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शूटिंग के लिए तैयार हुआ सेट, गंगा किनारे अखाड़े में दो-दो हाथ करेंगे सलमान

मुजफ्फरनगर/मेरठ. सुलतान फिल्म की शूटिंग के लिए मुजफ्फरनगर के मोरना में सेट तैयार हो गया है। एक सेट जहां मोरना विकास खंड कार्यालय में बनाया गया है तो दूसरा तीर्थ नगरी शुक्रताल में गंगा किनारे बनाया गया है। गंगा किनारे एक अखाड़ा तैयार किया गया है। इसी में सलमान खान कुश्ती में दो-दो हाथ करेंगे। गंगा किनारे बनाए गए सेट के पास ही एक ढाबा तैयार किया गया है।
गुलशन ढाबे में बैठकर पिएंगे चाय
– गंगा किनारे बनाए गए ढाबे को गुलशन वैष्णव ढाबा का नाम दिया गया है।
– सूत्रों का कहना है कि सलमान खान अखाड़े में जहां दो-दो हाथ करेंगे वहीं इस ढाबे में बैठकर नाश्ता करेंगे।
– मंगलवार को सैट तैयार करने में जुटी टीम ने यह ढाबा पूरी तरह से तैयार कर दिया।
– सेट पर कोई न आए इसके लिए सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं।
अखाड़े की मिट्टी को कराया समतल
– गंगा किनारे बनाए गए अखाड़े की मिट्टी को दिन में समतल कराया गया।
– बताया जा रहा है कि सलमान खान के साथ यहां अखाड़े में शकील कुश्ती लड़ेंगे।
– मूल रूप से अनूपशहर के रहने वाले शकील चंदगीराम अखाड़े से जुड़े हैं।
– इस समय शकील अपने परिवार के साथ दिल्ली के सोनिया विहार में रहते हैं।
– माना जा रहा है कि शूटिंग के दौरान कुछ स्थानीय पहलवानों को भी सेट पर बुलाया जा सकता है।
– ये पहलवान अखाड़े के आसपास ही दिखाई देंगे।
हरियाणा की पृष्ठभूमि में तैयार हो रही है फिल्म
– जिस तरह से मोरना विकास खंड में जल निगम हरियाणा का कार्यालय बनाया गया है, उससे साफ जाहिर है कि ये पूरा सेट हरियाणा की पृष्ठभूमि पर तैयार हो रहा है।
– विकास खंड कार्यालय में बनाए गए सेट पर पानी की टंकी खड़ी की गई है। उन पर भी जल विभाग हरियाणा लिखा गया है।
फिल्म के निर्देशक का है माटी से नाता
– सुल्तान फिल्म के निर्देशक अली अब्बास जफर का मुजफ्फरनगर की माटी से गहरा नाता है।
– अली अब्बास जफर का पुश्तैनी गांव मुजफ्फरनगर का ही मंसूरपुर है। इसीलिए मोरना से भी उनका गहरा लगाव है।
– बताया जा रहा है कि मोरना में शूटिंग का स्थान इसीलिए तय किया गया क्योंकि जफर यहां की भौगोलिक स्थिति से पूरी तरह परिचित हैं।

कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई
– फिल्म शूटिंग के दौरान भीड़ को रोकने के लिए कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई है।
– शूटिंग स्थल के बाहर बेरिकेडिंग की गई है ताकि भीड़ को आने से रोका जा सके।
– शूटिंग स्थल के आसपास रहने वाले लोग भी इस बेरिकेडिंग के दायरे में आ गए हैं।
– बेरिकेडिंग होने की वजह से उन्हें आने-जाने में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
– सुरक्षा-व्यवस्था में स्थानीय पुलिस के अलावा आरएएफ लगाई गई है।