नई दिल्ली: केन्या को एक रहस्यमयी (रहस्यमयी) बीमारी ने अपनी चपेट में ले लिया है. यहां स्कूली बच्चियों के पैरों में लकवा मारने की शिकायत से हड़कंप मच गया है. स्थानीय मीडिया के मुताबिक, केन्या में करीब 100 स्कूली बच्चों ने पैरों में लकवा के लक्षणों की सूचना दी है. अधिकांश बच्चियां पैर में लकवा मारने की वजह से अब नहीं चल पा रही हैं. स्थानीय मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, यह घटना काकमेगा शहर के सेंट थेरेसा एरेगी गर्ल्स हाई स्कूल की है और यहां की लकवाग्रस्त स्कूली छात्राओं को अस्पताल में भर्ती कराया गया है और स्कूल को अनिश्चित काल के लिए बंद कर दिया गया है.
काउंटी शिक्षा अधिकारी बोनफेस ओकोथ ने मीडिया को बताया कि लकवाग्रस्त 95 छात्राओं को ट्रीटमेंट के लिए अस्पतालों में भर्ती कराया गया है. बीबीसी की एक रिपोर्ट के मुताबिक, पैरों में लकवा मारने की वजह से स्कूली लड़कियों को चलने में दिक्कत हो रही थी और उन्हें ऐंठन भी महसूस हो रही थी. हालांकि, असल में यह क्या बीमारी है, इसका खुलासा नहीं हो पाया है. रिपोर्ट में कहा गया है कि विशेषज्ञों का मानना है कि यह मास हिस्टीरिया हो सकता है.
रिपोर्ट में कहा गया है कि पीड़ित लड़कियों के खून और पेशाब के नमूने स्वास्थ्य अधिकारियों द्वारा एकत्र किए गए हैं और केन्या मेडिकल रिसर्च इंस्टीट्यूट (केईएमआरआई) प्रयोगशालाओं में भेजे गए हैं, जहां रहस्यमयी बीमारी की जांच की जा रही है. वहीं, केन्या के अधिकारियों ने पीड़ित छात्राओं के माता-पिता और अभिभावकों से अपने बच्चों के स्वास्थ्य की बारीकी से निगरानी करने का आग्रह किया है. रहस्यमय बीमारी के कारण चलने में असमर्थ स्कूली बच्चों का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है.
‘केन्या में कई स्कूली छात्राओं को एक रहस्यमय बीमारी के कारण अस्पताल में भर्ती कराया गया है. रिपोर्टों से पता चलता है कि अधिकांश महिला छात्रों के पैर लकवाग्रस्त हैं और वे चल नहीं सकतीं.’ स्थानीय मीडिया की रिपोर्ट के अनुसार, इस बीच स्कूल ने कहा कि स्थिति का आकलन करने और आवश्यक कदम उठाए जाने के बाद छात्रों को स्कूल वापस जाने की अनुमति दी जाएगी.