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ये ‘वोट जिहाद’ क्या है?

लोकसभा चुनाव : ‘बहुत अक्लमंदी के साथ, बहुत जज्बाती ना होकर, बहुत खामोशी के साथ, एक साथ होकर वोटों का जिहाद करो क्योंकि हम सिर्फ वोटों का जिहाद कर सकते हैं. और इस संघी सरकार को भगाने का काम कर सकते हैं…’ सोशल मीडिया पर पिछले 24 घंटे से ये शब्द गूंज रहे हैं. यूपी के फर्रुखाबाद में INDIA गठबंधन के प्रत्याशी के समर्थन में हुई एक चुनावी सभा में सलमान खुर्शीद की भतीजी मारिया आलम खां बोल रही थीं. मारिया सपा की नेता हैं. उन्होंने वोट जिहाद की बात कही तो भाजपा ने विपक्ष के गठबंधन पर जोरदार प्रहार किया है.

‘वोट जिहाद’ की अपील पर भाजपा ने आरोप लगाया कि विपक्षी INDIA गठबंधन ‘जिहादियों’ के समर्थन से लोकसभा चुनाव लड़ रहा है. सत्तारूढ़ पार्टी ने मांग की है कि निर्वाचन आयोग को सपा नेता की टिप्पणी का स्वत: संज्ञान लेना चाहिए और मामले में कार्रवाई करनी चाहिए. वैसे, एफआईआर दर्ज हो गई है.

क्या होता है जिहाद?

अरबी शब्द ‘जिहाद’ के वैसे तो कई अर्थ होते हैं. इसमें धर्म युद्ध, इंद्रियों को वश में करना, नैतिक मूल्यों के संरक्षण के लिए किया जाने वाला संघर्ष, धर्म के लिए किया जाने वाला युद्ध प्रमुख हैं. आतंकियों द्वारा इस शब्द का इस्तेमाल किए जाने से इसे एक ही अर्थ में लिया जाने लगा है. हाल के वर्षों में पाकिस्तानी कट्टरपंथी जिहाद शब्द का काफी इस्तेमाल करते सुने गए हैं. वे भारत के खिलाफ जिहाद की बात कर पाकिस्तानी युवाओं को बरगलाते हैं.

यूपी में ‘वोट जिहाद’

मारिया आलम खां ने फर्रुखाबाद लोकसभा सीट से विपक्षी गठबंधन के उम्मीदवार के लिए वोट मांगते हुए ‘वोट जेहाद’ की अपील की. उन्होंने कहा कि मौजूदा हालात में अल्पसंख्यक समुदाय के लिए भाजपा को सत्ता से बेदखल करना जरूरी है. वायरल हो रहे वीडियो में मारिया कहती हैं, ‘बहुत शर्म आती है जब मैंने सुना कि कुछ मुसलमानों ने आज यहां बैठकर मुकेश राजपूत (स्थानीय भाजपा सांसद) की मीटिंग कराई. मुझे लगता है कि समाज से उनका हुक्का-पानी बंद कर देना चाहिए.

उन्होंने कहा कि इतना मतलबी मत बनो कि बच्चों की जिंदगी से खेलो. हमारे बच्चों की जान से खेलो. आज कितने लोग सीएए-एनआरसी में जेलों में बंद हैं. मारिया ने कहा कि उनमें से कई बच्चों के केस सलमान खुर्शीद साहब फ्री में लड़ रहे हैं.

भाजपा बोली, INDIA गठबंधन जिहादियों के साथ
उधर, भाजपा प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने कहा, ‘जिहादियों को बचाने की बातें करने के बाद वे अब वोट जिहाद की ओर आ गए हैं. कांग्रेस, समाजवादी पार्टी और पूरा इंडिया गठबंधन जिहादियों के लिए खड़ा हुआ करता था. अब वे चुनाव में भी जिहाद देख रहे हैं.’ उन्होंने कहा, ‘हम चुनावों को लोकतंत्र का उत्सव मानते हैं और वे इसे जिहाद मानते हैं. हम लोगों के साथ हैं और वे जिहादियों के साथ हैं. यह उनके बयान में है. चुनाव जिहादी मानसिकता के साथ लड़े जा रहे हैं.’

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सलमान खुर्शीद की मौजूदगी में उनकी भतीजी आलम ने सोमवार को इस चुनावी सभा को संबोधित किया था. कायमगंज में ‘इंडिया’ गठबंधन के उम्मीदवार नवल किशोर शाक्य के समर्थन में सपा नेता मारिया आलम खां ने वोट जिहाद की बात की थी, जिस पर सियासी बवाल बढ़ गया.

क्या बोले सलमान खुर्शीद

विवाद बढ़ने पर कांग्रेस नेता ने कहा कि जिहाद शब्द का मजहब से लेना-देना नहीं है. यह प्रतिकूल परिस्थितियों के खिलाफ एक प्रतीकात्मक संघर्ष का प्रतीक है. खुर्शीद ने कहा कि मारिया का इरादा संविधान की रक्षा के लिए वोट जिहाद करने की तरफ था. उधर, कायमगंज थाने में पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है.

मारिया आलम खां कौन हैं?
– सपा नेता मारिया सोशल एक्टिविस्ट हैं.
– वह दिल्ली के जामिया नगर में रहती हैं और मुसलमानों के मुद्दों पर मुखर रहती हैं. -उन्होंने जामिया मिल्लिया इस्लामिया से पढ़ाई की है. उन्होंने कैदियों को स्किल ट्रेनिंग के लिए काफी काम किया है. – मारिया के पति अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर हैं.