Breaking News
( पुलिस तैनात)
( पुलिस तैनात)

सुरक्षा में 24 घंटे पुलिस तैनात( पुलिस तैनात)

पटना :पटना जंक्शन का प्लेटफॉर्म संख्या-10 आज एक कुली की वजह से चर्चा में है. यहां एक ऐसा कुली है, जो दो-दो हथियारबंद पुलिसकर्मी  ( पुलिस तैनात) को बतौर बॉडीगार्ड लेकर चलता है. लोगों का सामान भी उठाता है, लेकिन सुरक्षा घेरे में रहता है. देखने वाले भी हैरान हो जाते हैं. इस कुली की कहानी जानकार आप भी दंग रह जाएंगे.
पटना जंक्शन का एक ऐसा कुली जो दो-दो हथियारबंद पुलिसकर्मी को बतौर बॉडीगार्ड रखता है. नाम है धर्मनाथ यादव. वर्षों से इस कुली के साथ बिहार पुलिस का एक जवान तो दूसरा जीआरपी का साए की तरह साथ रहते हैं.
दोनों बॉडीगॉर्ड के बीच धर्मनाथ यात्रियों का सामान उठाते हैं और बर्थ तक छोड़ आते हैं. सुबह से लेकर देर रात तक रोज यही सिलसिला चलता रहता है. किसी माननीय की तरह प्लेटफॉर्म पर यह कुली पुलिसकर्मियों के साथ घूमता है.

एक कुली का इतना ठाठ देख हर कोई चौंक जाता है. इतना ही नहीं, इस कुली की चर्चा पाकिस्तान तक है. कुली धर्मनाथ की बहादुरी की कहानी से पाकिस्तान भी डरता है. पाकिस्तान की तरफ से 50 लाख का ऑफर भी मिल चुका है, लेकिन धर्मा ने सब नकार दिया.

बात 27 अक्टूबर 2013 की सुबह 9.30 बजे की है. जब स्टेशन के पास शौचालय में बम ब्लास्ट हुआ था. इसी शौचालय से धुएं को चीरता हुआ कुली धर्मनाथ अपने कंधे पर एक युवक को लेकर निकलता है. यह युवक आतंकवादी इम्तियाज था, जिसको धर्मनाथ ने बम ब्लास्ट के बाद पकड़ लिया था. इसी इम्तियाज की वजह से गांधी मैदान और बोधगया ब्लास्ट का राज खुला. अगर उस दिन इम्तियाज नहीं पकड़ा जाता तो महावीर मंदिर भी ब्लास्ट से दहल उठता.

इस घटना के बाद कुली धर्मनाथ को पाकिस्तान से धमकी मिलने लगी. पूरे बम ब्लास्ट का एक मात्र गवाह होने की वजह से पाकिस्तान से 50 लाख रुपये का ऑफर भी मिला. जान से मारने का प्रयास भी हुआ, लेकिन धर्मनाथ ने सबको नजरअंदाज कर अपनी सुरक्षा के लिए कोर्ट का दरवाजा खटखटाया. न्यायालय के आदेश के बाद कुली धर्मनाथ यादव को बॉडीगार्ड मुहैया कराया गया. तब से लगातार यह कूली बॉडीगॉर्ड के बीच घूमता है.
कल तक सोशल मीडिया पर किसी और वजह से चर्चित पटना जंक्शन का प्लेटफॉर्म संख्या 10 आज धर्मनाथ कुली की वजह से फिर चर्चा में है. इसी प्लेटफॉर्म पर कुली धर्मनाथ 1989 से काम कर रहे हैं. 2016 से बॉडीगॉर्ड लेकर इसी प्लेटफॉर्म पर लोगों का सामान भी उठा रहे हैं. आज हर कोई इस कुली को पहचानता है और तस्वीर लेता है.