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(Sachin Pilot )
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सचिन पायलट  (Sachin Pilot )शक्ति प्रदर्शन या कांग्रेस से तोड़ लेंगे नाता?

सचिन पायलट . सचिन पायलट (Sachin Pilot ) 11 जून को क्या करेंगे अब सबकी निगाहें इस पर हैं. क्या पायलट नई पार्टी बनाएंगे या फिर अशोक गहलोत और कांग्रेस हाईकमान को आखिरी अल्टीमेटम देंगे. हालांकि अभी तक पार्टी के ऐलान को लेकर पायलट कैम्प की खास तैयारी नहीं है. लेकिन 11 जून को दौसा में अपने पिता राजेश पायलट (Rajesh Pilot) की समाधि स्थल पर पायलट बड़ा कार्यक्रम कर शक्ति प्रदर्शन कर सकते हैं. सूत्रों का दावा है कि सचिन पायलट प्रशांत किशोर की कंपनी आई-पेक के संपर्क में हैं. पायलट की कई बैठक आई-पेक की टीम के साथ हो चुकी है.

बीते 11 मई को पायलट की अजमेर से जयपुर तक की पांच दिन की जनसंघर्ष यात्रा की प्लानिंग और रणनीति भी आई-पेक की टीम ने ही बनाई थी. उसमें पीले रंग का बैनर, नारे और बैनर पर तस्वीरें थी. सूत्रों का दावा है कि पायलट ने एक सर्वे भी आई-पेक से करवाया है. उसमें उनके पार्टी छोड़कर अलग पार्टी बनाने पर राजस्थान में वे अपने दम और गठजोड़ से कितनी सीटें जीत सकते हैं इसका आकलन कराया गया था

उनके कांग्रेस में रहने और छोड़ने की स्थिति में राजस्थान में कांग्रेस 2023 के चुनाव में कितनी सीटें जीत सकती है इसका बात का आकलन भी करवाया गया था. 11 जून को सचिन पायलट के पिता राजेश पायलट की पुण्यतिथि है. सचिन पायलट अब तक हर बड़ा काम 11 जून को करते आए हैं. हालांकि 11 जून को पार्टी बनाने की अटकलों को पायलट गुट ने खारिज किया है. उनका कहना है कि 11 जून को सिर्फ श्रद्धांजलि सभा होगी.
पायलट ने 2020 में अशोक गहलोत के खिलाफ बगावत भी 11 जून को दौसा में राजेश पायलट की समाधि स्थल पर शक्ति प्रदर्शन के बाद ही की थी. 11 जून राजस्थान में पिछले कई साल से सचिन पायलट के शक्ति प्रदर्शन का दिन रहा है. सचिन पायलट की ओर से मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को अपनी मांगों को लेकर दिए अल्टीमेटम का वक्त 31 मई को ही खत्म हो गया है.
हालांकि हाल ही में दिल्ली में राहुल गांधी ने गहलोत और पायलट दोनों से बात की थी. फिर पार्टी के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल ने दोनों को एक साथ मिडिया के सामने लाकर कहा कि 2023 का राजस्थान का चुनाव गहलोत और पायलट साथ मिलकर लड़ेंगे. पायलट और गहलोत ने मुद्दे का समाधान पार्टी हाईकमान पर छोड़ दिया है.
उसके तीसरे ही दिन पायलट ने टोंक में फिर गहलोत को अपनी मांगें और अल्टीमेटम याद दिला दिए. पायलट ने कहा कि वे अपनी मांगों से न पीछे हटेंगे न इन पर कोई समझौता करेंगे. हालांकि पायलट राहुल गांधी के विदेश से लौटने का इंतजार कर रहे हैं. वे कोई भी फैसला करने से पहले राहुल गांधी से बात कर सकते हैं.
इस बीच सचिन पायलट की मांगों पर तो गहलोत ने कोई फैसला नहीं किया है. लेकिन केंद्रीय प्रवर्तन निदेशालय ने सोमवार को पेपर लीक के माफियाओं और आरपीसीएसी सदस्य बाबूलाल कटारा के घर और दफ्तरों पर छापेमारी की. राजस्थान में पेपर लीक मामले में 28 जगह पर छापेमारी दो दिन से लगातार जारी है.
पायलट की सबसे प्रमुख मांगों में से राजस्थान में परीक्षाओं के पेपर लीक मामले में मुख्य सूत्रधारों पर कठोर कार्रवाई, राजस्थान लोक सेवा आयोग में भष्टाचार और पेपर लीक रोक के लिए सदस्यों की नियुक्ति का पैमाना बदलना शामिल हैं. उन्होंने आरपीएसपी के पुर्नगठन और पेपर लीक से प्रभावित छात्रों को मुआवजा देने की मांग कर रखी है.

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