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कूड़े के ढेर में किस्मत तलाशता मायूस बचपन !

विचार सूचक -( राजू गोस्वामी ) फतेहपुर उत्तर प्रदेश के फतेहपुर जनपद में विश्व बाल श्रम निषेध दिवस सोशल मीडिया तक की सीमित है। मिल कारखानों दुकानों में नोटिस बोर्ड तो लगे हैं। जिनमें बाल श्रमिकों से मजदूरी कराना निषेध अंकित है। लेकिन ठेकेदारों द्वारा बाल मजदूरी जारी है। इसे विडंबना ही कहा जाएगा जिन हाथों में कलम ,किताब ,लैपटॉप होना चाहिए, मायूस बचपन कूड़े के ढेर में किस्मत की तलाश कर रहा है। दिन भर काम के बाद ठेकेदार दिहाड़ी देकर दोजून के निवाले के लिए घर भेज देते हैं। हलांकि कभी कभार श्रम विभाग की सक्रियता दिखाई पड़ती है। ठोस कार्रवाई नहीं होती है।