हिंदू पक्ष के 18 तो मुस्लिम पक्ष के 3 वकीलों का आमना-सामना होगा

बदायूं । बदायूं (face to face) में जामा मस्जिद शम्सी में नीलकंठ महादेव मंदिर है या नहीं, इसको लेकर कल यानी 15 सितंबर को मस्जिद की इंतजामिया कमेटी अपना पक्ष रखेगी। जहां एक ओर हिंदू महासभा की ओर से 18 अधिवक्ताओं के वकालतनामे (face to face) लगे हैं।
अखिल भारत हिंदू महासभा के मुकेश पटेल समेत कुछ अधिवक्ता इसको लेकर सामने आ गए। सिविल कोर्ट ने इंतजामिया कमेटी को नोटिस जारी कर 15 सितंबर को मामले में सुनवाई की तारीख दी है। जबकि इंतजामिया कमेटी की ओर से फिलहाल अधिवक्ता अनवर आलम, असरार अहमद सिद्दीकी और मोहम्मद जमील हैं।
किसका पक्ष मजबूत है, यह अदालत के फैसले पर निर्भर करेगा। वहीं इंतजामिया कमेटी के 3 वकील अपना पक्ष लेकर अदालत में खड़े होंगे। इधर, मुस्लिम पक्ष ने अपने स्तर से इतिहास खंगालना शुरू कर दिया, ताकि यह साबित किया जा सके कि वहां मस्जिद काफी प्राचीन है।
इसके साथ अन्य अभिलेख भी जुटाए गए हैं, जिन्हें अदालत के सामने रखा जाएगा। शहर के मोहल्ला मौलवी टोली/सोथा स्थित जामा मस्जिद में नीलकंठ महादेव का मंदिर होने का दावा पिछले दिनों किया गया था। इस मामले में हिंदू महासभा की ओर से अखिल भारत हिंदू महासभा के प्रदेश संयोजक मुकेश पटेल वादी हैं।
जबकि उनके साथ अधिवक्ता विवेक रेंडर, अरविंद परमार, ज्ञानेंद्र प्रकाश, डॉ. अनुराग शर्मा, उमेश शर्मा, वेदप्रकाश साहू, अर्पित श्रीवास्तव आदि शामिल हैं।