Breaking News
(heart attack):

विधानसभा सीट से पांचवीं बार विधायक बने अरविंद गिरि का हार्ट अटैक से निधन

लखीमपुर खीरी । लखीमपुर खीरी जिले (heart attack) की गोला विधानसभा सीट से पांचवीं बार विधायक बने अरविंद गिरि का मंगलवार सुबह हार्ट अटैक (heart attack) से निधन हो गया। आज यानी बुधवार को उनकी अंत्येष्टि होगी। 1985 में लखनऊ के क्रिश्चियन कॉलेज से बीपीएड करने के बाद मोहम्मदी रोड स्थित गांधी विद्यालय स्मारक इंटर कॉलेज में खेल प्रशिक्षक के पद पर इन्होंने नौकरी की। उसके बाद 1988 में ग्राम सभा लाल्हापुर के ग्राम प्रधान बने।

यहीं से इनकी असल राजनीति की शुरुआत हो गई। उनकी अंतिम यात्रा में प्रदेश के डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक समेत भाजपा के कई बड़े नेता पहुंचेंगे। पाठक 10:45 बजे गोला उनके फॉर्म हाउस पहुंचेंगे। अरविंद गिरि को उनके फॉर्म हाउस पर ही बैठाकर समाधि दी जाएगी। उनके रिश्तेदारों के मुताबिक, ये उनकी अंतिम इच्छा थी। यही सर्वे उनके जीवन का अंतिम कार्य बना। उसके बाद रात को उनकी तबीयत बिगड़ी।

परिवार के लोग जब तक लखनऊ ला पाते, तब तक देर हो चुकी थी। कार में उन्हें हार्ट अटैक आया और निधन हो गया। 30 जून, 1958 को लखीमपुर खीरी जनपद के गोला गोकर्णनाथ में एक साधारण परिवार में जन्मे अरविंद गिरि ने राजनीतिक करियर में आते-आते काफी संघर्ष किया। इनके पिता राजेन्द्र गिरि पब्लिक इंटर कॉलेज के प्रधानाध्यापक थे। उनके 6 बेटे हुए। 6 भाइयों में शशिभूषण की मृत्यु पहले ही हो चुकी है। भाइयों में चौथे नंबर के अरविंद गिरि ने पिता राजेन्द्र गिरि के नाम से बने स्टेडियम की नींव भी 2007 में रखी थी, जिसमें आज विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन होता है।