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(शरद पवार)
(शरद पवार)

शरद पवार (शरद पवार)पहुंचे दिल्ली, बुलाई बैठक

मुंबई. राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) में बड़ी फूट के बीच पार्टी सुप्रीमों शरद पवार (शरद पवार) गुरुवार को दिल्ली में पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक करने जा रहे हैं. इससे पहले, बुधवार को शरद पवार और अजित पवार ने मुंबई में अपना शक्ति प्रदर्शन किया. दोनों ही खेमों में विधायकों की गोलबंदी देखी गई. जहां, अजित पवार ने दावा किया कि उन्हें 30 से अधिक विधायकों समर्थन हासिल है, तो शरद पवार गुट की बैठक में सिर्फ 18 विधायक ही पहुंचे, जबकि कुछ विधायक किसी भी गुट की बैठक में शामिल नहीं हुए.
शरद पवार पहुंचे दिल्ली, बुलाई है एनसीपी की अहम बैठक
एनसीपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद पवार दिल्ली स्थित अपने आवास पर पहुंचे. उन्होंने आज पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक बुलाई है.

एनसीपी नेता छगन भुजबल ने कहा, ‘हमने शरद पवार से सुप्रिया सुले को राकांपा का अध्यक्ष बनाने और अजित पवार को महाराष्ट्र का प्रभार देने का अनुरोध किया था.’

दिल्ली में पार्टी कार्यालय के बाहर से एनसीपी के पुराने पोस्टर और होर्डिंग हटाए जा रहे हैं, जिन पर अजित पवार और प्रफुल्ल पटेल नजर आ रहे थे. वहां एक नया पोस्टर लगाया जा रहा है जिस पर ‘गद्दार’ लिखा हुआ है.

एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार मुंबई स्थित अपने आवास से दिल्ली के लिए रवाना हो गए, जहां आज पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक होनी है. महाराष्ट्र में NCP बनाम NCP संकट के बीच एक दिन पहले बुधवार को मुंबई में शरद पवार और अजित पवार ने पार्टी की दो अलग-अलग बैठकें बुलाईं. बाद में, भारत के चुनाव आयोग को अजित पवार की ओर से एनसीपी और पार्टी चिन्ह पर दावा करने वाली एक याचिका प्राप्त हुई.
अनिल देशमुख बोले- 82 साल का शेर अब भी जिंदा है, वे अभी भी लड़ रहे हैं
अजित पवार के द्वारा एनसीपी सुप्रीमो शरद पवार के रिटायरमेंट को लेकर की गई टिप्पणी पर शरद पवार गुट के नेता अनिल देशमुख ने कहा, ’82 साल का शेर अभी भी जिंदा है. वे आज भी एक शेर की तरह लड़ रहे हैं.’
कांग्रेस नेता ने कहा, पार्टी शरद पवार के साथ खड़ी है
कांग्रेस नेता गौरव गोगोई ने दिल्ली में कहा, ‘हम शरद पवार के साथ खड़े हैं. शरद पवार एनसीपी के सच्चे नेता हैं. मुझे पता है कि उन पर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) का काफी दबाव है. हमें पता चल गया है कि भाजपा की वॉशिंग मशीन शुरू हो गई है और धीमे-धीमे ईडी के सारे मामले उन पर (अजीत पवार और उनके विधायकों) से खत्म होते चले जाएंगे.’
एकनाथ शिंदे ने की अपने गुट के सभी विधायकों की बैठक, नाराजगी दूर करने की कोशिश
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के नेता अजित पवार के महाराष्ट्र की गठबंधन सरकार में शामिल होने के बाद राज्य के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने बुधवार को शिवसेना के जनप्रतिनिधियों की चिंताओं को दूर करने की कोशिश की और कहा कि परेशान होने की कोई बात नहीं है. शिवसेना नेताओं ने कहा कि शिंदे ने शिवसेना विधायकों, एमएलसी और सांसदों की बैठक की अध्यक्षता की. उन्होंने बताया कि शिंदे को दो जुलाई को अजित पवार के सरकार में शामिल होने और आठ अन्य राकांपा नेताओं के साथ उपमुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के घटनाक्रम की उन्हें जानकारी थी. अजित पवार के अगुवाई वाले राकांपा के गुट के एक साल पुरानी शिंदे-भाजपा की सरकार में शामिल होने को लेकर शिवसेना के जनप्रतिनिधियों के एक वर्ग ने कुछ चिंताएं व्यक्त की हैं.
भाजपा ने कहा, एकनाथ शिंदे ही रहेंगे मुख्यमंत्री
भाजपा के महाराष्ट्र प्रदेश अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले ने कहा, ‘देवेंद्र फडणवीस और अन्य वरिष्ठ नेताओं ने पहले ही कहा है कि एकनाथ शिंदे ही राज्य के मुख्यमंत्री रहेंगे. वे अच्छा काम कर रहे हैं, उनको बदलाव की जरूरत नहीं है. हमारे नेता एकनाथ शिंदे हैं और वही मुख्यमंत्री रहने वाले हैं.’
अजित पवार 30 जून को NCP अध्यक्ष चुने गए, समूह ने चुनाव आयोग को बताया
महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार के नेतृत्व वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) ने निर्वाचन आयोग को सूचित किया है कि उन्हें पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष चुना गया है. अजित पवार के नेतृत्व वाले गुट की ओर से बुधवार को जारी एक बयान के मुताबिक, निर्वाचन आयोग को एक हलफनामे के माध्यम से सूचित किया गया है कि उन्हें 30 जून, 2023 को राकांपा के सदस्यों, विधायी और संगठनात्मक, दोनों इकाइयों के ‘भारी बहुमत’ द्वारा हस्ताक्षरित एक प्रस्ताव के माध्यम से राकांपा प्रमुख चुना गया. बयान में कहा गया है कि प्रफुल्ल पटेल राकांपा के कार्यकारी अध्यक्ष बने रहेंगे.
शरद पवार बोले, राजनीतिक सहयोगियों की जड़ें काटना भाजपा की नीति
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के अध्यक्ष शरद पवार ने बुधवार को पार्टी बैठक में अजित पवार गुट को आगाह करते हुए कहा कि भारतीय जनता पार्टी से हाथ मिलाने वाला हर सहयोगी दल ‘राजनीतिक तबाही’ का शिकार हो जाता है और उनका भी यही हश्र होगा. उनका कहना था, ‘अकाली दल, भाजपा के साथ लंबे समय से था, लेकिन अब कहीं नहीं है. तेलंगाना, आंध्र प्रदेश और बिहार में यही हालात हुए. बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को इसका अहसास हो गया था और फिर उन्होंने राजद के साथ गठबंधन करअजित पवार का 83 वर्षीय शरद पवार पर तंज, भाजपा नेता 75 वर्ष की आयु में होते हैं रिटायर
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के 53 में से 32 विधायकों और पार्टी कार्यकर्ताओं के बीच मौजूद महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने बुधवार को अपने 83 वर्षीय चाचा शरद पवार को याद दिलाया कि यह उनके ‘सेवानिवृत्त’ होने का समय है. शक्ति प्रदर्शन करने के लिए उपनगर बांद्रा में आयोजित बैठक में अजित पवार ने कहा, ‘भाजपा में, नेता 75 वर्ष की आयु में सेवानिवृत्त हो जाते हैं, आप कब होने जा रहे हैं.’

महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार अपने चाचा शरद पवार की तुलना में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के अधिक विधायकों का समर्थन होने से संख्या के इस खेल में उनसे आगे नजर आ रहे हैं। दोनों गुटों ने अपना शक्ति प्रदर्शन करने के लिए अलग-अलग बैठकें कीं, जिससे पार्टी पर नियंत्रण हासिल करने के लिए उनके बीच लड़ाई और तेज हो गई है.

पार्टी के दोनों गुटों के सूत्रों ने बताया कि अजित पवार गुट द्वारा बुलाई गई बैठक में राकांपा के 53 में से 32 विधायक शामिल हुए, जबकि राकांपा प्रमुख द्वारा आयोजित बैठक में 18 विधायक उपस्थित थे. राकांपा के गठन के 24 साल बाद दो जुलाई को इसमें हुई टूट के बाद पहली बार पार्टी की अलग-अलग बैठकें हुईं. शरद पवार ने शिवसेना-भाजपा सरकार में शामिल होने को लेकर अपने भतीजे अजित पवार की आलोचना की. दोनों नेताओं ने एक-दूसरे पर तंज कसे.

शरद पवार द्वारा 1999 में स्थापित राकांपा में बीते 2 जुलाई को विभाजन हो गया और अजित पवार 40 से अधिक विधायकों के समर्थन का दावा करते हुए महाराष्ट्र में शिवसेना-भारतीय जनता पार्टी गठबंधन सरकार में शामिल हो गए. अजित पवार ने उपमुख्यमंत्री और राकांपा के आठ अन्य विधायकों ने मंत्री पद की शपथ ली. अजित पवार ने पार्टी के वरिष्ठ नेताओं प्रफुल्ल पटेल, छगन भुजबल, दिलीप वाल्से पाटिल के साथ असली राकांपा होने का दावा किया.

शरद पवार ने भी असली राकांपा होने का दावा किया और पटेल तथा लोकसभा सदस्य सुनील तटकरे को पार्टी से निष्कासित कर दिया. इसने महाराष्ट्र विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर को भी पत्र लिखकर रविवार को मंत्री पद की शपथ लेने वाले नौ विधायकों को अयोग्य घोषित करने की मांग की है.