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अधिकारी जन-शिकायतों के गुणवत्तापरक निस्तारण के प्रति संवेदनशील रहें, निस्तारण आख्या शिकायतकर्ता से वार्ता करने के उपरांत ही पोर्टल पर अपलोड की जाये जिलाधिकारी

( रामजी लाल गोस्वामी)
मैनपुरी ( ब्यूरो रिपोर्ट):जिलाधिकारी अविनाश कृष्ण सिंह ने जन सुनवाई प्रणाली पर लंबित शिकायतों की समीक्षा के दौरान नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि विभिन्न स्तर से प्राप्त शिकायतों निस्तारण का शासन स्तर से फीडबैक लिए जाने पर 80 प्रतिशत शिकायतों के निस्तारण असंतुष्ट फीडबैक प्राप्त हुआ है, यह स्थिति किसी भी दशा में ठीक नहीं है, माह अक्टूबर में अधिशासी अभियंता सिंचाई, जिला बेसिक शिक्षाधिकारी, जिला विकास अधिकारी, अधिशासी अभियंता विद्युत खंड तृतीय उपायुक्त वाणिज्यकर, अधीक्षण अभियंता लोक निर्माण, जिला कमाण्डेंट होमगार्ड, जिला उद्यान अधिकारी, सहायक निदेशक मत्स्य, उप निदेशक कृषि, बाल विकास परियोजना अधिकारी सुल्तानगंज, प्र. चिकित्साधिकारी सुल्तानगंज, कुचेला, खंड शिक्षाधिकारी बेवर, बरनाहल किशनी, जिला खादी ग्रामोद्योग अधिकारी खनन निरीक्षक ए.आई.जी. स्टाम्प, अग्रणी जिला प्रबंधक का शत-प्रतिशत असंतुष्ट फीडबैक प्राप्त हुआ है।

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उन्होंने संबंधित अधिकारियों को सचेत करते हुए कहा कि शिकायतों के निस्तारण में गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखा जाये, निस्तारण आख्या अपलोड करने से पूर्व शिकायतकर्ता से प्रत्येक दशा में वार्ता की जाए, जिला स्तरीय अधिकारी अपने कार्यालय में प्राप्त शिकायतों में से कम से कम 25 प्रतिशत शिकायतों पर रेंडम वार्ता कर फीडबैक प्राप्त करें शिकायतकर्ता के संतुष्ट होने पर ही आख्या अपलोड की जाए। श्री सिंह ने कहा कि जनपद में विगत कई माह से कोई भी शिकायत डिफाल्टर की श्रेणी में नहीं आ रही है इसके लिए आई.जी. आर. एस. टीम प्रशंसा की पात्र है। उन्होंने बैठक में उपस्थित अधिकारियों को सचेत करते हुए कहा कि अधीनस्थों पर निर्भर न रहें, अधीनस्थों द्वारा किए गए निस्तारण आख्या को स्वयं पढ़ें निस्तारण आख्या दैनिक वेतन भोगी, संविदा कर्मी, किसी बाहरी व्यक्ति से अपलोड न करायी जाएं बल्कि इस हेतु नियमित कर्मी की ड्यूटी लगाई जाए। उन्होंने कहा कि बजट, न्यायिक प्रक्रिया से संबंधित शिकायतों को स्पेशल क्लोज में डाला जाये ताकि शासन स्तर से शिकायतकर्ता से वार्ता करने पर इस प्रकार की शिकायतों पर असंतुष्ट फीडबैक प्राप्त न हो। उन्होने कहा कि आई.जी. आर. एस. पोर्टल पर प्राप्त होने वाली जन शिकायतों के निस्तारण के फीडबैक की समीक्षा में जनपद के आई.जी. आर. एस. पोर्टल पर प्राप्त 1477 फीडबैक में से 647 असंतोषजनक तथा हेल्पलाइन संदर्भ के प्राप्त 883 फीडबैक में से 391 असंतोषजनक पाए गए हैं. इस प्रकार जनपद के प्राप्त कुल 2360 फीडबैक में से 1038 संदर्भ फीडबैक में असंतोषजनक पाए गए हैं, जो अत्यंत खराब एवं चिंताजनक है, इस स्थिति पर रोष प्रकट करते हुए जन शिकायतों के निस्तारण की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान देने तथा असंतोषजनक फीडबैक को कम किया जाये।
जिलाधिकारी ने असंतोष व्यक्त करते हुए कहा कि आई.जी. आर. एस. संदर्भों के गुणवत्तापूर्वक निस्तारण हेतु प्राप्त आख्या को अधिकारियों के संतुष्ट होने के उपरांत ही आख्या पोर्टल पर अपलोड किये जाने हेतु पूर्व में कई बार निर्देशित किया गया है परंतु कुछ अधिकारियों द्वारा असंतोषजनक फीडबैक की स्थिति से स्पष्ट है कि आप द्वारा उक्त आदेशों का पालन न करते हुए जन शिकायतों का निस्तारण गंभीरता पूर्वक नहीं किया जा रहा है, आपका यह कृत्य प्रदेश सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता में सम्मिलित जन शिकायतों के निस्तारण के प्रति घोर लापरवाही, संवेदनहीनता तथा अरुचि का घोतक है। उन्होने कहा कि अधीनस्थ से प्राप्त जांच आख्या पर बिना निष्कर्ष लिखे ही सीधे पोर्टल के माध्यम से अग्रसारित की जा रही हैं। उन्होने जिला स्तरीय अधिकारियों से कहा कि दूरभाष पर शिकायतकर्ता से फीडबैक प्राप्त करें, यदि किसी विभाग में माह में 30 से अधिक सन्दर्भ प्राप्त हो रहे हैं तो विभागाध्यक्ष अपने सहायक अधिकारी से दूरभाष पर शिकायतकर्ता से फीडबैक प्राप्त करने में सहायकता ले सकते हैं और यदि किसी विभाग में 100 से अधिक सन्दर्भ प्राप्त हो रहे हैं तो जिला स्तरीय अधिकारी एवं सहायक अधिकारी मिलकर प्रतिदिन कम से कम 05 रैण्डम शिकायतकर्ताओं से दूरभाष पर फीडबैक प्राप्त करने के उपरांत ही निस्तारण आख्या अपलोड की जाये, किसी भी परिस्थिति में शिकायती प्रार्थना पत्र की जांच आख्या स्थलीय निरीक्षण एवं फोटोग्राफ सहित सक्षम जांचकर्ता अधिकारी के स्पष्ट नाम, पदनाम, मोबाइल नम्बर व मुहर सहित स्पष्ट, टाइपशुदा पत्र के माध्यम से पोर्टल पर अपलोड करायी जाये। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी नेहा बंधु अपर जिलाधिकारी राम जी मिश्र, मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. आर.सी. गुप्ता, राजस्व अधिकारी ध्रुव शुक्ल परियोजना निदेशक सत्येंद्र कुमार, जिला विकास अधिकारी अजय कुमार, उपयुक्त मनरेगा पी.सी. राम, उप जिलाधिकारी भोगाव कुरावली, घिरोर संध्या शर्मा, आर.एन. वर्मा, राज कुमार सहित अन्य जिला स्तरीय अधिकारी आदि उपस्थित रहे।