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Udaipur Massacre
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Udaipur Massacre में दो नहीं पांच लोग थे शामिल , जानिए क्या था बैकअप प्लान !

उदयपुर में हुए क्रूर हत्याकांड मामले में एक बड़ी जानकारी सामने आई है, इस हत्याकांड में 2 नहीं बल्कि 5 लोग शामिल थे. जांच में सामने आया है कि कन्हैयालाल की हत्या (Kanhaiyalal Murder) के बाद मोहम्मद गौस और रियाज (Mohammad Gaus & Riyaz) को एक सेफ पैसेज देने के लिए बैकअप प्लान भी तैयार किया गया था. इस बैकअप प्लान में 3 लोग शामिल थे, जिसमें मोहसिन और उसका साथी आसिफ दुकान से थोड़ी ही दूरी पर खड़े थे. जबकि एक और साथी, वहीं पास में एक स्कूटी पर मौजूद था. पुलिस के सूत्रों के मुताबिक इनकी प्लानिंग थी कि अगर गौस और रियाज पकड़े जाते हैं तो उनको वहां से निकालने का काम इन तीनों का था. इनके पास भी खंजर थे और ये भीड़ पर हमला करके उनको बचाने की तैयारी में थे. ये खुलासा इस मामले में गिरफ्तार हुए 2 और आरोपियों से पूछताछ में हुआ है. मोहसिन और आसिफ को आज जयपुर की NIA की विशेष अदालत में पेश किया जाएगा.

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पाकिस्तान से आया था मैसेज

इस घटना से जुड़ी एक और सनसनीखेज जानकारी सामने आई है. एक अखबार ने अपने सूत्रों के हवाले से यह जानकारी दी है कि कन्हैयालाल के हत्यारों को पाकिस्तान (Pakistan) में बैठे आकाओं ने हत्या का आदेश दिया था. सूत्रों के मुताबिक, हत्या के बाद व्हाट्सएप ग्रुप (WhatsApp Group) में एक मैसेज किया गया था. इस मैसेज में लिखा था ‘जो टास्क दिया वो पूरा किया’. इस व्हाट्सएप ग्रुप में पाकिस्तान के कुछ लोग भी शामिल थे. सूत्रों के मुताबिक, पाकिस्तान में बैठे अपने आका के कहने पर हत्यारों ने भारी भरकम धारदार हथियार बनाए थे, ताकि एक झटके में सिर धड़ से अलग किया जा सके.

गौस मोहम्मद और रियाज जब्बार को हिरासत में

उदयपुर की एक जिला अदालत ने कन्हैया लाल की हत्या के मामले की जांच राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) को सौंप दी है, NIA अब आरोपियों गौस मोहम्मद और रियाज जब्बार को हिरासत में लेकर उनसे पूछताछ शुरू करेगी. इस पहले, हत्या की जांच के लिए एनआईए की टीम गुरुवार रात कानपुर पहुंची और कई जगहों पर छापेमारी की. बताया जा रहा है कि हत्यारों के पास से जो दस्तावेज बरामद हुए थे,

उसमें कानपुर का कनेक्शन पाया गया था, जिसके बाद इस कार्रवाई को अंजाम दिया गया. इस बीच, आरोपियों को उदयपुर से अजमेर की हाई सिक्योरिटी जेल में शिफ्ट कर दिया गया है. राजस्थान के कई जिलों में शनिवार को पांचवें दिन भी इंटरनेट बंद रहा, वहीं हिंसा को रोकने के लिए धारा 144 भी एक महीने के लिए लगा दी गई है. उदयपुर हत्याकांड में एटीएस और एसओजी ने अब तक चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है. जहां दो आरोपियों को हत्या वाले दिन ही गिरफ्तार कर लिया गया, वहीं दो अन्य को गुरुवार रात को गिरफ्तार किया गया.