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( Savarkar )
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सावरकर ( Savarkar )पर राहुल गांधी का बयान बना मुद्दा

मुंबई. कांग्रेस नेता राहुल गांधी के वीर सावरकर  ( Savarkar ) को लेकर दिए गए बयान पर दिल्ली से लेकर मुंबई तक राजनीति खूब गरमाई हुई है. महाराष्‍ट्र में बीजेपी ने इस मुद्दे पर गौरव यात्राएं निकालने की शुरुआत कर दी है तो वहीं महाविकास आघाड़ी यानी एनसीपी, उद्धव की शिवसेना और कांग्रेस में मतभेद देखने मिल रहा है. इस संबंध में तनाव बढ़ गया है. सावरकर बयान मुद्दे पर उद्धव शिवसेना और कांग्रेस में दरार आ गई है. इस बीच, कांग्रेस अध्‍यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने विपक्षी दलों की मीटिंग बुलाई लेकिन उद्धव गुट के शिवसेना-पक्ष ने उनकी मीटिंग में भाग लेने से इनकार कर दिया. राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी ने भी इस मामले में खुलकर कांग्रेस का समर्थन नहीं दिखाया है.

राहुल के बयान के बाद से ही महाराष्ट्र में राजनीति सरगर्मियां तेज हो गईं थी. महाराष्‍ट्र में इस बयान से कांग्रेस को बड़ा नुकसान हुआ है और महाविकास आघाड़ी में ही फूट पड़ गई है. राहुल गांधी के बयान पर उद्धव ठाकरे की शिवसेना ने सबसे पहले नाराजगी जाहिर कर दी थी. उद्धव ठाकरे ने कहा था कि हम स्‍वतंत्रता सेनानियों का अपमान बर्दाश्‍त नहीं करेंगे. हालांकि राष्‍ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रमुख शरद पवार ने इस मामले में उद्धव ठाकरे और कांग्रेस नेता सोनिया गांधी से चर्चा की है. पार्टी सूत्र कह रहे हैं कि वीर सावरकर मामला शांत हो चुका है.

राहुल गांधी के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराएंगे सावरकर के पोते
सावरकर के पोते रंजीत सावरकर ने कहा है कि राहुल गांधी ने वीर सावरकर पर टिप्‍पणी की है, वे उनके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराएंगे. उन्‍होंने कहा कि शरद पवार को राहुल गांधी को समझाना चाहिए. राहुल गांधी को अपने बयान पर माफी मांगना चाहिए. गौरतलब है कि राहुल गांधी ने एक प्रेस कॉन्‍फ्रेंस में कहा था ‘ मेरा नाम सावरकर नहीं है, मेरा नाम गांधी है और गांधी किसी से माफी नहीं मांगते.

मुंबई पहुंचे, पवन खेड़ा ने कहा की, “पहले इतिहास को भी पढ़ लेना चाहिए, छत्रपति शिवाजी महाराज और संभाजी महाराज को लेकर, सावरकर को लेकर क्या कहा था? इस बारे में भी बोलें. MVA में कोई दरार नहीं है. बस हम एक-दूसरे के सामने अपने विचार रख कर संवाद करते हैंं जिन्हें सभी देख रहे हैं. जो लोग सावरकर गौरव यात्रा निकाल रहे हैं, उन्हें बताना चाहिए की क्या वह सावरकर की छत्रपति शिवाजी महाराज, संभाजी महाराज पर की गई टिपण्णी से सहमत हैं?”