मोदी सरकार (conference) में किसानों की आय दोगुनी करने, महिला विकास समेत पर्यावरण, संस्कृति, खेल, ईगवर्नेंस जैसे तमाम मुद्दोें पर राष्टीय सम्मेलनों (conference) का आयोजन हुआ।
वही सहकारी संघवाद की भावना को आगे ले जाते प्लास्टिक प्रदूषण को रोकने और लाइफ स्टाइल फॉर एनवायरन्मेंट (लाइफ) को ध्यान में रखते हुए जलवायु परिवर्तन की चुनौती का प्रभावी मुकाबला करने से जुड़े विषयों पर चर्चा की जाएगी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पूरा विश्वास है कि राज्यों और केंद्र के बीच समन्वय से ही बड़ी से बड़ी चुनौती का तोड़ निकल सकता है। इसी मंत्र पर आगे बढ़ रहे हैं और देश को एक समृद्ध लाभांश हासिल करने में मदद कर रहे हैं। मोदी 16 जून को धर्मशाला में मुख्य सचिवों की दो दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन में भी पहुंचे थे।
अपने तरह के पहले आयोजन में उन्होंने देश के वरिष्ठतम नौकरशाहों को नीति निर्धारण और उन्हें लागू करने का पाठ पढ़ाया था। देशभर से जुटे विशेषज्ञों ने संबंधित मुद्दों पर अपने विचार रखे और जनता की राय जानी।
इसके कुछ प्रमुख उदाहरण हैं 2018 में हुआ ‘कृषि-2022: किसानों की दोगुनी आय’ राष्ट्रीय सम्मेलन, 2016 में गैंगटोक में हुआ। मोदी ने राष्ट्रीय श्रम सम्मेलन में राज्यों के श्रम मंत्रियों को संबोधित कर उनमें राष्ट्रीय चेतना फूंकी थी।