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फिर भी हो गया हमला, पंपोर में CRPF को पहले ही अलर्ट कर चुकी थी J&K पुलिस

श्रीनगर. पंपोर आतंकी हमले से पहले जम्मू-कश्मीर पुलिस ने सेंट्रल रिजर्व पुलिस फोर्स (सीआरपीएफ) के निशाने पर होने के इंटेलिजेंस इनपुट्स पहले ही दे दिए थे। लेकिन इसके बाद भी कोई एक्शन नहीं लिया गया। उधर, डिफेंस मिनिस्टर मनोहर पर्रिकर ने रविवार को कहा कि हम पता लगाएंगे कि कहीं जवानों से तो चूक नहीं हुई। बता दें कि शनिवार को हुए इस हमले में आठ जवान शहीद हो गए और 22 जख्मी हुए। क्या इनपुट्स दिए थे पुलिस ने…
– जम्मू-कश्मीर पुलिस ने एक चैनल को दिए बयान में कहा कि हमने इस तरह के हमले की पहले ही आशंका जताई थी। सीआरपीएफ को इस बारे में अलर्ट भी किया गया था।
– पुलिस ने शनिवार को सुबह 7 बजे ये अलर्ट भेजा था। लेकिन सीआरपीएफ की तरफ से कोई भी एक्शन नहीं लिया गया।
– पुलिस ने बताया था कि आतंकी श्रीनगर और अवंतीपुर हाईवे पर घात लगाकर हमले की तैयारी कर रहे हैं।
– पुलिस का कहना है कि अलर्ट के बाद भी सीआरपीएफ बस बिना सिक्युरिटी एस्कॉर्ट के ट्रैवल कर रही थी।
– बता देंं कि पंपोर में जवानों की बस पर हमला तब हुआ, जब वे फायरिंग प्रैक्टिस कर लौट रहे थे।
पर्रिकर ने किया चूक की तरफ इशारा?
– डिफेंस मिनिस्टर मनोहर पर्रिकर ने रविवार को कहा- “इस बात का पता लगाया जाएगा कि कहीं जवानों से चूक तो नहीं हुई।”
– “यह बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है। मैं समझता हूं कि स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीजर (एसओपी) को फॉलो नहीं किया गया। जांच के बाद ही असली वजह का पता चलेगा।”
– उन्होंने यह भी कहा कि एक महीने में सिक्युरिटी पर्सनल ने 25 आतंकियों को मार गिराया। दरअसल, ये हताशा में किया गया हमला है।
कब और कैसे हुआ हमला?
– सीआरपीएफ के कमांडेट राजेश यादव ने बताया – “हमारे जवान फायरिंग रेंज से प्रैक्टिस करने के बाद वापस लौट रहे थे। तभी नेशनल हाईवे पर ये हमला हुआ। आतंकियों ने अचानक फायरिंग शुरू कर दी।”
– दो आतंकी तो मारे गए, लेकिन दो फरार हो गए।
– ये सभी जवान सीआरपीएफ की 161st बटालियन के हैं।
– सिक्युरिटी फोर्सेस के मुताबिक, मारे गए दो आतंकियों के पास से दो AK-47 राइफल, हथियार और छह हैंड ग्रेनेड बरामद हुए।
आतंकियों ने की थी बस में घुसने की कोशिश
– सीआरपीएफ के आईजी नलिन प्रभात ने बताया था, ”बस फोर्स की फायरिंग एक्सरसाइज के बाद लौट रही थी। श्रीनगर की तरफ से दो आतंकी आ रहे थे। वे कार में थे। उन्होंने बस के सामने बीच सड़क पर कार रोक दी और फायरिंग शुरू कर दी। बस के आगे के दोनों टायर फट गए। इसके बाद वे कार से बाहर आए।”
– ”आतंकियों ने बस में घुसने की कोशिश की। लेकिन कुछ जवानों ने गोलियों की आवाज सुनकर जवाबी फायरिंग की। मौके पर ही दो आतंकी मारे गए। दोनों आतंकी पाकिस्तानी थे। दोनों लश्कर से ही थे और फिदायीन हमलावर थे। उनके पास एके 47 राइफल थी।”
पंपोर में ये 8 जवान हुए शहीद
– सब इंस्पेक्टर संजय कुमार- जौनपुर (यूपी)
– हेड कॉन्स्टेबल वीर सिंह- शिकोहाबाद (यूपी)
– कॉन्स्टेबल सतीश चंद्र- मेरठ (यूपी)
– कॉन्स्टेबल कैलाश कुमार यादव- उन्नाव (यूपी)
– कॉन्स्टेबल राजेश- इलाहाबाद (यूपी)
– सब इंस्पेक्टर जयचंद्रन- तिरुवनंतपुरम (केरल)
– हेड कॉन्स्टेबल जगतार सिंह- रोपड़ (पंजाब)
– कॉन्स्टेबल संतोष शॉ- औरंगाबाद (बिहार)