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स्टिंग: शाह के नार्को टेस्ट की मांग, रावत ने कहा- अब तो सेल्फी से भी डर लगने लगा

देहरादून.रविवार को सामने आए एक स्टिंग पर सीबीआई ने सोमवार को हरीश रावत को दिल्ली बुलाया था। 10 मई को असेंबली में होने वाले फ्लोर टेस्ट के चलते रावत दिल्ली नहीं जा पाए थे। रावत ने कहा- “अब तो सेल्फी खिंचवाने में भी डर लगने लगा है। न जाने कौन कैसा इस्तेमाल कर ले। अगर अमित शाह नार्को टेस्ट करवाने के लिए राजी हैं, तो मैं भी तैयार हूं।” रावत बोले- सीबीआई मेरी हालत समझेगी…
– रावत ने कहा, “मैंने सीबीआई से कुछ और मोहलत देने की अपील की है। मुझे उम्मीद है कि वे मेरी स्थिति समझेंगे।”
– “मुझे लगता है कि उत्तराखंड की धरती पर हर जगह स्टिंग ही चल रहा है। अब तो किसी के साथ सेल्फी खिंचवाने से भी डर लगने लगा है।”
– रावत ने भी ये भी कहा, “अगर अमित शाह, कैलाश विजयवर्गीय, श्याम जाजू और वो सभी लोग जो हॉर्स ट्रेडिंग में इन्वॉल्व हैं, नार्को टेस्ट करवाने के लिए तैयार हैं, तो मैं नार्को कराने वाला पहला शख्स होऊंगा।”
क्या बोली थी कांग्रेस की चीफ व्हिप?
– सुप्रीम कोर्ट ने 10 मई को उत्तराखंड असेंबली में फ्लोर टेस्ट कराने का ऑर्डर दिया था।
– इंदिरा के मुताबिक, “रावतजी को कल होने वाले फ्लोर टेस्ट को लेकर विधायकों से बात करनी है। ऐसे में, उनका देहरादून छोड़ पाना मुश्किल होगा।”
– इस बीच, नए स्टिंग वीडियो में घिरे हरीश रावत पर बीजेपी ने आरोप लगाया है कि वह विधायकों को खरीदने की कोशिश कर रहे हैं।
– उधर, राज्य के पूर्व सीएम रावत का दावा है कि विधायकों को धमकाया जा रहा है और सेंट्रल एजेंसियां उनके फोन टेप कर रही हैं। उन्होंने यह आरोप भी लगाया कि केंद्र सरकार और बीजेपी ब्लैकमेलिंग की राजनीति कर रही है।
नए स्टिंग में हरीश रावत पर क्या लगा आरोप
– रविवार को एक टीवी चैनल ने नया स्टिंग वीडियो रिलीज किया।
– वीडियो में कांग्रेस के बागी विधायक हरक सिंह रावत और पार्टी विधायक मदन सिंह बिष्ट बातचीत करते दिख रहे हैं।
– स्टिंग वीडियो में बिष्ट यह कहते दिख रहे हैं कि हरीश रावत ने माइनिंग से कमाए पैसों को विधायकों को अपने सपोर्ट में रहने के लिए दिया।
– बीजेपी लीडर भगत सिंह कोश्यारी ने आरोप लगाया है कि वीडियो से ये पता चलता है कि हरीश रावत खुद खरीद-फरोख्त में शामिल हैं।
– कोश्यारी ने नई दिल्ली में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा- “हाल ही में एक वीडियो आया था। और अब एक नया स्टिंग वीडियो सामने आया है। इसमें विधायक खुद कह रहे हैं कि सीएम ने अपने विधायकों को मनाने के लिए 25-30 लाख रुपए बांटे।”
कांग्रेस ने गवर्नर से कहा- विजयवर्गीय को दूर रखें स्टेट से
– इस बीच, कांग्रेस ने बीजेपी पर ट्रस्ट वोट से पहले हरीश रावत के खिलाफ साजिश करने का आरोप लगाया है।
– कांग्रेस ने गवर्नर केके पॉल को लेटर लिखकर मांग की है कि बीजेपी लीडर और उत्तराखंड इंचार्ज कैलाश विजयवर्गीय को ट्रस्ट वोट तक स्टेट से दूर रखा जाए, क्योंकि वह राजनीतिक माहौल को बिगाड़ रहे हैं।
– हरीश रावत ने कहा- “केंद्र सरकार और बीजेपी इस तरह की राजनीति कर राज्य को हथियाने की कोशिश कर रही है।”
– “10 मई को मेजॉरिटी साबित करने के बाद ब्लैकमेलर्स के खिलाफ कैम्पेन छेड़ा जाएगा।”
उत्तराखंड क्राइसिस को ऐसे समझें:
– मार्च 18 : 9 कांग्रेस एमएलए ने बीजेपी के साथ बजट सत्र के दौरान एप्रोप्रिएशन बिल पर वोट कराने की मांग की। स्पीकर ने असेंबली की कार्यवाई को स्थगित कर दिया। बिल को वॉइस वोट के जरिए पास कराया।
– मार्च 19:गवर्नर ने कांग्रेस सरकार से मार्च 28 को फ्लोर टेस्ट के लिए कहा। स्पीकर ने कांग्रेस के 9 बागी एमएलए के खिलाफ नोटिस जारी किया।
– मार्च 26: सीएम रावत का स्टिंग वीडियो सामने आया। इसमें वे बागी विधायकों को पैसा ऑफर कर रहे हैं। इसके बाद गवर्नर ने एक रिपोर्ट केंद्र सरकार को भेजी। केंद्र सरकार ने उत्तराखंड में प्रेसिडेंट रूल लगाने की सिफारिश की।
– मार्च 27: प्रेसिडेंट रूल लगा दिया गया। स्पीकर ने 9 बागी विधायकों को डिस्क्वालिफाई कर दिया।
– मार्च 28:कांग्रेस ने उत्तराखंड हाईकोर्ट में प्रेसिडेंट रूल हटाने की अपील की।
– अप्रैल 21: उत्तराखंड हाईकोर्ट ने प्रेसिडेंट रूल हटा दिया और 29 अप्रैल को फ्लोर टेस्ट के ऑर्डर दिए।
– अप्रैल 22: सुप्रीम कोर्ट ने हाईकोर्ट के ऑर्डर पर स्टे लगा दिया। सुनवाई 27 अप्रैल तक टाल दी। वहीं, 29 अप्रैल को होने वाले फ्लोर टेस्ट के लिए मना कर दिया।
अप्रैल 27: सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र सरकार से प्रेसिडेंट रूल लगाने की वजहें पूछीं। सुनवाई को 3 मई तक के लिए टाल दिया।
– मई 3: सुप्रीम कोर्ट ने सुनवाई 4 मई तक के लिए टाल दी।
– मई 4:सुप्रीम कोर्ट अब 6 मई को सुनवाई करेगा।
मई 6: सुप्रीम कोर्ट का10 मई को उत्तराखंड असेंबली में फ्लोर टेस्ट कराने का ऑर्डर।