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( भूस्‍खलन) 
( भूस्‍खलन) 

चमोली में भारी बार‍िश से भूस्‍खलन( भूस्‍खलन) 

चमोली: देश के कई राज्‍यों में मॉनसून आ चुका है और भारी बार‍िश के चलते आम जीवन अस्‍त व्‍यस्‍त हो गया है. ऐसे में देवभूम‍ि उत्तराखंड की बात करें तो यहां कई ज‍िलों में भीषण बार‍िश हो रही है. खासकर चमोली ज‍िले में भारी बारिश के कारण भूस्खलन ( भूस्‍खलन)  होने लगी है. गुरुवार को चमोली के एक प्रमुख राजमार्ग का हिस्सा भीषण बार‍िश में बह गया जिसके बाद पर्यटक फंस गए हैं. बताया जाता है क‍ि बद्रीनाथ की ओर जाने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग 7 का एक हिस्सा पानी में बह गया है. यह राजमार्ग चमोली जिले में छिनका के पास मलबे से ढक गया है.

इस बीच देखा जाए तो यह घटना बमुश्किल तीन दिन बाद हुई है जब अचानक आई बाढ़ और भूस्खलन के कारण पड़ोसी राज्य हिमाचल प्रदेश में मंडी और कुल्लू को जोड़ने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग अवरुद्ध हो गया था. इसकी वजह से 200 ज्‍यादा लोग राजमार्ग पर फंस गए थे जिनमें ज्यादातर पर्यटक थे. वहीं उनको करीब 15 किलोमीटर लंबे ट्रैफिक जाम का सामना भी करना पड़ा था.
भारत मौसम विज्ञान विभाग की ओर से उत्तराखंड के कुछ हिस्सों में बहुत भारी बारिश को लेकर ऑरेंज अलर्ट भी जारी किया गया है. दिल्ली में भी आज बारिश हुई, जिससे न्यूनतम तापमान में गिरावट आई, लेकिन शहर के कुछ हिस्सों में जलभराव की समस्‍या देखने को म‍िली है.
इस साल मॉनसून नए पैटर्न में देश के अलग-अलग हिस्सों में पहुंचा है और भारत के 80 फीसदी से ज्यादा हिस्से तक पहुंच चुका है. यह दिल्ली और मुंबई में एक ही दिन 25 जून को पहुंचा. ऐसा कुछ 62 सालों में पहले कभी नहीं हुआ था. आमतौर पर मॉनसून 1 जून तक केरल, 11 जून तक मुंबई और 27 जून तक दिल्ली पहुंच जाता है. लेकि‍न इस बार यह दो द‍िन पहले ही द‍िल्‍ली और मुंबई पहुंच गया था.