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बारूद के ढेर पर बैठी दुनिया  (दुनिया)

एक तरफ परमाणु शक्ति संपन्न देश  (दुनिया) पाकिस्तान और परमाणु ताकत बनने की कोशिश कर रहे ईरान के बीच तनाव बढ़ता जा रहा है. दूसरी तरफ सउदी अरब की परमाणु योजना सामने आ गई है.एक तरफ गाज़ा पर इज़रायल का अटैक है. दूसरी तरफ ईरान के परमाणु बम का ख़तरा. क्या इसके बाद सऊदी अरब ने भी परमाणु बम बनाकर मुस्लिम देशों का अगुवा बने रहने का प्लान बनाया है. चलिए समझते हैं.

दबदबा कायम करने की जिद!

गाज़ा पर इज़रायल के बम​​ गिर रहे हैं. मौत का आंकड़ा बढ़ रहा है लेकिन मुस्लिम देश खामोश हैं. मिडिल ईस्ट के सुन्नी मुल्क जिस ईरान को खतरा मानते हैं दुनिया दावा कर रही है उसके पास परमाणु बम बनाने का यूरेनियम मौजूद है लेकिन कोई कुछ नहीं कर पा रहा. तो क्या अब सऊदी अरब मुस्लिम मुल्कों पर अपने दबदबे को कायम करने के लिए परमाणु बम बनाने के बारे में गंभीरता से सोच रहा है. ये चर्चा इसलिए शुरू हुई है क्योंकि अब सऊदी अरब ने अपने यूरेनियम संवर्धन के कार्यक्रम का बचाव करना शुरू कर दिया है.
सऊदी के ऊर्जा मंत्री के यूरेनियम संवर्धन के बयान के पीछे के इरादों को जानने के लिए जब सवाल पूछा गया तो उन्होंने इसे अपने मुल्क के लिए जरूरी बताया. सऊदी अरब के विदेश मंत्री अदेल बिन अहमद अल-जुबैर ने कहा, ‘यह बहुत सरल है. हमारे पास यूरेनियम का बड़ा भंडार है. हम इसका आर्थिक फायदा चाहते हैं. हम नहीं चाहते कोई हमारी मिट्टी को उठाकर इधर उधर ले जाए और सऊदी से बाहर उद्योगों में इसकी कीमत का फायदा उठाए. हम सऊदी अरब में नौकरियां चाहते हैं. हम सऊदी अरब में उद्योग चाहते हैं, क्योंकि हमारे पास सऊदी अरब में संसाधन हैं.

क्यों सऊदी अरब पर उठे सवाल?

हालांकि इससे पहले भी परमाणु बम बनाने वाले ज्यादातर देशों ने इसका एनर्जी के लिए इस्तेमाल की बात कही थी. लेकिन बाद में परमाणु धमाका कर दिया था. लेकिन अब आप ये जानिए आखिरकार क्यों सऊदी अरब के यूरेनियम संवर्धन पर सवाल उठा. इसकी वजह है सऊदी के सबसे शक्तिशाली नेता का बयान, जो साफ साफ अपनी परमाणु मंशा दुनिया को बता चुके हैं. सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान ने कहा, अगर ईरान ने परमाणु हथियार बना लिए, तो हमें भी ऐसा करना पड़ेगा. कोई भी देश जब परमाणु हथियार प्राप्त कर लेता है तो सऊदी अरब इससे चिंतित होता है.

सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस ने ईरान के बम बनाने पर बम बनाने की बात कही थी तो आप ये भी समझिए ईरान का परमाणु कार्यक्रम कहां तक पहुंचा है. इंटरनेशल एटॉमिक एनर्जी एजेंसी के मुताबिक ईरान के पास कई परमाणु हथियार बनाने का यूरेनियम है. पहली बार उसने इतना यूरेनियम इकट्ठा किया है. दरअसल, बम के लिए 60% तक समृद्ध यूरेनियम की जरूरत पड़ती है. परमाणु बम तकनीक मौजूद होने का भी दावा किया गया है. लेकिन ईरान ने कहा बम बनाने का इरादा नहीं है.

ईरान भी परमाणु हथियार बनाने की कोशिश में

लेकिन संयुक्त राष्ट्र के अधिकारियों ने ईरान के परमाणु कार्यक्रम से सावधान रहने की जरूरत बताई है. इसके अलावा दुनिया की तमाम खुफिया एजेंसियों का दावा है ईरान परमाणु हथियार बनाने की कोशिश कर रहा है. और इसे मिडिल ईस्ट के देश अपने लिए खतरा मानते हैं. ईरान बम बनाने के करीब है तो सऊदी अरब के पास यूरेनियम है और इस तकनीक को पाने के लिए खर्च करने लायक पैसा भी सऊदी के पास मौजूद है. पश्चिमी मीडिया कई बार ये खबर भी दे चुकी है कि पाकिस्तान के परमाणु कार्यक्रम में भी सऊदी ने ही पैसा लगाया था.सऊदी अरब के पास मुस्लिम मुल्कों के समर्थन से परमाणु बम बनाने के बाद दुनिया के दबाव को भी सहने की क्षमता है. ऐसे में अगर सउदी अरब ने मन बना दिया तो परमाणु हथियार हासिल करना उसके लिए मुश्किल नहीं.