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एकेटीयू में संबद्ध संस्थानों के चेयरमैन की हुई बैठक समस्याओं संग दिये अपने सुझाव !

लखनऊः 29 सितम्बर, 2022 – डॉ0 एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय ने माननीय कुलाधिपति आनंदीबेन पटेल और प्राविधिक शिक्षामंत्री आशीष पटेल के मंशानुरूप बेहद कम समय में संबद्धता की प्रक्रिया को पूरा कर लिया है। विश्वविद्यालय से संबद्ध लगभग सभी कॉलेजों के लॉगइन पर संबद्धता का पत्र भेजा जा चुका है। इस बार संबद्धता की प्रक्रिया तेज गति से की गई है। गुरूवार को संबद्ध संस्थानों के चेयरमैन की कुलपति प्रो0 प्रदीप कुमार संग बैठक के इस पर प्रसन्नता जाहिर की गयी। इस दौरान बैठक में संबद्धता, प्रवेश, काउंसलिंग, परीक्षा ट्रेनिंग एंड प्लेसमेंट, नई शिक्षा नीति 2020 के तहत पाठ्यक्रमों में बदलाव सहित अन्य मुद्दों की समस्याओं और सुझाव पर मंथन किया गया। कुलपति प्रो0 प्रदीप कुमार मिश्र ने कहा कि विश्वविद्यालय और संबद्ध संस्थानों को मिलकर काम करने की जरूरत है।

जिससे कि गुणवत्तापूर्ण शिक्षा दी जा सके। जो भी कठिनाइयां आ रही हैं उनका समाधान सभी को मिलकर करना होगा। कहा कि विश्वविद्यालय ने नई शिक्षा नीति के तहत पाठ्यक्रम में बदलाव किया है। अब डुएल डिग्री के साथ ही मेजर और माइनर डिग्री भी छात्रों को दी जाएगी। चेयरमैंस से कॉलेज के नैक और एनबीए एक्रिडेशन के लिए आवेदन करने की अपील की। साथ ही कहा कि एआईसीटीई के मानक के अनुसार ही कॉलेज निर्णय लें।

चेयरमैन ने सुझाव के साथ मांगों को भी रखा वहीं कॉलेज के चौयरमैनों ने अपने सुझाव के साथ ही विभिन्न मांगों को भी रखा। कहा कि कॉलेजों को स्थाई सम्बद्धता दी जाए। जिससे कि उन्हें आसानी हो। साथ ही शैक्षणिक सत्र को समय से किया जाए। वहीं, बदलते दौर में कुछ नये कोर्स की भी अनुमति दी जाए। जैसे, सिनेमेटोग्राफी, कैमरा, फिल्म मेकिंग का भी कोर्स कॉलेज करा सकें। वहीं, बीबीए और बीसीए भी कराने की छूट दी जाए।

परीक्षा केंद्र बनने से न कतराएं

कुलपति प्रो0 प्रदीप कुमार मिश्र ने बैठक में कहा कि बहुत से कॉलेज परीक्षा केंद्र बनने से कतराते हैं। ऐसे में परीक्षा कराने में कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। इसलिए सभी कॉलेजों को परीक्षा केंद्र बनने के लिए तैयार रहना चाहिए। साथ ही कॉपियों का मूल्यांकन भी एक बड़ी समस्या है। समय से परीक्षा परिणाम के लिए जरूरी है कि मूल्यांकन कार्य को शिक्षकों की ड्यूटी का हिस्सा बनाया जाए। बैठक में प्रतिकुलपति प्रो0 मनीष गौड़, कुलसचिव सचिन सिंह, वित्त अधिकारी जीपी सिंह, परीक्षा नियंत्रक प्रो0 अनुराग त्रिपाठी, उप कुलसचिव डॉ0 आरके सिंह सहित सभी डीन्स मौजूद रहे।