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रोगों की रोकथाम हेतु प्रभावी कार्यवाही हो, नियमित साफ-सफाई, एंटी लार्वा का छिड़काव कराया जाए- आयुक्त

मैनपुरी ( ब्यूरो रिपोर्ट): आयुक्त आगरा मंडल रितु माहेश्वरी ने मा. मुख्यमंत्री जी की प्राथमिकता वाले विकास कार्यक्रमों, निर्माणाधीन परियोजनाओं की समीक्षा के दौरान विकास कार्यक्रमों के बेहतर क्रियान्वयन, जन शिकायतों के समयबद्ध, गुणवत्तापरक निस्तारण के फल स्वरुप जन-शिकायतों में जनपद प्रदेश में दूसरे स्थान पर एवं विकास कार्यक्रमों के क्रियान्वयन में निरंतर 06 माह से टॉप-10 में शामिल होने पर जिलाधिकारी के साथ उनकी पूरी टीम को बधाई दी। उन्होंने नवीन सड़कों के निर्माण, चौड़ीकरण एवं सुदृढीकरण के कार्य की खराब प्रगति पर असंतोष व्यक्त करते हुए अधिशासी अभियंता लोक निर्माण को निर्देशित किया कि तत्काल कार्य प्रारंभ करायें, जनपद में कहीं भी किसी भी सड़क पर गड्ढा दिखाई न दे। उन्होंने असंतोष व्यक्त करते हुए कहा कि माह मई में कार्य स्वीकृति के उपरांत भी अभी तक निर्माण कार्य प्रारंभ न होना लापरवाही का प्रतीक है, कार्यदायी संस्था के अभियंता इस ओर ध्यान दें। उन्होंने कहा कि निर्माणाधीन परियोजनाओं में गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखा जाए, सभी प्रोजेक्ट निर्धारित समय-सीमा में पूर्ण हों, विलंब की दशा में कार्यदायी संस्था के अभियंता की जिम्मेदारी तय होगी। मंडलायुक्त ने कहा कि जनपद में जन शिकायतों के निस्तारण की प्रगति संतोषजनक है, लेकिन अभी गुणवत्ता में सुधार की गुंजाइश है, कुछ शिकायतों पर असंतुष्ट फीडबैक मिल रहा है। उन्होंने कहा कि सभी अधिकारी जन शिकायतों के त्वरित, समयबद्ध निस्तारण के लिए प्रयत्नशील रहें, किसी भी शिकायतकर्ता को वापस न किया जाए यदि उसकी समस्या का तत्काल निदान न हो सके तो उसे कार्य योजना में शामिल किया जाए, योजना का लाभ पाने हेतु दिए गए प्रार्थना पत्र की दशा में उसे पात्रता सूची में शामिल कर लक्ष्य, धनराशि प्राप्त होते ही लाभान्वित कराया जाए सुनिश्चित किया जाए की कोई भी पात्र व्यक्ति योजना का लाभ पाने से वंचित न रहे। उन्होंने कहा कि उप जिलाधिकारी, खंड विकास अधिकारी प्रतिदिन क्षेत्र में जाकर संचालित योजनाओं की जानकारी करें, गौशालाओं का भ्रमण कर व्यवस्थाएं देखें, प्रत्येक गौशाला में हरे चारे की उपलब्धता सुनिश्चित की जाये, संरक्षित गौवंशों स्वास्थ्य की नियमित जांच हो, जिला स्तरीय अधिकारी अधीनस्थ अधिकारियों कर्मचारियों पर पैनी नजर रखें, किसी भी अधीनस्थ द्वारा योजना का लाभ देने के नाम पर किसी व्यक्ति से अनाधिकृत धनराशि की मांग न की जाए, पात्र होने की दशा में उसे प्रत्येक दशा योजना का लाभ मिले। उन्होंने कहा कि सभी स्वास्थ्य केन्द्रों पर पर्याप्त मात्रा में दवाओं की उपलब्धता के साथ चिकित्सकों, पैरामेडिकल स्टाफ के समय से उपस्थिति सुनिश्चित कराई जाए, स्वास्थ्य केंद्र पर आने वाले मरीजों के बैठने हेतु फर्नीचर, पीने हेतु शुद्ध पेयजल की उपलब्धता रहे, मरीजों, उनके तीमारदारों के साथ बेहतर व्यवहार किया जाए।

स्वास्थ्य केन्द्रों पर आने वाले मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान की जाएं, सभी सामुदायिक, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर जांच की सुविधा रहे – रितु माहेश्वरी

श्रीमती रितु माहेश्वरी ने अधिशासी अधिकारी नगर निकाय, खंड विकास अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि शहरी क्षेत्र से लेकर ग्रामीण क्षेत्र तक बेहतर साफ-सफाई के उचित प्रबंध किए जाएं वेक्टर जनित बीमारियों बिचाव हेतु लोगों को जागरूक किया जाए साथ ही नियमित रूप से नालियों की सफाई एंटी लार्वा का छिड़काव, झाडियों का कटान कराया जाए. कहीं भी जल भराव की स्थिति न हो, जल निकासी के उचित प्रबंध किए जाएं। उन्होंने कहा कि जिन ग्राम स्तरीय अधिकारियों, कर्मचारियों पर एक से अधिक स्थानों के चार्ज है, उनके दिवस निर्धारित कर ग्राम पंचायत सचिवालय पर उनके नाम, मोबाइल नंबर, गांव में आने का निर्धारित दिवस लिखवाया जाए ग्राम स्तरीय अधिकारी, कर्मचारी नियमित रूप से अपने तैनाती स्थल पर जाकर ग्रामीणों की समस्याओं का निदान करें। उन्होंने अधिशासी अधिकारी नगर निकाय को हिदायत देते हुए कहा कि स्ट्रीट लाइट पर विशेष ध्यान दिया जाए, रात्रि में प्रमुख मार्गों पर स्ट्रीट लाइट प्रत्येक दशा में जले जहां भी स्ट्रीट लाइटें खराब है, उन्हें तत्काल बदलवाया जाए, किसी भी सार्वजनिक स्थान, विद्युत पोल पर प्रचार सामग्री, अनाधिकृत होर्डिंग न लगे, मुख्य मार्गों के किनारे कूड़े के ढेर दिखाई न दे, बेंडिंग जोन चिन्हित कर हथठेले वालों को निर्धारित स्थान पर खड़ा कराया जाए।

आयुक्त महोदया ने जिला कार्यक्रम अधिकारी को निर्देशित करते हुए कहा कि गर्भवती, धात्री महिलाओं, किशोरियों, सम-मेम बच्चों को समय से पोषाहार उपलब्ध कराया जाए. पोषाहार वितरण में किसी भी स्तर पर कोताही न बरती जाए कुपोषित बच्चों को सुपोषण की श्रेणी में लाने के लिए आईसीडीएस, स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी, कर्मचारी समन्वय स्थापित कर कार्य करें, अति कुपोषित बच्चों के अभिभावकों को प्रेरित कर पोषण पुनर्वास केंद्र में भर्ती कराकर उनकी सेहत में सुधार लाया जाए। उन्होंने कहा कि विभिन्न न्यायालय में वादों का निस्तारण दायरा के अनुसार किया जाए, जनपद में वादों के निस्तारण की प्रगति ठीक नहीं है, जनपद में लगभग 18 हजार वाद अनिस्तारित है, धारा-24, धारा-33 के वादों को प्राथमिकता पर निपटाया जाए, 05 वर्ष पुराने वादों पर जल्दी से जल्दी तिथि देकर प्राथमिकता पर निपटाया जाए। उन्होंने जिला बेसिक शिक्षाधिकारी से कहा कि जनपद के समस्त विद्यालयों को ऑपरेशन कायाकल्प के अंतर्गत समस्त 19 बिंदुओं से संतृप्त किया जाये।
जिलाधिकारी अविनाश कृष्ण सिंह ने मंडलायुक्त महोदया को आश्वस्त करते हुए कहा कि उनके द्वारा दिए गए निर्देशों के क्रम में किसी भी कार्यालय में बाहरी व्यक्ति द्वारा कार्य नहीं किया जा रहा है, तहसील, ब्लॉक स्तरीय अधिकारी अपने तैनाती स्थल पर रात्रि निवास कर रहे हैं। उन्होंने आश्वस्त करते हुए कहा कि संचालित जन-कल्याणकारी योजनाओं का लाभ प्रत्येक पात्र को मिलेगा, शिकायतों के निस्तारण में गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखा जाएगा, उनके द्वारा दिए गए निर्देशों का अक्षरशः पालन सुनिश्चित होगा।
इस दौरान अपर आयुक्त न्यायिक मंजू लता, मुख्य विकास अधिकारी नेहा बंधु, अपर जिलाधिकारी राम जी मिश्र, मुख्य चिकित्साधिकारी डा. आर.सी. गुप्ता, जिला विकास अधिकारी अजय कुमार, परियोजना निदेशक डीआरडीए सत्येंद्र कुमार उपयुक्त एनआरएलएम शौकत अली, उपयुक्त मनरेगा पी. सी. राम, समस्त उप जिलाधिकारी, खंड विकास अधिकारी, अधिशाषी अधिकारी, कार्यदायी संस्थाओं के अभियंता सहित अन्य संबंधित अधिकारी आदि उपस्थित रहे।