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12 साल बाद भोगांव बैंक डकैती एक्शन प्लान में शामिल

मैनपुरी,स्पेशल जज डकैती कोर्ट में लंबित भोगांव बैंक डकैती के मुकदमे को एक्शन प्लान में शामिल किया गया है। 28 जनवरी 2003 को स्टेट बैंक के तीन कर्मचारियों की हत्या करके बदमाशों ने 88.20 लाख रुपये लूटे थे। बैंक डकैती के मुकदमे की सुनवाई 12 साल से स्पेशल जज डकैती की कोर्ट में की जा रही है।

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भोगांव में जीटी रोड पर स्थित स्टेट बैंक ऑफ इंडिया में बदमाशों ने 28 जनवरी 2003 की रात लगभग आठ बजे बैंक में घुसकर कैशियर आरके गुप्ता, लेखाकार एमसी अग्रवाल, सुरक्षा गार्ड शिवराज सिंह की हत्या कर दी थी। बदमाशों ने कैश के चेस्ट में रखे 88.20 लाख रुपये लूट लिए थे। हत्या की रिपोर्ट बैंक के दूसरे सुरक्षा गार्ड गिरीश चंद्र दुबे ने दर्ज कराई थी। कैशियर और लेखाकार बैंक परिसर के ऊपरी हिस्से में बने आवासों में रहते थे। बैंक डकैती की जानकारी होने के बाद पुलिस की कई टीमों ने मौके पर पहुंचकर जांच की थी। बैंक डकैती की जांच करने के बाद पुलिस ने आठ फरवरी 2011 को अवधेश शाक्य उर्फ बीटू निवासी मोहल्ला चौधरी, सहरोज आदिल निवासी मोहल्ला हवेली, अकबर कुरैशी निवासी रसूलाबाद, सतीश शाक्य, अनेक सिंह निवासी अम्हैरा थाना भोगांव के खिलाफ चार्जशीट कोर्ट में भेज दी थी। तब से मुकदमा अदालत में चल रहा है। मुकदमे में 72 तारीखें लग चुकी हैं। अनेक सिंह की मौत हो चुकी है|
चेस्ट खुलवाकर की थी लूट
स्टेट बैंक शाखा भोगांव चेस्ट ब्रांच में आने वाली करेंसी को ही अन्य ब्रांचों में भेजा जाता है। बदमाशों ने बैंक में घुसकर बैंक कर्मियों को कब्जे में लेने के बाद चेस्ट खुलवाया। चेस्ट में रखे 88.20 लाख रुपये की लूट की थी। बदमाशों ने ज्यादातर पुराने नोट ही लूटे थे। अम्हैरा में खेत में बोरियों में छिपाकर रखे गए नोट पुलिस ने बरामद किए थे। अवधेश तथा सहरोज के कब्जे से एक-एक लाख रुपये तथा सतीश के कब्जे से 90 हजार रुपये बरामद किए थे।