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(pest control)
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मकान मालिक को पेस्ट कंट्रोल (pest control)के लिए कहा था

नई दिल्ली. कीटनाशकों (pest control) से भरा एक घर छह साल की मासूम बच्ची के लिए गैस चैंबर बन गया. वह सोमवार की सुबह इस घर में अपने माता-पिता के साथ केरल की सैर कर वापस लौटी थीं. कुछ देर बाद जब वह अपने माता-पिता के साथ सोने के लिए तैयार हुई तो उसके गले में खराश होने लगी और पूरा शरीर खुजलाने लगा. माता-पिता को जब इस बारे में बताया तो उन्होंने भी ऐसा ही महसूस किया. सबके शरीर में अजीब सी खुजली और चुभन हो रही थी. इसके बाद सभी को उल्टियां होने लगीं. साढ़े 11 बजे के आसपास तीनों पास के अस्पताल में भर्ती हो गए. लेकिन किस्मत को कुछ और ही मंजूर थी. दोपहर तक बच्ची ने आखिरी सांस ले ली और माता-पिता का इकलौता चिराग इस दुनिया से चल बसा. पिता बाद तक भी बेहोश रहा. किसी को कुछ समझ नहीं आया कि आखिर हुआ क्या है.

पेस्ट कंट्रोल के बहाने केरल घूमने गया था
बच्ची की मौसी ने सारी बातें बताई. दरअसल, एमबीए ग्रेजुएट विनोद कुमार बेंगलुरु में एक कॉरपोरेट फर्म में काम करता है. वह अपनी पत्नी निशा और बेटी अहाना के साथ सुबह केरल से लौटा ही था. 28 जुलाई को वह किराए के घर से केरल गया था. उसने अपने मकान मालिक से घर में कॉकरोच और कीड़े-मकोड़े की शिकायत की थी और कीटनाशक का छिड़काव करने को कहा था. इसी मकसद से वह इस घर से केरल गया था. मकान मालिक भी मान गया था. लेकिन किस्मत को कुछ और मंजूर थी. घर में कीटनाशक का इस्तेमाल उसकी बच्ची की जिंदगी ले ली. माता-पिता दोनों अब तक विचलित हैं. बच्ची के पिता ने स्थिति को तो समझ लिया लेकिन मां की हालत बहुत बुरी है, उसे अभी तक पता नहीं चल पाया है कि उसकी मासूम अब इस दुनिया से चल बसी है.

मकान मालिक के खिलाफ केस दर्ज
मकान मालिक के खिलाफ लापरवाही और जिंदगी को नुकसान पहुंचाने के लिए धारा 304 ए और 337 के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है और उसे हिरासत में ले लिया गया है. मकान मालिक ने बताया कि उसके घर में जो केमिकल मौजूद था, उसी का इस्तेमाल किया. यह केमिकल 100 रुपये में 100 एमएल मिलता है. इस केमिकल का इस्तेमाल आम तौर पर कपास, धान, तिलहन या अन्य वृक्षारोपण फसलों में से बॉलवर्म, कैटरपिलर, लीफमाइनर्स जैसे कीड़ों को हटाने के लिए इस्तेमाल किया जाता है. पुलिस इस बात की जांच कर रही है कि मकान मालिक ने जान बूझकर लापरवाही की है या नहीं. इसके अलावा पेस्ट कंट्रोल के बाद घर से कितने दिनों तक बाहर रहना था, इसके बारे में विनोद कुमार को जानकारी दी थी या नहीं, इसका भी पता लगा रही है.