नई दिल्ली. केंद्र सरकार ने 8 बचत योजनाओं पर ब्याज दरों में बढ़ोतरी करके आम आदमी को बड़ी सौगात दी है. शुक्रवार को डाकघर सावधि जमा एनएससी और वरिष्ठ नागरिक (Senior Citizen) बचत योजना समेत लघु बचत जमा योजनाओंपर ब्याज दरों में 1.1 प्रतिशत तक बढ़ोतरी की. यह बढ़ोतरी 1 जनवरी से लागू होगी. सरकार की यह वृद्धि हाल में ब्याज दरों में हुई बढ़ोतरी के अनुरूप है. हालांकि, सार्वजनिक भविष्य निधि और बालिका बचत योजना ‘सुकन्या समृद्धि’ की ब्याज दरों में बदलाव नहीं किया गया है.
राष्ट्रीय बचत प्रमाणपत्र (NSC) पर एक जनवरी से 7 फीसदी की दर से ब्याज मिलेगा. अभी यह 6.8 फीसदी है. इसी तरह, वरिष्ठ नागरिक बचत योजना में मौजूदा 7.6 प्रतिशत के मुकाबले 8 प्रतिशत ब्याज मिलेगा. एक से पांच साल की अवधि की डाकघर सावधि जमा योजना पर ब्याज दरें 1.1 प्रतिशत तक बढ़ जाएंगी. मासिक आय योजना में भी 6.7 प्रतिशत की जगह अब 7.1 प्रतिशत ब्याज मिलेगा.
पोस्ट ऑफिस बचत खातों पर ब्याज दर में बदलाव नहीं
पोस्ट ऑफिस बचत खातों पर मिलने वाली ब्याज दर में कोई बदलाव नहीं हुआ है इसलिए खाताधारकों को 4% की सालाना दर से ही ब्याज मिलेगा. 1 साल से लेकर 3 साल तक की टाइम डिपॉजिट वाली स्कीम्स के ब्याज दरों में 1.10% बढ़ोतरी हुई है.
दरअसल भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा रेपो रेट में बढ़ोतरी के बाद से सरकार समर्थित सभी बचत योजनाओं पर ब्याज दरों में बढ़ोतरी की उम्मीद की जा रही थी. हालांकि, पीपीएफ और सुकन्या समृद्धि योजनाओं के खाताधारक को निराशा हाथ लगी है. फिलहाल पीपीएफ पर ब्याज की मौजूदा दर 7.1 फीसदी है. अब कई बैंक भी पीपीएफ की तुलना में सावधि जमा योजनाओं पर ज्यादा इंटरेस्ट ऑफर कर रहे हैं.
सितंबर 2018 में पीपीएफ पर ब्याज दर 7.4% थी. जून 2019 में यह बढ़कर 8% हो गई लेकिन तब से गिरनी शुरू हो गई और अब ब्याज दर 7.1% है. बता दें कि केंद्र सरकार तिमाही आधार पर सार्वजनिक भविष्य निधि (पीपीएफ) की ब्याज दर में संशोधन करती है और 8 छोटी बचत योजनाओं की ब्याज दरों में बदलाव इसी के तहत किया गया है.