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( assuming office)
( assuming office)

पद संभालने ( assuming office)के बाद मुनीर संयुक्त अरब अमीरात और सऊदी का दौरा 

इस्लामाबाद. पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई के पूर्व प्रमुख जनरल आसिम मुनीर देश के नए सेना प्रमुख बनने के बाद सऊदी अरब के दौरे पर हैं. पद संभालने के करीब पांच हफ्ते बाद मुनीर संयुक्त अरब अमीरात और सऊदी का दौरा करने पहुंचे हैं. आसिम मुनीर पाकिस्तान के पहले सेना प्रमुख नहीं हैं जिन्होंने पद संभालते  ( assuming office) ही खाड़ी देश का दौरा किया हो. इससे पहले भी पाकिस्तानी सेना के प्रमुख पद संभालने के बाद खाड़ी देश का दौरा करते रहे हैं.

दरअसल पाकिस्तान गहरे आर्थिक संकट से जूझ रहा है इस बात से हर कोई वाकिफ है. सऊदी पाकिस्तान की आर्थिक मदद करने वाले देशों में प्रमुख है. सऊदी न सिर्फ पाकिस्तान की आर्थिक मदद करता है बल्कि वहां पूंजी निवेश भी करता है. इतना ही नहीं पाकिस्तान और सऊदी के सियासी संबंध के साथ-साथ सैन्य संबंध भी हैं और वह सऊदी के साथ अपने पुराने संबंधों को अच्छा रखना चाहता है.

काफी अहम होते हैं पाकिस्तानी सेना प्रमुख के ये दौरे
पाकिस्तान को आर्थिक मदद करने वाले देशों में सऊदी अरब का नंबर पहला रहा है. इसीलिए पूर्व सेना प्रमुख कमर जावेद बाजवा ने अपने विदाई भाषण में खाड़ी देशों के पाकिस्तान को मदद करने की बात का जिक्र किया था. बीबीसी की एक रिपोर्ट के मुताबिक सऊदी अरब ने पाकिस्तान के साथ समझौते में तीन अरब डॉलर का इजाफा किया है जिससे पाकिस्तान के मुद्रा विनिमय कोष को कुछ हद तक मजबूती मिलेगी.

वहीं इससे पहले पाकिस्तान की इमरान खान के नेतृत्व वाली सरकार में महत्वपूर्ण पद पर रह चुके एक नेता ने भी कहा था कि सेना की ओर से होने वाले ये दौरे काफी अहम होते हैं और इसका सीधा असर अर्थव्यवस्था पर पड़ता है.
कौन हैं आसिम मुनीर
गौरतलब है कि जनरल आसिम मुनीर ने नवंबर में ही जनरल कमर जावेद बाजवा की जगह ली है. बाजवा को 2016 में तीन साल के लिए सेना प्रमुख नियुक्त किया गया था. साल 2019 में उन्हें तीन साल का सेवा विस्तार दिया गया था. मुनीर ‘आर्मी स्टाफ’ के 17वें प्रमुख हैं.

मुनीर पहले ऐसे सेना प्रमुख है, जिन्होंने दो सबसे शक्तिशाली खुफिया एजेंसी इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस (आईएसआई) और मिलिट्री इंटेलिजेंस (एमआई) के प्रमुख के रूप में सेवाएं दी हैं. हालांकि वह अब तक सबसे कम समय के लिए आईएसआई प्रमुख रहे. आठ महीने के अंदर 2019 में तत्कालीन प्रधानमंत्री इमरान खान के कहने पर उनकी जगह लेफ्टिनेंट जनरल फैज हामिद को आईएसआई प्रमुख नियुक्त किया गया था.

पाकिस्तान को अस्तित्व में आए 75 साल से ज्यादा का वक्त हो चुका है और देश में आधे से अधिक समय तक सेना का शासन रहा है. ऐसे में देश के सुरक्षा और विदेश नीति मामलों में सेना का काफी दखल रहा है.