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म्यांमार में सेना का घातक बल प्रयोग बयासी प्रदर्शन करियो को उतरा मौत के घात

यंगून ‘:म्यांमार में सुरक्षा बलों ने सैन्य तख्तापलट के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे प्रदर्शनकारियों पर फिर कड़ी कारवाई की। मीडिया रिपोर्ट में दावा किया गया है कि इसमें कम से कम 82 लोगों की मौत हुई है। इस बीच, सैन्य शासन (जुंटा) के प्रवक्ता ने नेपीता में एक संवाददाता सम्मेलन के दौरान सुरक्षा बलों की कार्रवाई का बचाव किया।

यंगून से करीब 100 किलोमीटर पूर्वोत्तर में स्थित बागो में सरकारी सुरक्षा बलों और पुलिस की कार्रवाई में कुछ प्रदर्शनकारी मारे गए। शहर के मुख्य अस्पताल में उसके एक सूत्र के अनुसार इस कार्रवाई में कम से कम 82 लोगों की मौत हुई है।

सुरक्षा बलों ने इस सप्ताह तीसरी बार प्रदर्शनकारियों पर घातक बलप्रयोग किया है। सेना ने आंग सान सू की की निर्वाचित सरकार को अपदस्थ कर एक फरवरी को तख्तापलट किया था। देश के उत्तर में कैले और तजे कस्बों में बुधवार को प्रदर्शनकारियों पर की गई कार्रवाई में कम से कम 11 लोगों की मौत हो गई। सुरक्षा बलों पर प्रदर्शनकारियों के खिलाफ ग्रेनेड और मोर्टार जैसे हथियारों का इस्तेमाल करने का आरोप है। देशभर में अधिकतर प्रदर्शन शांतिपूर्ण रहे और प्रदर्शनकारियों ने सविनय अवज्ञा का मार्ग अपनाया।
शुकवार को भी कई स्थानों पर सुरक्षा बलों ने हिंसा का इस्तेमाल किया। प्रदर्शन में हताहत हुए लोगों का रिकॉर्ड रखने वाले संगठन असिस्टेंट एसोसिएशन फॉर पॉलिटिकल प्रिजनर्स ने बताया कि प्रदर्शनकारियों पर सैन्य कार्रवाई में गुरुवार तक कम से कम 616 लोग मारे गए हैं। ब्रिगेडियर जनरल जॉ मिन तुन ने प्रदर्शनकारियों पर स्वचालित हथियारों का इस्तेमाल किए जाने के संबंध में पूछे गए सवाल के जवाब में कहा कि यदि ऐसा हुआ होता, तो कुछ ही घंटों में 500 लोग मारे गए होते। उन्होंने असिस्टेंट एसोसिएशन फॉर पॉलिटिकल प्रिजनर्स द्वारा बताई गई मृतक संख्या को गलत बताया और कहा कि सरकारी आंकड़ों के अनुसार मरने वालों की संख्या 250 है और 16 पुलिसकर्मी भी मारे गए हैं।

म्यांमार में जातीय सेनाओं के एक गठबंधन ने तख्तापलट विरोधी प्रदर्शनों पर जुंटा की कार्रवाई का विरोध किया है। गठबंधन की सेनाओं ने शनिवार को पूर्व में एक पुलिस स्टेशन पर हमला कर दिया। इस हमले में कम से कम 10 पुलिसकर्मी मारे गए। मीडिया ने बताया कि शान राज्य के नौंगमोन के पुलिस स्टेशन पर सुबह-सुबह गठबंधन सेना के लड़ाकों ने हमला किया। इसमें अराकान आर्मी, ताओंग नेशनल लिबरेशन आर्मी और म्यांमार नेशनल डेमोक्रेटिक अलायंस आर्मी शामिल हैं।