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जिलाधिकारी ने जिला स्वास्थ्य विभाग के कार्यो की समीक्षा बैठक !

मैनपुरी 30 जनवरी, 2023- जिलाधिकारी अविनाश कृष्ण सिंह ने जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक में स्वास्थ्य विभाग के कार्यो की समीक्षा के दौरान जनपद के सरकारी चिकित्सालयों में माह दिसंबर में मात्र 30 सीजर डिलीवरी पाए जाने पर नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि 04 सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में से मात्र महिला चिकित्सालय में सीजर किए जा रहे हैं। जबकि स्वास्थ्य केंद्र कुरावली, किशनी, घिरोर पर सीजर नहीं हो रहे हैं। जिस कारण गरीब परिवार की गभर्वती महिलाओं का निजी चिकित्सालय द्वारा शोषण किया जा रहा है, सीजर के नाम पर उनसे काफी धनराशि की वसूली की जा रही है। उन्होंने मुख्य चिकित्साधिकारी को निदेर्शित करते हुए कहा कि स्वास्थ्य केंद्र कुरावली पर तत्काल एफ.आर.यू. प्रारंभ कराए जाएं। सरकारी स्वास्थ्य केंद्रों पर माह में कम से कम 60 सीजर प्रत्येक दशा में किए जाएं, प्रसूता को नाश्ता, दोपहर, शाम का खाना समय से उपलब्ध कराया जाए, प्रसव के उपरांत डिस्चार्ज होने पर प्रत्येक दशा में जननी सुरक्षा योजना का लाभ, जन्म प्रमाण पत्र मुहैया कराया जाए, प्रसूता को 102 एंबुलेंस से ही भेजा जाए, खाने की गुणवत्ता प्रभारी चिकित्साधिकारी, अन्य जिम्मेदार अधिकारी द्वारा खाकर चेक करें।

श्री सिंह ने असंतोष व्यक्त करते हुए कहा कि कुछ स्वास्थ्य केंद्रों पर स्वास्थ्य विभाग की संचालित योजनाओं की प्रगति निराशाजनक है। संबंधित प्रभारी चिकित्साधिकारी इस ओर ध्यान दें, जननी सुरक्षा योजना, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन, नियमित टीकाकरण, राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कायर्क्रम आदि की प्रगति सुधारें। उन्होने संस्थागत प्रसव की समीक्षा के दौरान पाया कि वाषिर्क लक्ष्य 25451 के सापेक्ष माह दिसम्बर 2022 तक 16716 संस्थागत प्रसव हुये हैं। इस पर उन्होंने संबंधित प्र. चिकित्साधिकारियों को संस्थागत प्रसव की प्रगति सुधारने, प्रसूताओं, आशाओं को जननी सुरक्षा योजना का लाभ समय से उपलब्ध कराने के निदेर्श दिये। उन्होंने राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कायर्क्रम की समीक्षा के दौरान कहा कि सभी प्राथमिक विद्यालयों, आंगनवाडी केंद्रों का रोस्टर बनाकर बेसिक शिक्षा अधिकारी, जिला कायर्क्रम अधिकारी को उपलब्ध कराया जाए, जिस दिन स्वास्थ्य विभाग की टीम विद्यालय, आंगनवाडी केंद्र के बच्चों के स्वास्थ्य परीक्षण करने जाएं, उस तिथि को पंजीकृत सभी बच्चे विद्यालय, आंगनवाडी केंद्र पर उपस्थित रहें, परीक्षण के दौरान जिन बच्चों में स्वास्थ्य संबंधी समस्या पायी जाएं, उन्हें बेहतर स्वास्थ्य सेवा प्रदान की जाए।

जिलाधिकारी ने स्वास्थ्य केंद्र हिंदपुरम में प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना की प्रगति बेहद खराब पाए जाने पर स्वास्थ्य केंद्र प्रभारी को चेतावनी जारी करने के निदेर्श देते हुए कहा कि इस महत्वपूणर् योजना का लाभ प्रथम बार गभर्धारण करने वाली प्रत्येक गभर्वती को मिले, आशा, आंगनवाडी के माध्यम से गांव-गांव योजना के बारे में लोगों को जागरूक किया जाए, प्रथम बार गभर्धारण करने वाली महिलाओं को चिन्हित कर उन्हें तीन किश्तों में रू. 5000 की धनराशि मुहैया करायी जाए। उन्होंने कहा कि पोषण पुनवार्स केंद्र में किसी भी दिन कोई बेड खाली न रहे, अति कुपोषित, कुपोषित बच्चों को पोषण पुनवार्स केंद्र में भर्ती कराकर उन्हें सुपोषण की श्रेणी में लाया जाए, बाल विकास परियोजना अधिकारी, प्रभारी चिकित्साधिकारी अपने-अपने क्षेत्र के अति कुपोषित बच्चों के अभिभावकों को पोषण पुनवार्स केंद्र में भतीर् कराने हेतु प्रेरित करें।

मुख्य विकास अधिकारी विनोद कुमार ने परिवार कल्याण के अन्तगर्त महिला नसबंदी की प्रगति सुधारने हेतु सामुदायिक, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर कैंप आयोजित कर महिला नसबन्दी के लक्ष्य की पूर्ति करने हेतु निदेर्शित किया। उन्होने प्र. चिकित्साधिकारियों से कहा कि अपने-अपने स्वास्थ्य केंद्र पर नेतृत्व देकर स्वास्थ्य विभाग की संचालित योजनाओं की प्रगति सुधारें, स्वास्थ्य केंद्र पर आने वाले मरीजों के साथ बेहतर व्यवहार कर उन्हें स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करें, आशा, ए.एन.एम., आंगनवाड़ी कायर्कत्रियों का सहयोग लेकर अधिक से अधिक संस्थागत प्रसव कराए जाएं। जनपद में संचालित अल्ट्रा साउंड सेंटर का नियमित रूप से निरीक्षण हो, कोई भी अल्ट्रा साउंड सेंटर अनाधिकृत रूप से संचालित न हो। संचालित अल्ट्रा साउंड सेंटर निधार्रित नियमों, मानकों का पालन करें, सुनिश्चित किया जाये। उन्होने प्रधानमंत्री आयुष्मान भारत योजना, मुख्यमंत्री जन आरोग्य योजना में गोल्डन कार्ड बनाए जाने की प्रगति सुधारने, गोल्डन कार्ड धारकों को स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ पाने के लिए गोल्डन कार्ड का प्रयोग करने के लिए प्रेरित किया जाये।

बैठक में मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ.पी.पी. सिंह, मुख्य चिकित्साधीक्षक डॉ. मदन लाल, मुख्य चिकित्साधीक्षक महिला डा. ए.के. पचैरी, अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. राजीव राय, डा. संजीव राव बहादुर, डा. राकेश कुमार, डा. अनिल वर्मा सहित समस्त प्र. चिकित्साधिकारी, स्वास्थ्य शिक्षाधिकारी रविंद्र गौर, मलेरिया अधिकारी एस.एन. सिंह, डॉ. अनिल यादव, डी.एम.सी. यूनिसेफ संजीव पांडेय, एस.एम.ओ. डा. वी.पी. सिंह, बाल विकास परियोजना अधिकारी अरविन्द कुमार, डी.पी.एम. संजीव आदि उपस्थित रहे।