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टमाटर (tomato)सब्जी है या फल?

टमाटर :भारतीय थाली का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बन चुका है. लगभग हर घर में इसका इस्तेमाल किया जाता है. ज्यादातर लोग इस बात से भी अनजान हैं कि टमाटर सब्जी है या फल? टमाटर (tomato) को कभी ‘लव ऐपल’ भी कहा जाता था. आज हम आपको टमाटर से जु़ड़ी ऐसी ही कुछ दिलचस्प बातें बताएंगे…

अभी हाल ही में एक हिंदी फिल्म ‘शर्माजी नमकीन’ आई है. यह जाने-माने अभिनेता ऋषि कपूर की आखिरी फिल्म है. इस फिल्म का एक गाना बहुत मशहूर हो रहा है, जिसके बोल हैं- ‘साठ की उम्र मेरी हॉट है ये हाय, फिर से जवानी वाली याद दिलाए, केचप केचप सा चटख, मेरा लाल टमाटर.’ इस गाने को बढ़ती उम्र में जवानी के साथ टमाटर को जोड़ा गया है. अब सवाल यह है कि टमाटर को क्यों जोड़ा गया. भिंडी या करेला भी तो हो सकता था. हमने जांच की तो पाया कि टमाटर को इसलिए जोड़ा गया है क्योंकि टमाटर आदमी को जवान बनाए रखता है. कैसे? इसलिए कि टमाटर पाचन शक्ति दुरुस्त रखता है, पेट से संबंधित अनेक समस्याओं से बचाता है और पेट के कीड़ों का खात्मा करता है. अब सीधी सी बात है कि पेट साफ तो मनुष्य स्वस्थ रहेगा, स्वस्थ रहेगा तो जवान दिखेगा न. तो यह है टमाटर की दास्तां. लेकिन आपको हैरानी हो सकती है कि भारतीय रसोई में टमाटर का प्रवेश बहुत देर में हुआ. सवाल यह भी है कि टमाटर सब्जी है या फल?

असल में टमाटर को सहायक सब्जी के रूप में अधिक प्रयोग किया जाता है. किसी भी सब्जी में अगर भरपूर स्वाद भरना है तो टमाटर एक अनिवार्य अवयव है. पूरी दुनिया में भोजन के साथ सलाद भी खाया जाता है और टमाटर के बिना सलाद अधूरा है. सब्जियों में टमाटर ऐसा है, जिसकी पूरे विश्व में सबसे अधिक खपत होती है. किसी भी देश में चले जाइए, वहां इसके दर्शन जरूर हो जाएंगे. एवरग्रीन है टमाटर. हर मौसम में मिलेगा. दुनिया भर में टमाटर की 9,000 से अधिक किस्में उगाई जाती हैं. भारत में मुंबइया, नासिक, जयपुरिया टमाटर के साथ-साथ चेरी टमाटर भी खूब मिलने लगा है.

टमाटर का इतिहास यह है कि ईसा पूर्व पांचवीं शताब्दी में पेरू में इसकी खेती शुरू हुई. बाद में यह स्पेन, मेक्सिको होता हुआ आगे बढ़ता गया. अमेरिका में एक समय में इसे ‘लव ऐप्पल’ कहा गया. कुछ देशों में टमाटर का लाल रंग देखकर उसे जहरीला माना गया, लेकिन बाद में इसे अपना लिया गया. भारत में टमाटर की एंट्री 16वीं शताब्दी में मानी जाती है. देश में इसे पुर्तगाली और स्पेनिश सौदागर लेकर आए. उस वक्त भारत में इसे ‘विदेशी बैंगन’ कहा गया. लेकिन चूंकि इसका पुराना नाम टोमोटे है, इसलिए यही नाम टमाटर में बदल गया. भारत में ब्रिटिश साम्राज्य और द्वितीय युद्ध के दौरान पूरे विश्व में टमाटर की खेती और खपत बढ़ गई.

सवाल यह भी है कि टमाटर फल है या सब्जी. भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान (पूसा) स्थित संरक्षित कृषि प्रौद्योगिकी केंद्र के प्रधान वैज्ञानिक डॉ. नवेद सबिर ने बताया कि वनस्पति विज्ञान के हिसाब से टमाटर फल है. लेकिन इसका प्रयोग अनकुक्ड के बजाय कुक्ड के रूप में अधिक होता है, इसलिए इसे सब्जी कहा जाने लगा. विशेष बात यह भी है कि ऑक्सफोर्ड डिक्शनरी ने टमाटर को फल की श्रेणी में रखा है. उसके अनुसार टमाटर एक ऐसा मुलायम लाल फल है, जिसमें ढेर सारा रस है और जिसका छिलका चमकदार लाल है. इसे सब्जी के रूप में कच्चा या पकाकर खाया जा सकता है.

टमाटर का भारत में प्रवेश इतना देर में क्यों हुआ. इस पर जो मोटी राय है, उसके अनुसार सब्जी में स्वाद लाने और उसे खट्टा करने के लिए भारत में टमाटर का विकल्प रहा है. जैसे इमली, अमचूर व आंवला. आयुर्वेद के प्राचीन ग्रंथ ‘चरकसंहिता’ में इनका वर्णन है, टमाटर का नहीं. लेकिन जब पुर्तगाली इसे भारत में लाए और अंग्रेजी शासनकाल में यह खूब खाया जाने लगा तो भारतीय भी इसे अपनाने लगे. आज हालात यह हैं कि हर रसोई में टमाटर जरूर मिलेगा.

टमाटर पाचन शक्ति, पेट से संबंधित विकारों को दूर करता है. आयुर्वेदाचार्य व पंचकर्मा विशेषज्ञ डॉ. आरपी पराशर के अनुसार टमाटर खाने से भूख बढती है. यह पेट साफ रखता है और इसके सेवन से रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत होती है. यह पेट में कीड़े नहीं पैदा होने देता. टमाटर की एक विशेषता यह है कि इसमें पाए जाने वाले विशेष तत्व मनुष्य की त्वचा को सनबर्न और अल्ट्रावायलेट किरणों से बचाते हैं. टमाटर का एक नुकसान यह है कि अधिक खाने पर एसिडिटी हो सकती है. भारत की विभिन्न भाषाओं में टमाटर के नाम: कन्नड़ में काप्पेरबदनेकाई, गुजराती में टमेटा, तमिल में सीमे टेक्काली, तेलुगु में सीमावंगा, बंगाली में टमाटर, मराठी में वेलवंगी, मलयालम में टक्कली, इंग्लिश में Tomato