Breaking News

दुनिया के टॉप 500 सीईओ को बुलाने की तैयारी: ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट-2016

इंदौर.ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट-2016 इस बार सरकार प्रोफेशनल तरीके से करेगी। 22, 23 अक्टूबर को इंदौर में होने वाले इस आयोजन में दुनिया के टॉप 500 सीईओ को बुलाने की तैयारी है। शासन की कोशिश है इनमें से यदि 100 सीईओ भी आते हैं तो इससे प्रदेश में निवेश को लेकर ग्लोबल स्तर पर माहौल और सोच में बदलाव आएगा। इन सीईओ के लिए मुख्यमंत्री 21 अक्टूबर को डिनर भी आयोजित करेंगे।
हालांकि समिट केवल डेढ़ दिन की होगी। 23 अक्टूबर की दोपहर समापन समारोह होगा। सूक्ष्म, लघु व मध्यम (एमएसएमई) उद्योगों के लिए अभी तक समिट के एक दिन पहले आयोजन होता था, लेकिन इस बार यह कार्यक्रम भोपाल में 27 सितंबर को होगा।
समिट में शासन का ध्यान करार (एमओयू) और उद्योगपतियों से एक्सप्रेशन ऑफ इंटरेस्ट (ईओआई) करने पर नहीं है। इसके बजाय बीटूबी (बिजनेसमैन टु बिजनेसमैन) और बीटूजी (बिजनेसमैन टु गवर्नमेंट) बैठकें की जाएंगी। इसमें कोई भी बिजनेसमैन समय लेकर किसी से भी मुलाकात कर सकेगा।
यह जानकारी गुरुवार को समिट की तैयारियों को लेकर उद्योगपति और उद्योग विभाग में हुई बैठक में सामने आई। इसमें 100 से ज्यादा उद्योगपतियों के साथ ही ट्रायफेक के एमडी डीपी आहूजा, कलेक्टर पी. नरहरि, एकेवीएन एमडी कुमार पुरुषोत्तम और सीआईआई के उपाध्यक्ष अंशुल मित्तल शामिल हुए।
बताया गया कि समिट में 85 देशों के 800 से ज्यादा प्रतिनिधियों के आने की संभावना है। प्रदेश के 1000 से ज्यादा उद्योगपतियों के अलावा अन्य प्रांतों से भी 1000 लोग शामिल होंगे। आहूजा ने कहा आज मप्र में निवेश को लेकर बेहतर माहौल है, नए औद्योगिक केंद्र विकसित किए गए हैं।
यह रहेगा समिट का फोकस
आहूजा ने कहा निवेशकों को खाद्य प्रसंस्करण, ऑटोमोबाइल इंजीनियरिंग, रक्षा और सूचना प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में निवेश के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा। सूचना प्रौद्योगिकी में देश में बेंगलुरु, पुणे, हैदराबाद के बाद इंदौर का चौथा स्थान है। पर्यटन, टेक्सटाइल, पवन उर्जा, औषधि उद्योग, शहरी विकास (मेट्रो ट्रेन और कचरा प्रबंधन) के क्षेत्र में भी निवेश की अपार संभावनाएं हैं। इंदौर और भोपाल में मेट्रो परियोजना भी निवेशकों के जरिये लागू की जाएगी।
समिट से एक माह पूर्व उद्योगपतियों के लिए जनसमस्या निवारण शिविर लगेगा। कलेक्टर नरहरि ने कहा सुपर कॉरिडोर के पास मेडिकल और एजुकेशन हब के लिए 52 एकड़ जमीन उपलब्ध है। इंदौर, मुंबई और अहमदाबाद आर्थिक राजधानी हैं। कार्यक्रम में पुरुषोत्तम और मित्तल ने भी सं‍बोधित किया