नई दिल्ली. भारतीय महिला पहलवान (महिला पहलवान ) सीमा बिस्ला पर नेशनल डोपिंग रोधी एजेंसी )के अनुशासनात्मक पैनल ने एक साल का प्रतिबंध लगाया है. टोक्यो ओलंपिक में हिस्सा ले चुकीं सीमा पर ‘व्हेयरअबाउट’ (अपने रहने के स्थान की जानकारी) साझा नहीं करने पर यह कार्रवाई की गई है.
एडीडीपी ने 21 जुलाई को 30 वर्षीय सीमा पर प्रतिबंध लगाने का फैसला जारी किया. नाडा की वेबसाइट पर डाली गई एडीडीपी द्वारा स्वीकृत खिलाडियों की नवीनतम सूची के अनुसार सीमा के प्रतिबंध की अवधि 12 मई को शुरू हुई है. सीमा ने कजाकिस्तान के अल्माटी में 2021 एशियाई चैंपियनशिप में महिलाओं की फ्रीस्टाइल 50 किग्रा वर्ग में कांस्य पदक जीता था. वह 2021 में टोक्यो ओलंपिक में 50 किग्रा के प्री-क्वार्टर फाइनल में हार गईं.
‘व्हेयरअबाउट’ विफलता 2 तरह की होती हैं
‘व्हेयरअबाउट’ विफलता दो प्रकार की होती हैं जिसमें रहने के स्थान की जानकारी नहीं देना और डोपिंग जांच के लिए नमूना नहीं देना शामिल है। सीमा के मामले में हालांकि यह पता नहीं चल पाया है कि वह किसी एक मामले या फिर दोनों में दोषी पायी गई हैं.
तब विनेश को नाडा ने जारी किया था नोटिस
नाडा ने पिछले महीने वर्ल्ड चैंपियनशिप की मेडलिस्ट और एशियन चैंपियनशिप की स्वर्ण पदक विजेता विनेश फोगाट को नोटिस जारी किया था. नाडा अधिकारी ने उनके निवास पर विजिट के दौरान उनके गैरहाजिर मिलने पर नोटिस दिया था. विनेश को इसका जवाब 14 दिन के भीतर देने को कहा गया था. विनेश फोगाट दिसंबर 2022 से पंजीकृत परीक्षण पूल (आरटीपी) का हिस्सा हैं.