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ओलिंपिक में भारत की तरफ से खेलने वाली पहली महिला गोल्फर, #Rio में नजरें अदिति पर

रियो डि जेनेरियो.ओलिंपिक में 1904 के बाद इस बार गोल्फ को शामिल किया गया है। खास बात यह है कि 112 साल बाद ओलिंपिक में हो रहे गोल्फ के मुकाबलों में अदिति अशोक भी उतर रही हैं। वे अोलिंपिक के इस इवेंट में भारत की तरफ से खेलने वाली पहली महिला गोल्फर हैं। 18 साल की अदिति का बुधवार शाम 4 बजे इंडिविजुअल कैटेगरी में मैच है। मुकाबला स्पेन की कार्लोट सिगांडा और रूस की मारिया मेरचेनोवा से है। बता दें कि भारत के 119 में से 92 एथलीट्स खाली हाथ लौट चुके हैं। 12 दिन में कोई मेडल नहीं मिला है। 27 खिलाड़ी अभी भी मैदान में हैं। कौन हैं अदिति, क्या है इनका रिकॉर्ड…
– बेंगलुरु की रहने वाली अदिति ने इसी साल पेशेवर गोल्फ में कदम रखा। वे पहली बार ओलिंपिक में हिस्सा ले रही हैं।
– उन्होंने आईजीएफ वर्ल्ड रैंकिंग के 60 गोल्फर में जगह बनाकर रियो के लिए क्वालीफाई किया था। उनकी रैकिंग 57th थी।
– अदिति ने जब से महिला यूरोपियन टूर (एलईटी) के क्वालीफाइंग फाइनल्स में फुल कार्ड जीता है, तब से वे शानदार फॉर्म में हैं।
– अदिति ने 2013 और 2014 में एशियन यूथ गेम्स में भारत को रिप्रेजेंट किया था। यह एक्सपीरिएंस अदिति के काम आएगा।
क्या है उनकी मजबूती
– अभी तक अदिति का सबसे मजबूत पक्ष उनका लगातार जीतना है। उन्होंने अभी तक 12 पेशेवर टूर्नामेंटों में हिस्सा लिया है और 11 जगह वे कट पार करने में कामयाब रही हैं।
– उनके नाम छह इंटरनेशनल टूर्नामेंट, 17 खिताब हैं। इनमें 17 में पांच लो एमेच्योर खिताब शामिल हैं।
– वे कई बार टॉप-10 में भी रही हैं। वे एशिया की पहली खिलाड़ी हैं, जिन्होंने 2015 में सेंट रूल ट्रॉफी और लॉसन ट्रॉफी अपने नाम की थी।
यूरोपियन लेडीज एमेच्योर चैम्पियनशिप जीतने वाली पहली एशियाई
– 2015 में इंटरनेशनल यूरोपियन लेडीज एमेच्योर चैम्पियनशिप में सिल्वर मेडल हासिल करने वाली वह पहली एशियाई गोल्फर थीं।
– वे पहली भारतीय गोल्फर हैं, जिन्होंने लेडीज ब्रिटिश एमेच्योर ओपन स्ट्रोक प्ले चैम्पियनशिप का खिताब अपने नाम किया था।
– उन्होंने 2015 में यह खिताब जीता था। इसी तरह के शानदार प्रदर्शन के दम पर उन्होंने ओलिंपिक में जगह बनाई है।
– ब्रिटिश ओपन क्वालीफाइंग स्पर्धा में अदिति ने शानदार प्रदर्शन किया था और ओलिंपिक में वह बेहतरीन फॉर्म के साथ उतर रही हैं।