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ब्रिटेन की स्वास्थ्य सेवा की हालत है बेहद खराब, पीएम ऋषि सुनक जनरल पॉलिसी का लाभ लेने के सवाल पर गोल-मोल दिया जवाब

ब्रिटेन:ब्रिटेन में स्वास्थ्य सेवाओं पर भारी दवाब के बीच वहां के पीएम ऋषि सुनक ने कभी किसी निजी जनरल पॉलिसी का लाभ लेने के सवाल पर गोल-मोल जवाब दिया। दरअसल, ब्रिटेन में राष्ट्रीय स्वास्थ्य सेवा की बदहाली के क्रम में उनसे पूछा गया था कि वे कभी किसी निजी जनरल पॉलिसी के साथ पंजीकृत थे या हैं? इस पर सुनक ने कहा कि उनके पिता एक डॉक्टर थे और वह एनएचएस परिवार में पले-बढ़े हैं।

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उन्होंने आगे भी गोल-मोल जवाब देते हुए कहा कि उन्होंने अपने या अपने परिवार की स्वास्थ्य देखभाल की स्थिति के बारे में कभी बात नहीं करने की एक सामान्य नीति बनाई है। साक्षात्कार के दौरान उन्होंने यह भी कहा कि आम तौर पर हमें ऐच्छिक सर्जरी जैसी चीजों के लिए निजी क्षेत्र का अधिक उपयोग करना चाहिए। जिससे कि मरीज यह चुन सकें कि उनका इलाज कहां बेहतर हो सकता है।इस दौरान ऋषि सुनक ने कहा कि मुझे भरोसा है कि कुछ महीनों में हम व्यावहारिक रूप से उन लोगों की संख्या को कम कर देंगे जो अपने इलाज के लिए डेढ़ साल से प्रतीक्षा कर रहे हैं।बीते शनिवार को पीएम सुनक ने ट्वीट करके कहा था कि “हम एनएचएस पर दबाव कम करने, मरीजों की बेहतर देखभाल सुनिश्चित करने और प्रतीक्षा सूची में कटौती करने के अपने वादे को पूरा करने के लिए दृढ़ हैं।”

एनएचएस इंग्लैंड की घोषणा के मुताबिक, 2022 की शुरुआत में ऐसे मरीजों की संख्या 22,500 के करीब थी जो इलाज के लिए दो साल से इंतजार कर रहे थे। हालंकि ये संख्या धीरे-धीरे घट रही है। अगस्त 2022 में एनएचएस इंग्लैंड ने बताया था कि अब 200 से कम लोग इलाज के लिए दो साल से इंतजार कर रहे थे। हालांकि इस संख्या में जटिल मामलों के साथ-साथ उन लोगों को भी शामिल नहीं किया गया है जिन्होंने उपचार को स्थगित करना चुना।
सुनक सरकार अप्रैल 2023 तक 18 महीने की प्रतीक्षा को समाप्त करने की योजना के लिए प्रतिबद्ध है। नवंबर 2022 में, एनएचएस इंग्लैंड ने बताया कि इस सूची में लोगों की संख्या में 60% की गिरावट आई है। गौरतलब है कि सरकार का मार्च 2025 तक साल भर की प्रतीक्षा सूची को कम करने का एक और लक्ष्य है। अक्टूबर 2022 तक, लगभग 411,000 लोग इलाज के लिए एक साल से अधिक समय से प्रतीक्षा कर रहे थे।हालांकि, ब्रिटिश मेडिकल एसोसिएशन (बीएमए) द्वारा संकलित डेटा से पता चलता है कि इंग्लैंड में विशेषज्ञ एनएचएस उपचार की प्रतीक्षा करने वाले लोगों की कुल संख्या जनवरी 2022 से हर महीने बढ़ी है। यह वर्तमान में अक्टूबर 2022 तक 7.21 मिलियन लोगों की रिकॉर्ड संख्या पर है।

गौरतलब है कि उनका यह बयान तब आया है जब ब्रिटेन में स्वास्थ्य संकट की स्थिति ऐसी गहरा गयी है कि अस्पतालों में मरीजों की भारी भीड़ है और हजारों रोगी अस्पताल के बाहर इंतजार कर रहे हैं। सरकार ने कहा है कि वह स्वास्थ्य एवं सेवा क्षेत्रों के विशेषज्ञों को एक साथ ला रही है, ताकि ज्ञान एवं व्यावहारिक समाधान को एक-दूसरे से साझा किया जा सके।

दरअसल, कोरोना महामारी के कारण ब्रिटेन में लगाए गए प्रतिबंधों के कारण सारा फोकस कोरोना मरीजों पर कर दिया गया था। जिसके कारण अन्य बीमारियों से ग्रसित मरीजों का इलाज सुचारु रूप से नहीं हो पा रहा था। बाद में जब कोरोना महामारी संबंधी प्रतिबंधों में ढील दी गई तो अचानक ब्रिटेन की राष्ट्रीय स्वास्थ्य सेवा पर दबाव बढ़ गया। साथ ही दो वर्ष की बंदी के बाद फ्लू और सर्दी के अन्य विषाणुओं में वृद्धि और ब्रेक्सिट के बाद यूरोपीय कर्मचारियों में कमी की वजह से ब्रिटेन की स्वास्थ्य प्रणाली दबावों का सामना कर रही है। जिससे निपटने के लिए सरकार ठोस और कड़े कदम उठा रही है।
वहीं, विपक्षी लेबर पार्टी ने इस बैठक को “थोथी कवायद” करार देते हुए खारिज कर दिया है और विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि सरकार द्वारा वित्त-पोषित राष्ट्रीय स्वास्थ्य सेवा (एचएचएस) में लंबे समय से चल रही समस्याओं का कोई त्वरित समाधान नहीं है।