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स्वास्थ्य केन्द्रों पर आने वाले मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान की जाएं, सभी सामुदायिक, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर जांच की सुविधा रहे – रितु माहेश्वरी

मैनपुरी ( ब्यूरो रिपोर्ट):आयुक्त आगरा मंडल रितु माहेश्वरी ने 100 शैया मेटरनिटी चिकित्सालय के निरीक्षण के दौरान एम.एन.सी.यू. पी. एन.सी. वार्ड में भर्ती प्रसूता सरिता, कामिनी, शिवानी, आरती, सुशीला से संवाद कर प्रदान की जा रही स्वास्थ्य सेवाओं की जानकारी ली। उन्होंने मुख्य चिकित्साधीक्षक को निर्देशित करते हुये कहा कि प्रसूता के डिस्चार्ज होने पर ही जननी सुरक्षा योजना का लाभ उपलब्ध कराया जाये, गर्भवती के भर्ती होने पर ही उसका बैंक खाते का विवरण लेकर उसके खाते में शहरी क्षेत्र की दशा में रू. 01 हजार एवं ग्रामीण क्षेत्र की होने की दशा में रू. 1400 की धनराशि भेजी जाए, आशा के मानदेय का भुगतान भी प्राथमिकता पर किया जाए। उन्होंने माह सितंबर में जननी सुरक्षा योजना के तहत लाभान्वित की गई प्रसूता सीमा, रीना से दूरभाष पर योजना का लाभ प्रदान किए जाने की जानकारी प्राप्त की, उक्त दोनों के पति द्वारा बताया गया कि अभी उनके खाते में धनराशि हस्तांतरित नहीं हुई है, जिस पर उन्होंने मुख्य चिकित्साधीक्षक को जांच कर रिपोर्ट उपलब्ध कराए जाने हेतु आदेशित किया। उन्होंने भर्ती प्रसूताओं से संवाद कर उपलब्ध कराये जा रहे नाश्ते, दोपहर शाम के खाने की गुणवत्ता, चिकित्सक द्वारा प्रदान की जा रही स्वास्थ्य सेवाओं का फीडबक लेते हुए मुख्य चिकित्साधीक्षक को निर्देशित करते हुए कहा कि सभी प्रसुताओं को समय से उत्तम क्वालिटी का नाश्ता, दोपहर शाम का खाना उपलब्ध कराया जाए. डिस्चार्ज होने पर उन्हें 102 एंबुलेंस से उनके घर भेजा जाए, किसी भी दशा में किसी भी मरीज से कोई भी अनाधिकृत धनराशि की वसूली न हो, सुनिश्चित किया जाये। मंडलायुक्त ने दवा वितरण कक्ष में जाकर दवाओं की उपलब्धता की जानकारी करने पर पाया कि स्टॉक में 64 प्रकार की दवाईयां पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है, महिलाओं, बच्चों को उपलब्ध कराई जा रही दवाओं के अलग-अलग वितरण रजिस्टर बनाये गये है, 100- शैया चिकित्सालय में प्रतिदिन 40-45 गर्भवती महिलाओं का अल्ट्रासाउंड कर तत्काल रिपोर्ट उपलब्ध कराई जा रही है। उन्होंने पैथोलॉजी लैब के निरीक्षण के दौरान पाया कि प्रतिदिन 125-130 मरीजों की जांच की जा रही है और 02-03 घंटे में रिपोर्ट भी उपलब्ध कराई जा रही है। उन्होने लैब टैक्निशियन को निर्देशित किया कि जो भी मरीज जांच कराने आयें उनके सैर्पिल प्रत्येक दशा में लेकर जांच की जाये, किसी भी मरीज को जांच. अल्ट्रासाउंड कराने में असुविधा न हो। निरीक्षण के दौरान कुचेला में तैनात आशा राज कुमारी ने अपने शिकायती प्रार्थना पत्र के माध्यम से मंडलायुक्त को बताया कि जननी सुरक्षा योजना के तहत मानदेय का भुगतान किये जाने पर ओमकार डाटा एंन्द्री ऑपरेटर द्वारा प्रत्येक केश पर रू. 100 की मांग की जाती है, जिस पर उन्होने मुख्य विकास अधिकारी को शिकायत की जांच कर शिकायत सही पाये जाने पर प्रभारी चिकित्साधिकारी, सम्बन्धित डाटा एंट्री ऑपरेटर के विरूद्ध प्रभावी कार्यवाही किये जाने के निर्देश दिये।

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श्रीमती रितु माहेश्वरी ने जिला चिकित्सालय के आपातकालीन वार्ड के निरीक्षण के दौरान असंतोष व्यक्त करते हुए कहा कि आपातकालीन वार्ड में हेल्थ एटीएम की स्थापना नवंबर 2022 में कराई गई थी लेकिन लगभग 01 वर्ष में मात्र 200 मरीजों की ही जांच की गई है, जो निराशाजनक है। उन्होंने मुख्य चिकित्साधीक्षक को निर्देशित करते हुए कहा कि एटीएम सुविधा का लाभ प्रत्येक मरीज को मिले, एटीएम पर 24 घंटे कोई न कोई कर्मी तैनात रहे। उन्होंने निरीक्षण के दौरान आपातकालीन वार्ड में भर्ती शैलेंद्र, रमादेवी, मुन्नी देवी, नंदी देवी, हड्डी वार्ड में भर्ती धनीराम, बदन सिंह, राजेंद्र सिंह, मेडिकल वार्ड में भर्ती अंकित राजपूत, शिवानी से संवाद कर कुशलक्षेम पूछी, एक्स-रे, अल्ट्रासाउंड कक्ष में जाकर किए जा रहे एक्स-रे, अल्ट्रासाउंड की जानकारी लेने पर मानक से कम अल्ट्रासाउंड, एक्स-रे किये जाने पर नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि जिला चिकित्सालय में आने वाले मरीज के अल्ट्रासाउंड, एक्स-रे किए जाएं, कोई भी मरीज बाहर से अल्ट्रासाउंड कराने को मजबूर न हो, सभी मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाओं के साथ सभी दवाएं चिकित्सालय से ही उपलब्ध कराई जाए, किसी भी दशा में बाहर की दवाई न लिखी जाए।
जिला चिकित्सालय के निरीक्षण के दौरान अमित कुमार ने बताया कि 12 बजे के उपरांत उसकी जांच नहीं की गई, उसे वापस लौटा दिया गया, जिस कारण वाहर से जांच कराने पर रू. 300 व्यय करने पड़े, जानकारी करने पर मुख्य चिकित्साधीक्षक ने बताया कि 12 बजे तक की सैंपल लेने का प्राविधान है, जिस पर उन्होंने निर्देशित करते हुए कहा कि 12 बजे के बाद जो भी मरीज आएं, उनके सैंपल लिए जाएं और अगले दिन उनकी रिपोर्ट उपलब्ध कराई जाए किसी भी मरीज को वापस न लौटाया जाए।निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी अविनाश कृष्ण सिंह, अपर आयुक्त न्यायिक मंजू लता, मुख्य विकास अधिकारी नेहा बंधु, अपर जिलाधिकारी राम जी मिश्र, मुख्य चिकित्साधिकारी डा. आर.सी. गुप्ता, उप जिलाधिकारी सदर अभिषेक कुमार, क्षेत्राधिकारी नगर संतोष कुमार, मुख्य चिकित्साधीक्षक डा. मदनलाल, मुख्य चिकित्साधीक्षक महिला डा. शिव कुमार उपाध्याय आदि उपस्थित रहे।