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सैलरी में होगा 6480 से 90 हजार रुपये तक का इजाफा !!

नई दिल्‍ली – फरवरी 2022 केंद्र सरकार के 1 करोड़ से ज्‍यादा कर्मचारियों और पेंशनरों के लिए जबर्दस्‍त खबर लाई है। उनकी सैलरी फिर से बढ़ने वाली है। उसमें 6480 रुपये से लेकर 90 हजार रुपये सालाना तक की बढ़ोतरी होगी। यह बढ़ोतरी महंगाई भत्‍ते यानि Dearness Allowance के तौर पर होगी। जी हां, उनके महंगाई भत्‍ते में बढ़ोतरी का ऐलान होली के आसपास होगा लेकिन जानकारों ने साफ किया है कि जनवरी 2022 में DA कितना बढ़ेगा।

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DA कैलकुलेशन एक्‍सपर्ट हरिशंकर तिवारी ने Jagran.com को बताया कि दिसंबर, 2021 के लिए AICPI-IW (All India Consumer Price Index for Industrial Workers) के आंकड़े जारी हो गए हैं। दिसंबर में हालांकि यह 0.3 अंक घटकर 125.4 अंक पर आ गया है। वहीं नवंबर, 2021 में यह 125.7 अंक पर था। यानि नवंबर 2021 की तुलना में इसमें 0.24 प्रतिशत की कमी आई है। लेकिन इससे महंगाई भत्‍ते में बढ़ोतरी पर खास असर नहीं पड़ेगा।

तिवारी ने बताया कि लेबर मिनिस्‍ट्री के AICPI IW के आंकड़े आने के बाद यह साफ हो गया है कि इस बार महंगाई भत्‍ते में 3 फीसद की बढ़ोतरी होगी। इसका सीधा फायदा करोड़ों केंद्रीय और राज्‍य कर्मचारियों को होगा। उनकी सैलरी में बंपर हाइक आएगा। DA में यह बढ़ोतरी जुलाई से दिसंबर 2021 के लिए है।

नवंबर में सूचकांक में 0.8 फीसद की बढ़ोतरी – लेबर मिनिस्‍ट्री ने नवंबर 2021 के ऑल इंडिया कंज्‍यूमर प्राइस इंडेक्‍स (AICPI-IW) के आंकड़े दिए थे। इसमें नवंबर में सूचकांक में 0.8 फीसद की बढ़ोतरी दर्ज की गई थी। नवंबर में AICPI-IW 125.7 पर था। जबकि अक्‍टूबर 2021 में यह 124.9 पर था। तिवारी ने बताया कि अक्‍टूबर और नवंबर के मुकाबले इंडेक्‍स में गिरावट आई है। इस आधार पर कहा जा सकता है कि जनवरी 2022 में DA में 3 फीसद बढ़ोतरी होगी। बता दें कि सरकारी कर्मचारियों का DA अभी 28 फीसद है। DA में आखिरी बढ़ोतरी जुलाई 2021 में हुई थी। अब 3 फीसद की बढ़ोतरी के बाद यह 31 फीसद पर पहुंच जाएगा।

AICPI के आंकड़े – 

महीना CPI-01 CPI-16

जुलाई 2021 353.66 122.8

अगस्‍त 2021 354.24 123.0

सितंबर 2021 355.10 123.3

अक्‍टूबर 2021 359.71 124.9

नवंबर 2021 — 125.7

दिसंबर 2021 — 124.9

कैसे जुटाए आंकड़े – श्रम मंत्रालय देश के 88 इंडस्ट्रियल सेंटर के 317 बाजारों से खुदरा कीमतें लेता है। फिर हर महीने Industrial Worker के लिए उपभोक्ता मूल्य सूचकांक बनता है। इसी के आधार पर महंगाई भत्‍ते की दर तय होती है।