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यूपी के इस लाल ने इटली में शॉर्ट गन डबल ट्रैप में जीता गोल्ड, टारगेट पर है ओलंपि‍क

मेरठ. इटली में आयोजित 13वीं इंटरनेशनल ग्रांड प्री चैंपियनशिप में शॉर्ट गन डबल ट्रैप में यूपी के शपथ भारद्वाज ने गोल्ड मेडल जीत लि‍या। उसने यह मेडल व्यक्तिगत और टीम इवेंट दोनों में हासिल किया है। वह इस कंपटीशन में टीम इंडि‍या की तरफ से शामि‍ल होने वाला सबसे कम उम्र का शूटर है।
कक्षा नौ का स्टूडेंट है शपथ
– गंगानगर में रहने वाले एस राजू का बेटा शपथ भारद्वाज सेंट मैरी स्कूल में कक्षा 9 का स्टूडेंट है।
– इस समय वह उत्तराखंड की ओर से जूनियर वर्ग की टीम में निशानेबाजी कर रहा है।
– डॉ. कर्णी सिंह शूटिंग रेंज दिल्ली में शपथ अपने कोच योगेंद्र पाल सिंह योगी से निशानेबाजी के गुर सीख रहा है।
– टीम इंडिया जूनियर के विदेशी कोच आन्द्रे नियोतो उसे विदेश में कोचिंग देते हैं।
– टीम इंडिया के कोच विक्रम चोपड़ा उसे टीम में निशानेबाजी के गुर सिखाते हैं।
– इटली में 13वीं इंटरनेशनल ग्रांड प्री चैंपियनशिप 22 से 24 जुलाई तक चली।
– इस प्रतियोगिता में गोल्ड हासिल कर शपथ मंगलवार को दोपहर बाद मेरठ पहुंचा।
150 में से 139 अंक किए हासिल
– इस चैंपियनशिप में शपथ भारद्वाज ने व्यक्तिगत स्कोर में 150 अंक में से 139 अंक हासिल किए।
– यह भी जूनियर प्रतियोगिता का सर्वाधिक अंक प्राप्त करने का रिकार्ड है।
– शपथ ने इटली के शूटर को हराकर गोल्ड मेडल पर कब्जा किया।
– टीम स्पर्धा में शपथ की टीम ने 450 में से 403 अंक प्राप्त किए।
– टीम के साथी भुवनेश ने 136 और अहवर रिजवी ने 128 का स्कोर किया।
– शपथ भारद्वाज का कहना है कि उसका सपना एक दिन ओलंपिक में देश के लिए गोल्ड जीतना है।
– इसके लिए वह अभी से पूरी मेहनत में जुटा है।
शपथ की उपलब्धियां
– 2014 में उत्तराखंड चैंपियनशिप में शपथ चैंपियन बनकर नाम रोशन किया। उस वक्त शपथ की उम्र केवल 12 साल थी।
– 2015 में केरल में आयोजित हुए राष्ट्रीय खेल में सबसे कम उम्र (13 वर्ष) में उसने उत्तराखंड का प्रतिनिधि‍त्व किया।
– यह रिकॉर्ड आज भी उसके नाम कायम है।
– वह वर्तमान में सबसे कम उम्र का टीम इंडिया का खिलाड़ी है।
– उसके पिता एस राजू के अनुसार मई 2016 में जर्मनी में हुए जूनियर वर्ल्ड कप में शपथ भारद्वाज ने 14वीं रैंक में जगह बनाई थी।
– फिनलैंड में 22 मई से 29 मई 2016 तक हुई 8वीं इंटरनेशनल जूनियर शूट गन प्रतियोगिता में शपथ ने 128 अंक प्राप्त कर टीम में सिल्वर मेडल प्राप्त किया था।