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(imprisoned in homes):

बाढ़ के चलते अपने घरों में कैद सीतापुर के ग्रामीण

सीतापुर । सीतापुर (imprisoned in homes) के नदियों के तटवर्ती क्षेत्र में घाघरा एवं शारदा नदियों के बाढ़ का पानी करीब एक दर्जन गांव में प्रवेश हो रहा है। जिसके चलते गांव के करीब आधा दर्जन संपर्क मार्ग भी अवरुद्ध हो गए हैं। ग्रामीणों (imprisoned in homes) के बाहर आने-जाने का भी रास्ता बंद हो गया है जिसके लिए अब ग्रामीणों को नाव का सहारा लेना पड़ रहा है।

जानकारी देने के बाद भी जिम्मेदार अधिकारी गांव तक नहीं पहुंच रहे हैं। बिसवां तहसीलदार अविचल प्रताप सिंह ने बताया नदियों के बाढ़ का पानी गांव की तरफ बढ़ गया है तहसील प्रशासन व अन्य विभागों की टीम बाढ़ क्षेत्र के ग्रामीणों की मदद कर रही है।

करीब एक हजार आबादी के ग्रामीण बाढ़ के पानी के चलते अपने घरों में कैद हो गए हैं। खाने पीने के लिए आटान चारपाई तख्त ऊंचा करने के लिए महिलाएं खाना बना रही है। परमेश्वर पुरवा के ग्रामीण रामचंद्र धीरा ने बताया कि नदियों का पानी घरों में भर गया है।

जिसके चलते जहरीले सर्प जीव जन्तुओं एवं घडियाल का भी खतरा बढ़ता जा रहा है। बाढ़ क्षेत्र में रात्रि के समय उजाले को लेकर शासन प्रशासन द्वारा कोई इंतजाम नही किये गए है।
वही मवेशियों के चारे के लिए भी जद्दोजहद करना पड़ रहा है।

घाघरा नदी धीमी गति से किसानों के खेतों का कटान भी कर रही है। जिला प्रशासन बाढ़ पीड़ितों को हर संभव मदद पहुंचाने का दावा कर रहा है लेकिन प्रशासन की मदद पीड़ितों के लिए महज एक दिखावा साबित हो रही है।