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(इमैनुएल मैक्रों )
(इमैनुएल मैक्रों )

मोदी फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों मुलाकात(इमैनुएल मैक्रों )

दिल्ली में बहुप्रतीक्षित जी-20 शिखर सम्मेलन का पहला दिन नई दिल्ली घोषणा को अपनाने और एक मेगा भारत-मध्य पूर्व-यूरोप आर्थिक गलियारे की घोषणा जैसे महत्वपूर्ण फैसलों का गवाह बना. जी-20 शिखर सम्मेलन के पहले दिन अफ्रीकी संघ (एयू) को समूह के स्थायी सदस्य के रूप में शामिल करना शनिवार को हासिल की गई एक और उपलब्धि थी. इसके बाद राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू द्वारा आयोजित जी-20 डिनर समारोह में सदस्य देशों के नेताओं और कम से कम 170 मेहमानों के शामिल होने के साथ दिन का समापन हुआ. आज जी-20 शिखर सम्मेलन का दूसरा दिन है.
जी-20 समिट के अंत के बाद पीएम मोदी कई नेताओं के साथ करेंगे बैठक
प्रगति मैदान के भारत मंडापम में आज जी-20 शिखर सम्मेलन का तीसरा सत्र 10.30 से 12.30 बजे तक आयोजित होगा. दोपहर 12.30 बजे से पीएम मोदी की दूसरे देशों के नेताओ के साथ द्विपक्षीय बातचीत होगी. G-20 शिखर सम्मेलन के खत्म होने के बाद पीएम मोदी फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुअल मैक्रों (इमैनुएल मैक्रों ) के साथ बैठक करेंगे. इसके बाद कनाडा के पीएम के साथ पीएम मोदी की बातचीत होगी. वहीं तुर्किए, कोमोरोस, यूएई, दक्षिण कोरिया, ईयू/ईसी के अध्यक्षों, ब्राजील और नाइजीरिया के राष्ट्रध्यक्ष के साथ भी पीएम मोदी की द्विपक्षीय बातचीत होगी.
आईएसबीटी कश्मीरी गेट और सराय काले खां के बीच रिंग रोड पर बसें चलना बंद
दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने कहा कि नियंत्रित जोन 2 लागू किया गया है. इसके कारण आईएसबीटी कश्मीरी गेट और सराय काले खां के बीच रिंग रोड पर बसें नहीं चलेंगी. बसें रिंग रोड के बाकी हिस्से और रिंग रोड से परे दिल्ली की सीमाओं की ओर सड़क नेटवर्क पर चलेंगी.

दिल्ली में आईटीओ के पास रिंग रोड पर सुरक्षा कड़ी

भारत में G 20 शिखर सम्मेलन के मद्देनजर स्पेशल सीपी ट्रैफिक वीरेंद्र सिंह चहल ने दिल्ली में आईटीओ के पास रिंग रोड का निरीक्षण किया. आज जी-20 देशों को नेताओं का राजघाट पर महात्मा गांधी की समाधि पर जाने का कार्यक्रम है. जिसके लिए इलाके में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है.
जी-20 घोषणा पर किस वजह से रूस ने यूक्रेन पर अपना रुख नरम किया?

भारत ने कथित तौर पर रूस से कहा कि वह यह सुनिश्चित करके मास्को की चिंताओं को ध्यान में रखेगा कि घोषणा में ऐसी भाषा शामिल न हो जो साफ तौर से यूक्रेन में उसकी आक्रामकता के बारे में बात करती हो. इसके बजाय एक अधिक सामान्य तरीका अपनाया जाएगा, जिसमें सभी राज्यों को खतरे से बचाने की जरूरत पर रोशनी डाली जाएगी. किसी इलाके पर कब्जा करने के लिए बल का प्रयोग न केवल क्षेत्रीय अखंडता और संप्रभुता के खिलाफ है बल्कि किसी भी राज्य की राजनीतिक स्वतंत्रता के खिलाफ भी है.

भारत ग्लोबल साउथ के लीडर के रूप में उभरा
नई दिल्ली घोषणा पर सर्वसम्मति ग्लोबल साउथ के नेता के रूप में भारत की स्थिति को दुनिया के सामने पेश करती है. खासकर 55 सदस्यीय अफ्रीकी संघ को समूह के स्थायी सदस्य के रूप में शामिल करने के बाद से यह काफी हद तक साफ हो गया. पहले दिन पीएम मोदी के एयू अध्यक्ष और कोमोरोस के राष्ट्रपति अजाली असौमानी को गर्मजोशी से गले लगाने से दुनिया में इसका मजबूत संदेश पहुंच गया है.
पीएम मोदी की फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों से आज मुलाकात
पीएम नरेंद्र मोदी की आज फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों के साथ दोपहर के भोजन पर बैठक होने की उम्मीद है. इसके अलावा, कनाडा, संयुक्त अरब अमीरात, दक्षिण कोरिया, ब्राजील, नाइजीरिया, कोमोरोस और तुर्किये के नेताओं के साथ भी पीएम मोदी की बैठकों की योजना बनाई गई है.
ब्रिटेन के PM ऋषि सुनक आज अक्षरधाम मंदिर के दर्शन करेंगे
भारत में G-20 शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने दिल्ली पहुंचे ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक आज अक्षरधाम मंदिर के दर्शन करेंगे. अक्षरधाम मंदिर में इस विशेष कार्यक्रम के मद्देनजर ईस्ट दिल्ली जिला पुलिस की डीसीपी और नॉर्थ ईस्ट दिल्ली जिला पुलिस के डीसीपी ने अक्षरधाम मंदिर के अंदर और बाहर सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया और मौके पर मौजूद पुलिसकर्मियों को सलाह दी. ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सनक की अक्षरधाम मंदिर की यात्रा से पहले मंदिर के बाहर सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है.

पीएम मोदी बोले- G20 वैश्विक भलाई के लिए अपने मिशन में दृढ़
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर कहा कि अपने सदस्यों की सामूहिक प्रतिबद्धता के तहत G 20 वैश्विक भलाई के लिए अपने मिशन में दृढ़ है. उन्होंने ब्राजील के राष्ट्रपति लुइज इनासियो लूला दा सिल्वा, दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति सिरिल रामफोसा, अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन, विश्व बैंक के अध्यक्ष अजय बंगा के साथ एक तस्वीर भी शेयर की.
: विदेश मंत्री ने कहा- भारत ने आमंत्रित करके बांग्लादेश का सम्मान किया
बांग्लादेश के विदेश मंत्री डॉ. एके अब्दुल मोमेन ने कहा कि अच्छी खबर यह है कि यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व के कारण घोषणापत्र के लिए सहमति है. यह पीएम मोदी गतिशीलता का ही नतीजा है कि हर कोई घोषणापत्र के लिए सहमत हो गया क्योंकि इसमें बहुत संदेह था कि कोई घोषणा होगी या नहीं. लेकिन मुझे भारतीय नेतृत्व को धन्यवाद देना चाहिए. उन्होंने बहुत अच्छा काम किया…यह बांग्लादेश और भारत के बीच संबंधों की गर्मजोशी को दर्शाता है. प्रधानमंत्री मोदी हर समय हमारे प्रधानमंत्री को अन्य नेताओं से मिलने के लिए प्रोत्साहित करते हैं… हमें बहुत गर्व है और प्रधानमंत्री शेख हसीना ने यह भी उल्लेख किया कि भारत ने हमें अतिथि देश के रूप में आमंत्रित करके हमारा सम्मान किया है और हम भारत के बहुत आभारी हैं. उन्होंने हमें ग्लोबल साउथ के मुद्दों को उठाने का सम्मान और विशेषाधिकार दिया है. बांग्लादेश खास तौर पर ग्लोबल साउथ के मुद्दे उठाता रहा है. हम जलवायु परिवर्तन में अग्रणी हैं, हम महिला सशक्तिकरण में अग्रणी हैं, हम आपदा प्रबंधन में अग्रणी हैं और प्रधानमंत्री ने G 20 नेतृत्व के सामने उन मुद्दों को उजागर किया है.

आज जी-20 शिखर सम्मेलन के दूसरे दिन सदस्य देशों के नेता और प्रतिनिधिमंडलों के प्रमुख शिखर सम्मेलन के तीसरे सत्र में हिस्सा लेंगे. इसके साथ ही राजघाट का दौरा करने जैसी अन्य गतिविधियों में भी शामिल होंगे. सुबह 8.15 बजे से 9 बजे तक सभी G-20 देशों के नेता और प्रतिनिधिमंडल के अन्य प्रमुख राजघाट पहुंचने वाले हैं. वे अपने-अपने काफिले में आएंगे. सुबह 9 बजे से 9.20 बजे तक नेताओं को महात्मा गांधी की समाधि पर पुष्पांजलि अर्पित करनी है और उनके पसंदीदा भक्ति गीतों का लाइव प्रदर्शन होना है. इसके बाद विश्व नेता और अन्य प्रतिनिधि भारत मंडपम के लीडर्स लाउंज में पहुंचेंगे. सुबह 9.40 बजे से 10.15 बजे तक भारत मंडपम में नेताओं और प्रतिनिधिमंडल के प्रमुखों का आगमन हो जाएगा. इसके बाद सुबह 10.15 बजे से 10.30 बजे तक दुनिया भर के नेता भारत मंडपम के साउथ प्लाजा में वृक्षारोपण समारोह में भाग लेंगे. सुबह 10.30 बजे से दोपहर 12.30 बजे तक जी-20 शिखर सम्मेलन का तीसरा सत्र ‘वन फ्यूचर’ होगा. जिसके बाद नेताओं की नई दिल्ली घोषणा को अपनाया जाएगा.

G20 शिखर सम्मेलन के पहले दिन रूस-यूक्रेन युद्ध के मुद्दे सहित कुछ प्रमुख उपलब्धियां देखी गईं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘वैश्विक विश्वास की कमी’ को खत्म करने का आवाह्न किया. यह कहते हुए कि ‘आज का युग युद्ध का नहीं होना चाहिए’, भारत की अध्यक्षता में नई दिल्ली जी-20 शिखर सम्मेलन के नेताओं की घोषणा में सभी राज्यों से क्षेत्रीय अखंडता और संप्रभुता सहित अंतरराष्ट्रीय कानून के सिद्धांतों को बनाए रखने का आवाह्न किया गया. साथ ही यूक्रेन में स्थायी शांति के लिए ‘व्यापक, न्यायसंगत’ पहल की वकालत की गई.