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(वर्ल्ड चैंपियन)
(वर्ल्ड चैंपियन)

छह बार की वर्ल्ड चैंपियन(वर्ल्ड चैंपियन)

मैरी कॉम: 6 बार की वर्ल्ड चैंपियन  (वर्ल्ड चैंपियन) रह चुकी भारत की स्टार महिला बॉक्सर मैरी कॉम ने संन्यास का ऐलान कर दिया है. मैरी कॉम ने साल 2012 में हुए लंदन ओलंपिक खेलों में ब्रॉन्ज मेडल जीता था. मैरी कॉम ने बुधवार देर रात एक इवेंट के दौरान अपने बॉक्सिंग करियर पर विराम लगाने का ऐलान कर दिया. मैरी कॉम ने अपना आखिरी मुकाबला कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 के ट्रायल के दौरान खेला था और इसके बाद उनका घुटना मुड़ गया था.

मैरी कॉम ने किया संन्यास का ऐलान
अंतरराष्ट्रीय मुक्केबाजी संघ (IBA) के नियमों के अनुसार पुरुष और महिला बॉक्सरों को केवल 40 साल की उम्र तक ही कॉम्पटीशन में हिस्सा लेने की अनुमति हैं. 41 साल की हो चुकी मैरी कॉम के पास संन्यास लेने का ही विकल्प बचा था. मैरी कॉम दुनिया की पहली महिला मुक्केबाज हैं, जिन्होंने छह बार वर्ल्ड चैंपियन रहने का गौरव हासिल किया है. वहीं, मैरी कॉम 2014 के एशियाई खेलों में स्वर्ण जीतने वाली भारत की पहली महिला हैं. उन्होंने 2012 लंदन ओलंपिक में ब्रॉन्ज मेडल जीता था. इसके अलावा मैरी कॉम 5 बार एशियाई चैंपियनशिप जीतने वाली भी इकलौती खिलाड़ी हैं.
छह बार की वर्ल्ड चैंपियन
बता दें कि मैरी कॉम दुनिया की पहली महिला मुक्केबाज हैं, जिन्होंने 6 बार विजेता का खिताब जीता है. मैरी कॉम ने साल 2012 लंदन ओलंपिक में ब्रॉन्ज मेडल जीता था. 2006 में मैरीकॉम को पद्मश्री, 2009 में उन्हें देश के सर्वोच्च खेल सम्मान राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार से भी नवाजा गया. मैरी कॉम इंटरनेशनल बॉक्सिंग एसोसिएशन (IBA) की वुमन बॉक्सिंग वर्ल्ड चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल जीतने वाली पहली भारतीय बनीं. मैरी कॉम ने एक इवेंट के दौरान कहा, ‘मैंने अपने जीवन में सब कुछ हासिल कर लिया है. मुझमें अभी भी बॉक्सिंग कॉम्पिटिशन लड़ने की ललक है, लेकिन अंतरराष्ट्रीय मुक्केबाजी संघ (IBA) के नियम ऐसा करने की अनुमति नहीं देते हैं. मैं और भी कॉम्पिटिशन लड़ना चाहती हूं लेकिन मुझे बॉक्सिंग छोड़ने के लिए मजबूर किया जा रहा है.’