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रेखा देवी

शहीद की पत्नी सेना में बनेंगी अफसर !!

नई दिल्ली –  गलवान घाटी में अदम्य साहस के साथ अपने से शक्तिशाली चीनी सैनिकों को धूल चटाकर सर्वोच्च बलिदान देने वाले बिहार रेजीमेंट की 16वीं बटालियन के शहीद नायक दीपक सिंह  की पत्नी रेखा देवी  अब सेना में अफसर बनेंगी. सेना में अफसर बनने के लिए रेखा देवी ने महत्वपूर्ण परीक्षा पास कर ली है. रेखा देवी ने सेना की कठिन पर्सनैलिटी और इंटेलिजेंस परीक्षा पास कर ली. अब वह चेन्नई के ऑफिसर ट्रेनिंग एकेडमी में प्रशिक्षण प्राप्त करेंगी. बता दें कि 15 जून 2020 को पूर्वी लद्दाख की गलवान  घाटी में चीन की सेना के साथ भारी संघर्ष में नायक दीपक सिंह शहीद हो गए थे. नायक दीपक सिंह की पत्नी रेखा देवी 23 साल की हैं और वे इस परीक्षा को पास करने के लिए कठिन मेहनत की है. नायक दीपक सिंह गलवान घाटी में चीनी सैनिकों को खदेड़ने के दौरान वीरगति को प्राप्त हुए थे. पिछले साल नवंबर में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने उन्हें मरणोपरांत वीर चक्र से सम्मानित किया था. परमवीर चक्र, महावीर चक्र के बाद वीर चक्र युद्ध काल में सेना के लिए तीसरा सबसे बड़ा सर्वोच्च सम्मान है.

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पांच दिनों तक कठिन परीक्षा – रेखा देवी ने इलाहाबाद में सेना के पांच दिवसीय सर्विस सेलेक्शन बोर्ड की परीक्षा में शामिल हुईं और सेना की बेहद कठिन परीक्षा पास की. सेना के सेवा चयन बोर्ड ने शुक्रवार को रेखा देवी को इस कठिन परीक्षा में उत्तीर्ण घोषित किया. अब उन्हें चेन्नई में सेवा पूर्व प्रशिक्षण दिया जाएगा. चयनित प्रत्याशियों की सूची संघ लोक सेवा आयोग द्वारा जारी किए जाने के पहले रेखा देवी को मेडिकल टेस्ट पास करना होगा.

सीडीएस की परीक्षा से छूट – शहीदों की पत्नियों को परीक्षा में आयु सीमा में छूट मिलती है. वैसे ओटीएम के लिए आयु सीमा 19 से 25 साल तय है. रेखा देवी की आयु अभी सिर्फ 23 साल है. चेन्नई के ऑफिसर ट्रेनिंग एकेडमी में रेखा देवी को नौ महीनों तक कठिन प्रशिक्षण से गुजरना होगा. इसके बाद वह सेना में लेफ्टिनेंट की पद पर भर्ती होंगी. रेखा मध्य प्रदेश रीवा की रहने वाली हैं. शहीदों की पत्नियों को सेना में भर्ती होने के लिए संघ लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित सीडीएस की परीक्षा से छूट मिल जाती है लेकिन एसएसबी द्वारा पांच दिनों तक कठिन परीक्षा ली जाती है. इसके बाद उनका चयन होता है. इसी नियम के तहत शहीदों के निकट संबंधियों की भर्ती होती है.