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पटना के सभी गंगा घाटों का निरीक्षण कर रहे हैं सीएम नीतीश कुमार

 

पटना । बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार कोरोना की दूसरी लहर के बाद जनता से लगातार संवाद कर जहां उनकी समस्या सुन रहे हैं। वहीं बाढ़ की स्थिति पर भी वह लगातार नजर बनाए हुए हैं। इसके लिए क्षेत्र भ्रमण कर तत्काल उसके निदान के लिए अधिकारियों को निर्देश दे रहे हैं।

सीएम नीतीश कुमार इसी कड़ी में बुधवार को पटना के घाटों का जायजा लेने के लिए सड़क मार्ग से निकले है। सीएम ने पटना के मुख्य नहर के दीघा लॉक का निरीक्षण करने के बाद कुर्जी गोसाई टोला के पास बाढ़ की स्थिति और एलसीटी घाट और गांधी घाट पर पटना शहर की सुरक्षा दीवार का भी जायजा लिया। उनके साथ जल-संसाधन मंत्री संजय झा भी मौजूद हैं। दीघा लॉक से जेपी सेतु होते हुए हाजीपुर] गांधी सेतु होते हुए गांधी घाट भी जाने की सीएम की योजना है।

राजधानी पटना पर बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है। गंगा के जलस्तर में हुए इजाफे के कारण सभी नालों के गेट बंद कर दिए गए है। साथ ही गंगा किनारे में स्थित मोहल्लों के लोगों के लिए अलर्ट जारी किया गया है। पटना में कई सालों के बाद बाढ़ का संकट गंभीर नजर आ रहा है। गंगा नदी के किनारे बनी पटना की सुरक्षा दीवार को गंगा पार कर गई है। गंगा के जलस्तर में पिछले 24 घंटे में 17 सेंटीमीटर का इजाफा हुआ है और अब नदी खतरे के निशान से 116 सेंटीमीटर ऊपर बह रही है। यही वजह है कि पटना की सुरक्षा दीवार को बाढ़ का पानी पार कर गया है। पटना के सभी गंगा घाटों को अब पूरी तरीके से बंद कर दिया गया है।

पटना के दीघा घाट पर गंगा का जलस्तर 51.02 मीटर से ऊपर है। यहां खतरे का रिचार्ज 50.45 मीटर है। गांधी घाट पर गंगा का जलस्तर 49.76 मीटर है जबकि यह खतरे का निशान 48.60 मीटर है। इसी तरह हाथीदह में गंगा का जलस्तर 42.85 मीटर है। यह खतरे का निशान 41.46 मीटर है। गंगा के बढ़ते जलस्तर और राजधानी पटना पर मंडराते बाढ़ संकट को देखते हुए जल संसाधन विभाग us अलर्ट मोड जारी कर दिया है।