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18 नामों की चर्चा, सिर्फ 9 को मिलेगी एंट्री, मोदी कैबिनेट का दूसरा फेरबदल कल

नई दिल्ली.कई महीनों से लगाए जा रहे कयासों के बाद नरेंद्र मोदी मंगलवार को कैबिनेट में फेरबदल करने जा रहे हैं। इसके लिए राष्ट्रपति भवन को इन्फॉर्म किए जाने की खबर है। कल सुबह 11 बजे नए मंत्री शपथ ले सकते है। कुल 18 नामों की चर्चा है। लेकिन मोदी किन्हीं 9 नए चेहरों को एंट्री दे सकते हैं। कुछ के पोर्टफोलियो बदले जाएंगे। माना जा रहा है कि 75 साल से ऊपर के नेताओं को मंत्री नहीं बनाया जाएगा। फेरबदल मंगलवार को होने के आसार इसलिए ज्यादा हैं क्योंकि मोदी को 7 जुलाई से चार अफ्रीकी देशों के दौरे पर रवाना होना है। मई 2014 में सरकार बनने के बाद पिछला और इकलौता फेरबदल नवंबर 2014 में हुआ था। कई नामों की चर्चा…
– फिलहाल मोदी कैबिनेट में 66 मंत्री हैं। कानून के मुताबिक, 82 मंत्री रह सकते हैं।
– इस बात की संभावना सबसे ज्यादा है कि यूपी, उत्तराखंड और पंजाब के नेताओं को मंत्री बनाया जाएगा, जहां अगले साल असेंबली इलेक्शन हैं।
– सर्बानंद सोनोवाल असम में सीएम बन चुके हैं। उनकी जगह खाली है। शिवसेना को भी एक मंत्री पद और मिल सकता है।
अफ्रीका दौरे से पहले फेरबदल
– मोदी 7 जुलाई को चार अफ्रीकी देशों की विजिट पर रवाना हो रहे हैं। इसके पहले वो कैबिनेट में फेरबदल करना चाहते हैं।
– बीजेपी प्रेसिडेंट अमित शाह से उन्होंने बीते 45 दिनों में कई बार इस मुद्दे पर चर्चा भी की है। पिछले हफ्ते तो दोनों के बीच करीब चार घंटे बातचीत हुई थी।
– माना जा रहा है कि कुछ मंत्रियों को शाह अपनी टीम में शामिल कर सकते हैं। मोदी-शाह की जोड़ी अगले लोकसभा चुनाव पर भी फोकस कर रही है।
– मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक- होम, फाइनेंस, डिफेंस और एक्सटर्नल अफेयर्स देख रहे मंत्रियों के पोर्टफोलियो नहीं बदले जाएंगे।
75 साल के ऊपर के लोगों को जगह नहीं
– हाल ही में मध्य प्रदेश की कैबिनेट में बदलाव हुए। दो मिनिस्टर्स बाबूलाल गौर और सरताज सिंह 75 साल से ज्यादा की उम्र के थे। इनसे इस्तीफे ले लिए गए।
– पार्टी इसी पॉलिसी को सेंटर में अप्लाइ करना चाहती है। इसीलिए मोदी भी ऐसे लोगों को मंत्री नहीं बनाएंगे जो 75 से ऊपर हैं।
– 2014 के लोकसभा चुनाव के बाद आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी, यशवंत सिन्हा, शांता कुमार और बी.सी. खंडूरी को भी उम्रदराज होने की वजह से मंत्री नहीं बनाया गया था।
दौड़ में 5 राज्यों के 18 नाम, लेकिन किन्हीं 9 को मिल सकती है जगह
1. राजस्थान से 3 चेहरे
– अर्जुन राम मेघवाल : कई बार साइकल से संसद पहुंचने वाले बीकानेर के सांसद मेघवाल को मंत्री बनाया जा सकता है। वे आईएएस भी रह चुके हैं।
– पीपी चौधरी :पाली के सांसद चौधरी का नाम की भी चर्चा है।
– ओम माथुर :कद्दावर नेता हैं। लोकसभा चुनाव के दौरान यूपी में बीजेपी को सबसे ज्यादा सीटें दिलाने में अमित शाह के साथ उनकी भी भूमिका रही।
2. यूपी से 7 नाम
– अनुप्रिया पटेल :एनडीए के सहयोगी दल अपना दल की नेता हैं। फेरबदल से पहले सोमवार को ही उनकी पार्टी का बीजेपी में विलय हो गया। अनुप्रिया मिर्जापुर से सांसद हैं।
– योगी आदित्यनाथ :समर्थक उन्हें यूपी इलेक्शन में सीएम कैंडिडेट बनाने की मांग कर रहे हैं। लेकिन पार्टी उन्हें केंद्रीय मंत्री बनाना चाहती है।
– राजवीर सिंह :राजस्थान गवर्नर और यूपी के पूर्व सीएम कल्याण सिंह के बेटे हैं। एटा से सांसद हैं।
– राघव लखनपाल :यूपी के सहारनपुर से बीजेपी सांसद हैं।
– कृष्णा राज :शाहजहांपुर से सांसद हैं।
– कौशल किशोर :मोहनलालगंज से सांसद हैं।
– श्याम चरण गुप्ता :इलाहाबाद से सांसद हैं।
3. उत्तराखंड से 2 नामों की चर्चा
– भगत सिंह कोशियारी :पूर्व सीएम हैं। नैनीताल से सांसद हैं। राज्य में अगले साल चुनाव हैं।
– अजय टमटा :दलित नेता हैं और अलमोड़ा से सांसद हैं।
4. असम से 2 नाम दौड़ में
– रामेश्वर तेली :डिब्रूगढ़ से सांसद हैं।
– रमन डेका :मंगलदोई से सांसद हैं।
– दोनों में से किसी एक को सर्बानंद सोनोवाल की जगह शामिल किया जा सकता है। सोनोवाल असम के सीएम बन चुके हैं।
5. मध्य प्रदेश से एक नाम
– राकेश सिंह :जबलपुर से सांसद हैं।
6. राज्यसभा के 3 सदस्यों के नाम की चर्चा
– भूपेंद्र सिंह :राजस्थान से राज्यसभा सदस्य हैं। बीजेपी के जनरल सेक्रेटरी हैं।
– एमजे अकबर :जर्नलिस्ट रहे अकबर को कैबिनेट में जगह मिल सकती है।
– विनय सहस्त्रबुद्धे :संगठन से जुड़े नेता हैं। मंत्री बनाए जा सकते हैं।
जो हटाए जा सकते हैं
1. गिरिराज सिंह
– मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, हटाए जा सकने वालों में सबसे बड़ा नाम गिरिराज सिंह का है। बिहार से सांसद सिंह अपने विवादित बयानों को लेकर अक्सर चर्चा में रहते हैं।
2. नजमा हेपतुल्ला
– अल्पसंख्यक मामलों की मंत्री नजमा हेपतुल्ला की कुर्सी खतरे में है। इसकी वजह ये है कि वे 76 साल हो चुकी हैं।
3. कलराज मिश्र
– यूपी से सांसद मिश्र भी 75 साल के हो गए हैं। मोदी ने अगर 75+ नेताओं को बाहर रखा तो मिश्र की छुट्टी होना तय है।
4. निहालचंद
– रसायन मंत्री निहालचंद की कुर्सी जा सकती है। श्रीगंगानगर से सांसद निहालचंद एक रेप केस में नाम आने के बाद से विपक्ष उन पर सवाल उठाता रहा है।
जो प्रमोट हो सकते हैं
1. पीयूष गोयल
– पावर मिनिस्टर फॉर स्टेट पीयूष गोयल को इंडिपेंडेंट चार्ज से प्रमोट कर कैबिनेट मंत्री बनाना तय माना जा रहा है।
– 30 जून को जब मोदी ने मंत्रियों का रिव्यू किया तो वे जिन नेताओं के कामकाज से सबसे ज्यादा संतुष्ट नजर आए, उनमें गोयल शामिल थे।
2. मुख्तार अब्बास नकवी
– अगर नजमा हेपतुल्ला की उम्र के चलते छुट्टी होती है तो मुख्तार अब्बास नकवी को अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री का कैबिनेट दर्जा मिल सकता है।
3. धर्मेंद्र प्रधान
– पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान को मोदी उनके पोर्टफोलिया की अहमियत के मद्देनजर कैबिनेट मंत्री के तौर पर प्रमोट कर सकते हैं।
– वे अभी मिनिस्टर फॉर स्टेट इंडिपेंडेंट चार्ज हैं।
4. सिन्हा और बालियान
– यूपी में अगले साल इलेक्शन के मद्देनजर मनोज सिन्हा और संजीव बालियान को प्रमोट किया जा सकता है।