर्सिटी भी जाएंगे। यहां वो स्टूडेंट्स को एड्रेस करेंगे।
– चार अफ्रीकी देशों की यात्रा की दूसरी वजह भारत की मैरीटाइम सिक्युरिटी भी है। दरअसल भारत का ज्यादातर समुद्री व्यापार इन देशों की समुद्री सीमा से होता है।
अफ्रीका पर डी कंपनी की नजर
– माना जा रहा है कि मोदी की इस यात्रा के दौरान अफ्रीकी देशों में दाऊद इब्राहिम के बढ़ते व्यापार को रोकने पर भी चर्चा हो सकती है।
– खुफिया सूत्रों के मुताबिक डी कंपनी अफ्रीका में अवैध तरीके से निकाले जाने वाले डायमंड के बिजनेस को बढ़ा रहा है।
– यह भी कहा जा रहा है कि एनआईए दाऊद के करीबी जावेद चिकना के अफ्रीका में बैठे सहयोगी जाहिद मियां को पकड़ना चाहती है।
– दरअसल भरूच जिले के पूर्व बीजेपी प्रेसिडेंट शिरीष बंगाली और जिले के भारतीय जनता युवा मोर्चा के जनरल सेक्रेटरी प्रग्नेश मिस्त्री की हत्या में चिकना और जाहिद मियां का नाम सामने आया है।
चीन को भी रोकना है
– अफ्रीकी देशों में पिछले कुछ दिनों से चीन का दबदबा बढ़ा है। इस लिहाजा से भी पीएम मोदी की यह विजिट खास मानी जा रही है।
– भारत की तरफ से मोदी की यह यात्रा तीसरी हाई लेवल विजिट होगी।
– पिछले छह महीनों में भारत से वाइस प्रेसिडेंट हामिद अंसारी और प्रेसिडेंट प्रणब मुखर्जी भी अफ्रीकी देशों की यात्रा पर जा चुके हैं।
30 अफ्रीकी देशों की जीडीपी से चीन का ट्रेड ज्यादा
– पिछले साल यहां चीन का व्यापार 200 अरब डॉलर रहा। यह अफ्रीका के 30 सबसे छोटे देशों की कुल जीडीपी से भी ज्यादा है।
– पिछले साल भारत का अफ्रीका से करीब 71.65 अरब डॉलर का ट्रेड हुआ था।