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( शताब्दी)
( शताब्दी)( शताब्दी)

भोपाल-दिल्‍ली शताब्दी पर पथराव( शताब्दी)

ग्वालियर. हजरत निजामुद्दीन से रानी कमलापति रेलवे स्टेशन जा रही 12002 शताब्दी  ( शताब्दी) एक्सप्रेस पर पत्थरबाजी हुई. पत्थरबाजों ने सिथोली-संदलपुर के बीच ट्रेन पर पत्थर फेंके. इस घटना में शताब्दी एक्सप्रेस के एक कोच का कांच टूट गया. रेलवे प्रशासन ने ट्रेन को झांसी रेलवे स्टेशन पर रोक और कांच बदला. इसके बाद ट्रेन को रानी कमलापति के लिए रवाना किया गया. इस घटना को लेकर रेलवे विभाग ने जांच के आदेश दिए हैं. मामले को लेकर रेलवे प्रोटेक्श फोर्स (RPF) ने भी मामला दर्ज कर लिया है. आरपीएफ आरोपी की तलाश कर रही है.
गौरतलब है कि मध्य प्रदेश में ट्रेनों पर पथराव के मामले बढ़ते जा रहे हैं. खासकर देश की प्रीमियम ट्रेनों को पत्थरबाज निशाना बना रहे हैं. ऐसी घटनाएं ग्वालियर के नजदीक अचानक बढ़ गई हैं. आरपीएफ ने हाल ही में भोपाल से नई दिल्ली के बीच चलने वाली भारत की आधुनिक ट्रेन वंदे भारत पर पथराव करने वाले युवक को रंगे हाथों पत्थर फेंकते पकड़ लिया था. पथराव करने वाले शख्स का नाम फिरोज खान था. आरोपी मुरैना के बानमौर का रहने वाला है. आरपीएफ ने बताया कि वंदे भारत जब ग्वालियर से होकर मुरैना के लिए निकलती थी, तो यह आरोपी बानमौर में पथराव करता था.

पुलिस को पथराव करने वाली गैंग पर शक
पुलिस का कहना था कि आरोपी से यह जानना जरूरी है कि पत्थर फेंकने की वजह क्या थी और क्या कोई गैंग इसमें शामिल है. पुलिस वंदे भारत पर पथराव की जांच हर पहलू पर करना चाहती है. जानकारी के मुताबिक, वंदे भारत पर पथराव की घटनाएं अप्रैल महीने से शुरू हुई थीं. तब से लेकर अभी तक 35 बार वंदे भारत की विंडो टूट चुकी है. पुलिस ने बताया कि 13 अगस्त को इनपुट मिला था कि एक लड़का वंदे भारत पर ग्वालियर-मुरैना के बीच पथराव करता है.

इस इनपुट के बाद आरपीएफ की ग्राउंड टीम ने उस इलाके में जाल बिछाया. पुलिस ने देखा कि एक लड़का वंदे भारत पर पथराव कर रहा है. जैसे ही उसने ट्रेन पर फेंकने के लिए पत्थर उठाया तो आरपीएफ की टीम उसके पास गई. पुलिस को देखते ही वह भागने लगा. टीम ने उसका पीछा कर उसे पकड़ लिया.