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मोदी को मिल रही पल-पल की अपडेट, BJP के 3 मंत्रियों का दल आज जाएगा कैराना

मेरठ. कैराना से हिंदुओं के पलायन का सच जानने के लिए बीजेपी नेताओं का दल बुधवार को यहां का दौरा करेगा। इस टीम में 3 केंद्रीय मंत्री शामिल होंगे। बता दें, एक दिन पहले केंद्रीय मंत्री श्रीपद नाइक ने कहा था कि कैराना मामले पर खुद पीएम मोदी नजर रख रहे हैं। इस बीच केंद्र के अलावा गवर्नर राम नाईक ने भी कैराना और मथुरा मामले में यूपी सरकार से रिपोर्ट तलब की है। ये लोग जाएंगे कैराना…
– विधानमंडल दल के नेता सुरेश खन्‍ना बीजेपी टीम की अगुवाई करेंगे।
– इसके अलावा डॉ. राधामोहनदास अग्रवाल, सांसद डॉ. सतपाल सिंह, सांसद राघव लखन पाल शर्मा, सांसद डॉ. भोला सिंह, सांसद सतीश गौतम, सांसद धर्मेंद्र कश्‍यप और पूर्व डीजीपी बृजलाल कैराना पहुंचेंगे।
बीजेपी सांसद ने जारी की थी नई लिस्‍ट
– बता दें, बीजेपी सांसद हुकुम सिंह ने मंगलवार को कैराना के बाद कांधला से पलायन करने वाले लोगों की सूची जारी की थी।
– इसमें 63 लोगों के नाम शामिल हैं। उन्‍होंने दावा किया कि यूपी सरकार के दबाव में प्रशासन पलायन की सूची को नकारने में जुटी है।
– उन्‍होंने कहा कि वह पहले जारी की गई अपनी सूची पर अटल हैं।
– हो सकता है कि इसमें एक दो नाम ऐसे हों जिन्होंने पलायन न किया हो, लेकिन उनकी सूची में ज्‍यादातर नाम और पते बिल्‍कुल सही हैं।
सुरेश राणा ने सीएम को दिया था आने का न्योता
– शामली में प्रेस कॉन्‍फ्रेंस के दौरान बीजेपी एमएलए सुरेश राणा ने सीएम अखिलेश यादव को कैराना आने का न्योता दिया था।
– उन्‍होंने कहा कि जो सूची जारी की जा रही है, वह सही है। सीएम को यहां आकर खुद पलायन का सच जानना चाहिए।
– वहीं, दूसरे बीजेपी नेताओं का कहना है कि कैराना में दहशत का माहौल है। यहां बढ़ रहे क्राइम के कारण व्यापारी सबसे ज्‍यादा पलायन कर रहे हैं।
– बढ़ती रंगदारी और क्राइम के मामलों को झुठलाया नहीं जा सकता। सरकार को इस मामले में गंभीरता से जांच करानी चाहिए।
हुकुम सिंह ने पहले 346 परिवारों के पलायन की जारी की थी लिस्‍ट
– इससे पहले बीजेपी सांसद हुकुम सिंह ने कैराना से पलायन करने वाले 346 हिंदू परिवारों की लिस्ट जारी की थी, जिसमें से कई गलत साबित हुए थे।
– सच सामने आने के बाद उन्होंने कहा था कि उनका इरादा हिंदू शब्द इस्तेमाल करने का नहीं था। पलायन की वजह सांप्रदायिक नहीं, आपराधिक है।
– जानबूझकर इस मामले को सांप्रदायिक रंग दिया जा रहा है। कैराना में हिंदू-मुस्लिम समस्या नहीं है, असल में यहां अपराधियों का आतंक है। कैराना में पुलिस एडमिनिस्‍ट्रेशन पूरी तरह फेल है।
मायावती बोलीं- दंगे कराना चाहती है बीजेपी
– इस मामले में मायावती ने आरोप लगाया कि बीजेपी राज्य में दंगे कराना चाहती है।
– उन्होंने मंगलवार को कहा, ”अपनी हार से प्रदेश की जनता का ध्यान हटाने के लिए जबरन कैराना में लोगों के पलायन का मुद्दा गरमा कर ऐसा प्रचार किया जा रहा जैसे मुसलमानों ने ही हिंदुओं को पलायन करने को मजबूर किया।”
– ”लेकिन इनकी इस घिनौनी साजिश को मीडिया ने विफल कर दिया। वर्ना उत्तर प्रदेश में इस मुद्दे की आड़ में हिंदू-मुस्लिम दंगे हो सकते थे।”
– ”आजादी से आज तक उत्तर प्रदेश से लगातार पलायन होता रहा है।”
– ”पहले लोग अच्छी नौकरी और पढ़ाई के लिए पलायन करते थे।”
– ”लेकिन वर्तमान सपा सरकार में केवल कैराना ही नहीं, पूरे प्रदेश से जो पलायन हुआ है, उसका कारण सपा के लोगों की गुंडागर्दी, बेरोजगारी और भुखमरी है।”
यूपी सरकार ने भी कैराना मामले में पेश की थी रिपोर्ट
– हुकुम सिंह ने लिस्‍ट जारी कर दावा किया था कि बीते 2 साल में कैराना में सांप्रदायिक हिंसा के चलते बड़े पैमाने पर 346 परिवारों ने पलायन किया।
– उनके इस दावे पर जब यूपी सरकार ने 346 में से 119 परिवारों का सर्वे किया तो पता चला कि बीते 2 साल में केवल 13 परिवारों ने ही पलायन किया है।
– मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, सरकार की तैयार की गई रिपोर्ट कहती है कि लिस्‍ट में शामिल 68 परिवार 10 से 15 साल पहले कैराना छोड़कर यूपी के दूसरे हिस्‍सों में, हरियाणा में, दिल्‍ली में और गुजरात जाकर शिफ्ट हो गए।
– इसके अलावा करीब 4 ऐसे परिवार हैं, जिन्‍होंने जिले को 20 साल पहले ही छोड़ दिया। इनमें से एक राज्‍य सरकार की जॉब छोड़कर नोएडा में सेटल हो गया।
– वहीं, हुकुम सिंह की लिस्‍ट में शामिल 13 परिवार ऐसे हैं जो अब भी कैराना के पट्टोवाला, कायस्‍थबर्दा और दरबार कला यानी अपने घरों में रह रहे हैं।
– 4 नाम ऐसे भी हैं जिनकी मौत हो चुकी है। ये रिपोर्ट 119 परिवारों के फिजिकल वेरिफिकेशन पर बेस्‍ड है।
– सरकारी रिपोर्ट के मुताबिक, ज्‍यादातर परिवारों ने अच्‍छी एजुकेशन, बिजनेस और मेडिकल फैसिलिटीज के चलते पलायन किया है।