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नैनीताल से महज 10 किमी दूर है रहस्यमय झील, रंग बदलता है यहां का पानी

इस बार आप नैनीताल और भीमताल को छोड़कर एक ऐसी झील को देखने के लिए जा सकते हैं, जिसका पानी रंग बदलता है. यह खूबसूरत झील पहाड़ी की तहलटी में बसी हुई है और चारों तरफ जंगल और हरियाली है. इस झील को देखने के लिए दूर-दूर से सैलानी आते हैं. हालांकि, नैनीताल आने वाले कई पर्यटकों को इस झील के बारे में जानकारी नहीं होती है. जिसकी वजह से इसे ‘सीक्रेट डेस्टिनेशन’ भी कहा जाता है. कुछ जगहें ऐसी होती हैं, जो छिपी हुई होती हैं,

लेकिन खूबसूरत बहुत होती हैं. यह झील इतनी सुंदर है कि इसके आसपास का वातावरण और नजारें सैलानियों के दिल में बस जाता है. यहां की प्राकृतिक सुंदरता, शांति और सुकून पर्यटकों को अपनी तरफ आकर्षित करता है. यही वजह है कि एक बार अगर इस झील को देख लिया और इसके करीब आपने वक्त बिता लिया तो यहां बार-बार आने की चाह पैदा हो जाती है सीढ़ीदार पहाड़ी खेतों के नीचे की तरफ बसी हुई इस प्राकृतिक झील में सैलानी वोटिंग नहीं कर सकते हैं. आप बस इसके करीब जाकर इसकी सुंदरता को निहार सकते हैं. जैसे कि नैनीताल के नैनी झील और सात ताल में सैलानी वोटिंग का लुत्फ उठा सकते हैं. लेकिन यहां आप इस एडवेंचर एक्टिविटी को नहीं कर सकते हैं.

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कौन-सी है यह झील इसके बारे में जानिये

यह खूबसूरत प्राकृतिक झील खुर्पाताल है. नैनीताल से इस झील की दूरी महज 10 किलोमीटर है. वैसे भी खुर्पाताल एक लोकप्रिय पर्यटक स्थल है और अच्छी-खासी तादाद में सैलानी यहां आते हैं. यहां आप नेचर वॉक और ट्रैकिंग भी कर सकते हैं. यहीं खुर्पाताल गांव में यह रहस्यमय झील बनी हुई है. जो समुद्र की सतह से 1,635 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है और चारों तरफ से चीड़ और देवदार के वृक्षों से घिरी हुई है.

यहां का खुशनुमा माहौल और प्राकृतिक सुंदरता पर्यटकों के मन को मोह लेता है. घोड़े के खुर यानी तलवों की तरह दिखने की वजह से इस ताल का नाम खुर्पाताल पड़ा है. इस झील का व्यास करीब आधा किलोमीटर है और यह चारों तरफ से पहाड़ों से घिरी हुई है, जिस वजह से इसकी सुंदरता और ज्यादा बढ़ जाती है.

रंग बदलता है इस झील का पानी

इस झील का पानी रंग बदलता है. दरअसल, झील में मौजूद शैवालों के कारण इसका पानी रंग बदलता है. झील का रंग दूर से हल्का हरा दिखाई देता है. बताया जाता है कि इस झील में करीब 40 प्रकार की शैवालों की प्रजातियां पाई जाती हैं, जब शैवाल के बीज बनते है तो झील का पानी रंग बदलता है. खर्पाताल गांव नैनीताल से कालांढूगी रोड पर बसा है. इस झील में काफी तादाद में मछलियां हैं,

जिस वजह से इसे मछुवारों का स्वर्ग भी कहा जाता है. जहां गर्मियों में इस झील का पानी ठंडा तो वहीं सर्दियों में झील का पानी हल्का गुनगुना रहता है. इस झील से थोड़ी ऊपर मनसा देवी मंदिर है, जहां सैलानी मां के दर्शन कर सकते हैं. इस झील के आसपास सैलानी नैनीताल, पंगोट, मुक्तेश्वर और रानीखेत इत्यादि पर्यटन स्थलों को घूम सकते हैं.