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ड्रोन से की जा रही है निगरानी,दहशत बरकरार  

कानपुर। शहर में तीन दिन बीत जाने के बाद भी अभी तक वन विभाग की टीम तेंदुए को पकड़ने में नाकाम रही है। वहीं मंगलवार को वन विभाग की टीम ने नाइट विजन कैमरे लगाने शुरू कर दिए हैं। तेंदुआ अब गंगा बैराज की तरफ घुस गया है। इससे आबादी वाले क्षेत्र में भी खतरा मंडराने लगा है।
सिंचाई विभाग में तैनात माली जयकिशन ने बताया कि रात में अब काम करना बहुत ही ज्यादा खतरनाक हो गया है। गार्ड ने बताया कि गार्ड रूम के पास सोमवार देर रात करीब 1 बजे गंगा बैराज पर देखा गया। पास ही स्थित पार्क में पंजे के निशान भी मिले हैं। वहीं वन विभाग ने पंजों को देखकर तेंदुआ होने से इंकार किया है। वहीं कई कर्मचारियों ने तेंदुए की दहशत से आना बंद कर दिया है।
मंदिर के चबूतरे और बाउंड्री के दीवार में पंजे के निशान मिले
वन विभाग रेस्क्यू टीम के आरओ लल्लू सिंह ने बताया कि रात को वीएसएसडी कॉलेज परिसर में तेंदुआ नहीं आया। टीम उसे पकड़ने के लिए लगी थी। मंगलवार सुबह टीम ने जब परिसर का निरीक्षण किया तो हॉस्टल के बगल में बने मंदिर के चबूतरे में और बाउंड्री के दीवार में उसके पंजे के निशान मिले हैं। जब बैराज टीम पहुंची तो लवकुश पार्क के गार्ड ने रात एक बजे तेंदुआ देखने की बात कही। इसके बाद टीम ने निरीक्षण किया तो उसके पद चिन्ह भी पार्क में मिले हैं। उन्होंने कहा कि ये किसी ने सही से देखा नहीं की वह परिसर से बाहर गया है या नहीं। इसलिए पीलीभीत से 10 कैमरे मंगाए गए हैं जिसमें से छह वीएसएसडी कॉलेज परिसर में लगाए जायेंगे और चार लवकुश पार्क में लगाये जायेंगे। उसी से निगरानी होगी।
डॉ नासिर और वन विभाग की टीम ने कैम्पस में की कॉम्बिंग
वीएसएसडी कॉलेज के कैम्पस में तेंदुए को पकड़ने के लिए ड्रोन से निगरानी की जा रही है। मंगलवार को चिड़ियाघर के डॉ नासिर और वन विभाग की टीम ने कैम्पस में कॉम्बिंग की। साथ ही कैम्पस में 10 इंफ्रारेड कैमरे भी लगाए गए। तेंदुए को पकड़ने के लिए वन विभाग और चिड़ियाघर की टीमें लगी हैं। डॉ नासिर ने बताया कि,कैम्पस में जहां-जहां मादा तेंदुए का मूवमेंट रहा है,उन जगहों पर नर तेंदुए की यूरीन का छिड़काव कराया जा रहा है। टीम ने दो पिंजड़े लगा रखे हैं। केमिस्ट्री हॉल के पास रखे एक पिंजड़े में तेंदुए के शिकार को एक जिंदा बकरी रखी गई,जो मंगलवार को मृत पाई गई। जू के डॉक्टरों के मुताबिक,बकरी की सर्दी से निमोनिया होने से मौत हो गई। वहीं, पीलीभीत से आए 10 इंफ्रारेड कैमरों को भी कैम्पस में लगाया गया, जो जरा सी हलचल होने पर एक्टिव हो जाएंगे। क्षेत्रीय वन अधिकारी एलएस कछवाहा के मुताबिक,जब तक तेंदुए के बाहर जाने के प्रमाण नहीं मिलते तब तक हम उसे कैम्पस के अंदर ही मानेंगे और खोजबीन जारी रहेगी।
वीएसएसडी कॉलेज के पीछे बाउंड्री फांदकर कटरी की तरफ भागने के भी तेंदुए के पंजों के निशान मिले हैं। इससे एक बात तो साफ है कि तेंदुआ कटरी की तरफ भी आवागमन कर रहा है।